गूगल रैंकिंग ड्रॉप रिजन की जानकारी

Google Ranking Dropped reason? कभी न कभी ऐसा होता होगा कि आपके वेबसाइट का अचानक से रैंकिंग ड्रॉप हो जाता होगा। इसके पीछे आपको कारण समझ में नहीं आता है, कि क्यों आपके गूगल का रैंकिंग पूरी तरह से नीचे चला गया है. क्योंकि आपको लगता है कि हम किसी भी तरह का कोई गलती नहीं किए. सही से काम कर रहे हैं सब कुछ ठीक है फिर भी हमारा रैंकिंग ड्रॉप क्यों हो गया.

यदि आप भी गूगल रैंकिंग ड्रॉप होने के कारणों को लेकर के परेशान है, तो इस लेख में हम कुछ ऐसे फैक्टर बताएंगे। जिसको जानने के बाद आपको महसूस होगा कि आपके वेबसाइट का रैकिंग ड्रॉप क्यों हुआ. गूगल द्वारा कुछ गाइडलाइन बनाया गया है. जिस गाइडलाइन को फॉलो करना हर एक वेबसाइट के लिए जरूरी हैं.

गूगल रैकिंग

गूगल के क्रॉलर एक सेट किए हुए प्रोग्राम के आधार पर काम करते हैं. यदि उस बनाए गए रूल एंड रेगुलेशन के अनुसार क्रॉलर को सब कुछ प्राप्त नहीं होगा, तब आपका जो रैंकिंग होगा वह ड्रॉप हो जाएगा. इसके लिए कोई आदमी नहीं बैठा हुआ है. गूगल के जो प्रोग्राम है उसी के द्वारा यह समय समय से जांच किया जाता है. जिसमें अगर किसी भी प्रकार का कोई कमी देखा जाता है, तो वेबसाइट का रैंकिंग ड्रॉप हो जाता है

सामान्य तौर पर गूगल के जो गाइडलाइन है, उसके बारे में तो थोड़ा बहुत जानकारी सभी को होगा। लेकिन कुछ ऐसा जानकारी है, जिसको आपको समझना पड़ेगा। आपको लगता है कि हम गूगल के जो भी गाइडलाइन है उसको अच्छे से समझ गए और उसको फॉलो कर रहे हैं, फिर भी हमारे वेबसाइट का रैंकिंग ड्रॉप हो चुका है. लेकिन ऐसा नहीं कि अगर आप सब कुछ जानते है तो नीचे उसी कुछ पॉइंट को जानेंगे जिससे गूगल रैंकिंग ड्रॉप हो सकेगा।

गूगल रैंकिंग ड्रॉप होने के कारण

वैसे जैसा कि हमने ऊपर बताया कि गूगल के टर्म्स एंड कंडीशन गाइडलाइन को पढ़कर के आप जरूर थोड़ा बहुत जानकारी प्राप्त कर लिए होंगे कि किस तरह से गूगल के गाइडलाइन को फॉलो करना है. लेकिन उनमें से भी कुछ चीजों को मिस कर रहे होंगे.

जो कि गूगल के भाषा को अच्छे से समझ नहीं पाए होंगे या फिर जो गूगल ने जानकारी दिया गया है, उसके हर एक शब्द का मतलब नहीं समझ पाए होंगे। लेकिन नीचे हम कुछ पॉइंट हाईलाइट करेंगे जिससे आपको पता चल जाएगा कि आप किस तरह का गलती किए जिससे गूगल रैंकिंग ड्रॉप हो गया.

