गूगल दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन वेबसाइट है. जहां पर किसी भी सवाल का जवाब प्राप्त किया जा सकता है. विश्व की जितनी भी भाषा है. उनमें से अधिकतर लैंग्वेज गूगल सपोर्ट करेगा. यहां पर जो भी सवाल पूछा जाएगा, उसका जवाब भी प्राप्त होगा. जब हम ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहे थे. उस समय हमें इंटरनेट पर गूगल की जानकारी पता चली. जहां हम कुछ सवालों को पूछ करके इसका आंसर प्राप्त करने का कोशिश करने लगे. वर्ष 2006 में इसपर अंग्रेजी में ही सवालों का जवाब अधिकतर मिल पाता था.
क्योंकि उस समय हिंदी भाषा में ब्लॉग या लिखने वाले लोगों की कमी थी. धीरे-धीरे दुनिया में इंटरनेट का विकास हुआ. इसके बाद हर देश के लोग अपने-अपने भाषा की जानकारी इंटरनेट पर साझा करने लगे.
इसके बाद अलग-अलग भाषाओं में भी सूचनाओं को प्राप्त करना सुलभ हो गया.
गूगल घर बैठे पैसे कमाने का भी अवसर दे रहा है. जिससे दुनिया के लाखों लोग अपने घर पर रहकर पैसे कमा रहे हैं. इसके द्वारा ईमेल, मैप, जीमेल, गूगल असिस्टेंट के अलावा कई और सेवाएं भी उपयोग कराया जाता हैं.
गूगल क्या होता है
यह एक विश्वसनीय ऑनलाइन सर्च इंजन साइट है. जो इंटरनेट की दुनिया में विश्व का सबसे बड़ा सर्च इंजन है. एक समय था, जब याहू दुनिया का पसंदीदा खोज इंजन के रूप में जाना जाता था. लेकिन धीरे-धीरे याहू ने अपने सेवाओं का सुधार नहीं किया. जिसके कारण उसका नामोनिशान लगभग समाप्ति की ओर बढ़ गया. आज दुनिया में सबसे ज्यादा लोकप्रिय, मशहूर, सुरक्षित, विश्व व्यापी खोज इंजन गूगल है. जिसने अनेक बेहतरीन सेवाएं लोगों के लिए दिया. जिसमें गूगल ऐप, न्यूज, इमेज, मैप्स, ड्राइव, यूट्यूब, जीमेल, प्ले स्टोर, एंड्राइड सर्विसेज इत्यादि.
अब बदलते समय के हिसाब से एआई तकनीक भी सर्च इंजन में शामिल हो गया . जिससे इसको और भी मजबूती प्रदान हुआ है. अब हम चैट जीपीटी के साथ गूगल Bard का उपयोग भी कर रहे हैं. जिससे सटीक जानकारियां प्राप्त करने में मदद मिलेगी
व्यापार को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बढ़ाने में भी खोज इंजन की प्रमुख भूमिका है. क्योंकि गूगल एडवर्ड के माध्यम से हम अपने व्यापार को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर प्रमोट भी कर रहे हैं. जिससे कम खर्चे में अधिक लोगों के पास पहुंचने में सहायता मिल रही है. दुनिया के हर कोने के लोगों से जुड़ने का मौका भी मिल रहा है. जिससे हम अपने घर, अपने देश में बैठकर अपने व्यवसाय को विदेशों तक पहुंच पा रहे हैं.
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गूगल का नाम क्या है
इसका पूरा नाम गूगल एलएलसी है. एलएलसी का फुल फॉर्म लिमिटेड लायबिलिटी कंपनी होता है. यह एक व्यावसायिक ऑर्गेनाइजेशन है. इसमें कंपनी के मालिक की जिम्मेदारी जितनी होती है. उतना ही अधिक जिम्मेदारी जुड़े हुए स्वतंत्र निवेशक की भी होती है.
जो भी इसके शेयर होल्डर होते हैं. उनकी व्यक्तिगत संपत्ति कर्ज या अन्य जिम्मेदारी भी कंपनी के साथ ही जुड़ी हुई होती हैं. जिससे यदि किसी भी तरह का कुछ नुकसान होगा. तब इसके मालिक या सहायक व्यक्ति अपने व्यक्तिगत जीवन की कमाई हुई संपत्ति पूरी तरह से सुरक्षित रहते हैं. लिमिटेड, लायबिलिटी, ऑर्गेनाइजेशन व्यवस्था के जो भी शेयर होल्डर होते हैं. उनके लिए आंतरिक सुविधा, सुरक्षा, सुरक्षित रूप से प्रदान करते हैं.
गूगल की स्थापना कब हुई और किसने की
लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन द्वारा गूगल की स्थापना वर्ष 1998 में किया गया था. जब इसका शुरुआत हुआ, उसे समय इसकी प्रशासनिक जिम्मेदारी एवं कार्य कुछ अलग थे. लेकिन धीरे-धीरे इसने अपने मार्केट को एक सर्च इंजन के रूप में बड़ा किया. जिसके बाद पूरे दुनिया में गूगल एक विश्व स्तरीय, नंबर वन सर्च इंजन बन गया. जिसका मुख्य उद्देश्य इनफॉर्मेशन को ढूंढना है. जिससे लोगों को सवाल का सही उत्तर दिया जा सके.