Google ranking dropped reason - गूगल रैंकिंग ड्रॉप

सामान्य तौर पर जो गूगल का गाइडलाइन है उसके बारे में तो गूगल पर जाकर पढ़ पाएंगे। लेकिन यहां पर कुछ ऐसी बातों को आपके साथ शेयर करेंगे, जो मिस करते हों जो कि छोटी छोटी बातें जिसको जानना जरूरी होगा।

एक्सटर्नल लिंकिंग

सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन के लिए हर एक पोस्ट में सिमिलर एक्सटर्नल लिंक को लगाना जरूरी है। इसी में कुछ गलतियां हो जाती हैं। जिसके कारण भी आपके वेबसाइट का रैंकिंग ड्रॉप हो सकता है। एक्सटर्नल लिंकिंग करते समय आपको ध्यान रखना होगा कि हम जिस टॉपिक पर कंटेंट लिखे, उसी टॉपिक से संबंधित किसी हाई अथॉरिटी वेबसाइट का लिंक अपने ब्लॉग आर्टिकल में लगाएं। विकीपीडिया का एक्सटर्नल लिंक लगा पाएंगे।

एक्सटर्नल लिंकिंग करते समय भी आप गलती करते हैं। एक्सटर्नल लिंक किस कीवर्ड पर लगाना है, यह भी आपको बहुत ध्यान से सोचने की जरूरत है। एक्सटर्नल लिंक उन्हीं कीवर्ड पर लगाना है, जोकि सिमिलर कीवर्ड है।

External link लगाते समय यह भी ध्यान देना है कि जब कोई विजिटर आपके पोस्ट को पढ़ने के लिए आता है, उस समय उसको साफ-साफ आपका एक्सटर्नल लिंक दिखाई देना चाहिए। ऐसे किसी भी कीवर्ड पर आपको एक्सटर्नल लिंक नहीं लगाना है, जिसका कोई मतलब नहीं निकलता है। उदाहरण के लिए है, हो, और, एवं इत्यादि।

एक्सटर्नल लिंक वैसे कीवर्ड पर लगाना है, जिसको कोई यूजर पढ़े तो उसका मतलब समझ में आए। कभी-कभी ऐसा होता होगा कि आप अपने पोस्ट में एक्सटर्नल लिंकिंग तो करते होंगे, लेकिन गलत तरीके से आप एक्सटर्नल लिंकिंग के लिए कीवर्ड का चयन करते हैं।

जिसके कारण गूगल उसको समझ नहीं पाता। जिससे आपके वेबसाइट का रैंकिंग ड्रॉप हो जाता होगा। एक्सटर्नल लिंकिंग गूगल रैंकिंग ड्रॉप में एक बहुत बड़ा फैक्टर है। इसलिए इसको सही तरीके से करना चाहिए।

पोस्ट टाइटल एंड हेडिंग

किसी भी पोस्ट का हेडिंग बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण होगा। क्योंकि उसी से उस पोस्ट का पूरा मतलब समझ में आएगा। जब कोई अर्टिकल लिखेंगे, तो लिखने के बाद हेडिंग और सर्च इंजन टाइटल लिखेंगे. लेकिन कभी-कभी पहला हेडिंग और सर्च इंजन टाइटल में कुछ गलतियां कर देंगे. जिसके कारण भी आपका रैंकिंग ड्रॉप हो जाता है।

हेडिंग और एससीओ टाइटल में कोई भी ऐसा शब्द नहीं लिखें, जिससे ऐसा लगे कि इस ब्लॉग आर्टिकल को बढ़ा चढ़ाकर बताया जा रहा है। जिसको देख कर के कोई भी यूज़र उस पर क्लिक करने पर विवश हो जाए। ऐसी शब्दों को लिखने से बचना होगा, नहीं तो आपका गूगल रैंकिंग ड्रॉप हो सकता है।

जो भी आप वेबसाइट पोस्ट के अंदर जानकारी लिखते है, उसी शब्‍द का हेडिंग में भी उपयोग करें। ऐसा कभी-कभी होता कि आप ब्लॉग पोस्ट के अंदर कुछ लिखते है और अपने हेडिंग में कुछ अलग ऐसा लिखते है, जिससे लोगों को बहुत ही मनमोहक हेडिंग दिखाई देने लगता है। जिसके कारण उस पर क्लिक करने पर विवश हो जाएंगे. लेकिन यह आपके रैंकिंग के लिए अच्छा नहीं है, इससे रैंकिंग डाउन हो जाएगा।

हेडिग मिस्‍टेक

ऐसा उन वेबसाइट कंटेंट के साथ होता है। जो कि अधिकतर मेक मनी इत्यादि के बारे में पोस्ट लिखते है. उदाहरण के लिए कोई भी एक ब्लॉगर कंटेंट लिखता है, पैसे कैसे कमाए और लिखने के बाद उसके हेडिंग में लिखते है कि एक लाख कमाएं। इस तरह बढ़ा चढ़ा कर हेडिंग में या ब्लॉग टाइटल में जानकारी लिख दिया जाएगा ये करना सही नहीं होगा।

इसीलिए अपने हेडिंग और ब्लॉग टाइटल को सामान्य रूप से लिखें। जिससे आपका ब्लॉग पोस्ट्स जिस टॉपिक के बारे में लिखा गया हैं। उस टॉपिक का हेडिंग सामान्य तौर पर एक ही जैसा होना चाहिए। उसमें किसी भी तरह का कोई ऐसा शब्द नहीं होना चाहिए जिससे वह आकर्षक तथा क्लीकेबल दिखाई देने लगे।

एफिलिएट लिंक

एक नए ब्लॉगर जो होते है, वह पैसे कमाने के लिए कई तरीके अपनाना चाहते है. वे चाहते है कि हम बहुत जल्द पैसा कमाना शुरू करें। जिसके लिए एक मार्केटिंग भी अपने वेबसाइट के लिए करना चाहते। अपने वेबसाइट पर एफिलिएट मार्केटिंग कर सकते हैं। लेकिन उसके लिए भी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियों को सीखना जरूरी है।

एक ब्लॉग पोस्ट के अंदर एक या दो से ज्यादा एफिलिएट लिंक नहीं लगाना चाहिए। यदि इससे ज्यादा आप एफिलिएट लिंक लगाते हों, तो हो सकता है कि आपके साइट का रैंकिग ड्रॉप हो जाए। कभी-कभी ऐसा होगा कि आप एफिलिएट लिंक लगाने के लिए बटन का उपयोग करेंगे।

उस पर एफिलिएट लिंक लगा देते हैं. ऐसा करने से भी गूगल रैंकिंग ड्रॉप हो जाता है। क्योंकि गूगल के क्रॉलर बटन पर लगाए गए लिंक को अच्छे से पढ़ नहीं पाते हैं। जिसके कारण उनको उस लिंक के बारे में जानकारी नहीं मिल पाता है। जिससे वेबसाइट का रैंकिंग ड्रॉप हो जाता है।

इसीलिए जब भी एफिलिएट लिंक लगाएं उसको किसी टेक्स्ट के ऊपर लगाएं। जिसमें <a href=”yoururl”> gyanitechtaviji</a> टैक का भी उपयोग किया गया हो। जब <a> tag लगा कर के आप लिंक लगाएंगे तो गूगल के क्रॉलर उसको आसानी से पढ़ पाएंगे। जिससे आपका वेबसाइट ड्रॉप होने से बच जाएगा। सामान्य तौर पर ऐसा हर बार नहीं होता है। लेकिन यह भी एक रैंकिंग ड्रॉप होने का कारण हो सकता है। जब भी आपको स्पॉन्सर्ड एफिलिएट लिंक लगाना है तो उसमें स्पॉन्सर्ड का टैग जरूर लगाएं।

कंटेंट से संबंधित समस्या

Content  के कारण अधिकतर ब्लॉग साइट का रैंकिंग ड्रॉप हो जाता है और उसका कारण उनके लिखे गए कंटेंट होते हैं। कभी कभी कुछ गलत शब्‍दो को लिखने के कारण वेबपेज में समस्‍या होता हैं जिससे ब्लॉग वेबसाइट का रैंकिंग ड्रॉप हो जाएगा। क्‍योकि जानकारी नहीं होने के कारण वे कंटेंट लिखते जाते हैं और उसमें गलतियां करते हैं। जिसके कारण कंटेंट रिलेटेड Issue क्रिएट होगा और गूगल रैंकिंग ड्रॉप हो जाता है।