गूगल किस देश का है
ये अमेरिका देश का हैं. जिसका हेड क्वार्टर कैलिफोर्निया शहर के सन फ्रांसिस्को में स्थित हैं. लेकिन इसने अपने सेवाओं का विस्तार पूरे दुनिया में किया. चाहे आप किसी भी देश रहें, वहां पर आपको गूगल की सारी सुविधाएं मिलेगी. अब तो गूगल असिस्टेंट ने स्मार्ट वॉचेस कंट्रोल, स्मार्ट डोर लॉक कंट्रोल की सुविधा प्रदान कर रहा हैं. जिससे हम अपने स्मार्टफोन में असिस्टेंट ऐप डाउनलोड कर पाएंगें. जिससे अपने घर के स्मार्ट डोर, वॉचेस को कंट्रोल कर पाएंगे.
गूगल की उम्र कितनी हैं
इस समय गूगल की उम्र लगभग 25 साल हो चुकी हैं. क्योंकि इसका शुरुआत 4 सितंबर 1998 को हुआ था. स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के दो छात्र लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने अपने रिसर्च प्रोजेक्ट का एक फाइल ऑनलाइन इंटरनेट पर गूगल के रूप में बना करके शुरू किया. इस तरह से 1998 से लेकर आज 2023 तक के बीच का समय लगभग 25 वर्ष का होगा.
भारत में गूगल कब आया
भारत में इसका आगमन 2001 में हुआ. इसके बाद इसने अपने सेवाओं को भारतीय भाषाओं में भी उपलब्ध कराना शुरू किया. जिससे हम भारतीय लोगों के लिए हिंदी या अन्य भाषाओं में जानकारियां प्राप्त करने में सुविधा मिल रहा हैं. आज इस खोज इंजन के उपयोग के कारण भारत में विकास की एक नई रूपरेखा तैयार हो रही है. जिससे हम कई सेवाओं का लाभ ले रहे हैं.
गूगल की एक दिन में कमाई कितनी होती है
गूगल की एक दिन की कमाई कितनी होगी. इसका एग्जैक्ट आंकड़ा बताना संभव नहीं. क्योंकि इसके कमाई का रिकॉर्ड रोज नए-नए बन रहे हैं. इनके द्वारा कुछ फ्री एवं कुछ पेड सेवाएं दी जाती हैं. इसीलिए उनके व्यापार का मॉडल कई प्रकार के हैं. वैसे गूगल की सबसे ज्यादा कमाई एडवर्ड से होती है. जिससे दुनिया के लोग अपने व्यापार, बिजनेस का प्रमोशन एडवर्टाइजमेंट करते हैं. वैसे इसकी पूरी कमाई आमदनी लगभग ट्रिलियन में होती है.
ट्रिलियन का मतलब खरब होगा. भारत में लाख, करोड़ और अरब के बाद खरब होता हैं. एक दिन की कमाई का अनुमान लगाया जा सकेगा.
गूगल पर क्या नहीं पूछना चाहिए
सामाजिक सुरक्षा की दृष्टिकोण से भारत में कुछ ऐसे सवाल हैं. जिनको पूछने पर आपको इसका कड़ा दंड मिल सकेगा. इसीलिए गूगल पर गैर कानूनी जानकारी सर्च नहीं करना चाहिए. यह कानूनी अपराध होगा. किसी व्यक्ति के पर्सनल जानकारी जैसे बैंक अकाउंट डिटेल्स, पासवर्ड, घर की सूचना ऐसे सवाल पूछना दंडनीय अपराध है.
हैकिंग, क्रैकिंग, जीमेल अकाउंट का पासवर्ड चुराना या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर किसी भी तरह के किसी की पर्सनल साइट, ऐप को हैक करने की जानकारी खोजने अपराध हैं. गलत शब्द किसी को गाली देना ऐसे चीजों को पूछने से भी बचना चाहिए. कानूनी सलाह, स्वास्थ्य से जुड़े हुए चीज यह सब कुछ ऑनलाइन खोजने से बचे.
धोखाधड़ी वाला कोई भी सूचना जिससे कोई स्केम होता हो, लोगों की गोपनीय सूचना धन संपत्ति का नुकसान होता हो. ऐसे धोखाधड़ी वाले सवाल भी पूछना गलत होगा.
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सारांश
गूगल क्या होता है की पूरी इनफार्मेशन देने का प्रयास की गई है. आशा करते हैं कि आपको खोज इंजन की पूरी स्टोरी पढ़ कर जरूर अच्छा लगा होगा. क्योंकि जिस चीज कार हम कभी भी जरूरत पर उपयोग करते हैं. उसके बारे में हमें कंपलीट इनफॉर्मेशन भी होना चाहिए.
मेरा नाम रवि शंकर तिवारी है और मैं इस ब्लॉग वेबसाइट का फाउंडर हूं। टेक्निकल बैकग्राउंड होने के कारण टेक्नोलॉजी, कंप्यूटर, ऑनलाइन कमाई, से संबंधित जानकारियों को शेयर करना मेरा पैशन हैं।