कांटेक्ट से संबंधित समस्या होने के कारण इस प्रकार से है।

गलत शब्दों का उपयोग करना – इसका मतलब है कि अपने ब्लॉग कंटेंट के अंदर ऐसे शब्दों का उपयोग कर रहे हैं जो कि भड़काऊ है या लोगों को पढ़ने के बाद उस से हानि हो सकता है। उदाहरण के लिए अपने ब्लॉग पोस्ट में कोई आंकड़ा दे देते हैं, जिसको प्रमाणित करना आसान नहीं होता है। ऐसे किसी भी तरह के आंकड़ा देने से बचना चाहिए। जिसको प्रमाणित करना संभव नहीं है। 

गूगल ऐसे किसी भी शब्द को पसंद नहीं करता है, जिसका प्रमाण उपलब्ध नहीं है। जैसे ऐसा कभी-कभी ब्लॉग पोस्ट के अंदर लिखा हुआ रहता है कि ऐसा करने से आप करोड़ों में कमाई कर पाएंगे। इस तरह के शब्दों को प्रमाणित करना बहुत ही कठिन है। इसीलिए अगर ऐसे शब्दों का प्रयोग अपने आर्टिकल में करते हैं, 

जिसको आसानी से प्रमाणित नहीं किया जा सकता है या जिसको पढ़ने के बाद लोगों का उससे नुकसान हो सकता है। समाज में तनाव उत्पन्न हो सकता है। सामाजिक समरसता, भेदभाव का बढ़ावा, वैमनस्य, नफरत इत्यादि से जुड़े हुए शब्द गूगल गाइडलाइन के हिसाब से सही नहीं है। इसीलिए आपका कंटेंंट से रिलेटेड issue आता है जिससे आपका गूगल रैंकिंग ड्रॉप हो सकता है।

शब्‍द की गलती

आप अपने ब्लॉग कंटेंट में ऐसे किसी भी प्रकार के शब्द जैसा कि ऊपर हमने बताया है या फिर कोई इमेज बिलकुल नहीं लगेंगे

कोई भी वीडियो जिसमें ऐसा कोई भड़काऊ शब्‍द हो या कोई आंकड़ा दिया गया हो जिसको प्रमाणित नहीं किया जा सकता है। ऐसी चीजों को यदि अपने ब्लॉग आर्टिकल में डालते हैं, तो गूगल रैंकिंग ड्रॉप हो सकता  है।

किसी भी ब्लॉग पोस्ट को लिखते समय सामान्य शब्दों का ही उपयोग करना चाहिए। ऐसा कोई शब्द नहीं लिखना है किसी भी पोस्ट को ज्यादा बढ़ा चढ़ाकर नहीं लिखना चाहिए। सामान्य शब्दों में किसी भी वेबपेज कंटेंट को लिखना सही है, 

  • इमेज
  • वीडियो
  • टेक्स्ट
  • ऑडियो

किसी भी फॉर्मेट में कुछ भी ऐसा चीज नहीं लिखना न डालना है जिससे किसी भी प्रकार का कोई guideline break करता हो।

गूगल रैंकिंग ड्रॉप होने का सबसे बड़ा कारण

अधिकतर जगहों पर आपको पढ़ने को या वीडियो देखने को मिल जाता होगा, जिसमें बताया जाता है कि बिना पोस्ट लिखे पैसे कमाए। जिसमें गलत तरीके से आपको बताया जाता है कि आप गलत तरीकों को अपनाकर ब्लॉग पोस्ट तैयार करें। जिसके कारण गूगल रैंकिंग ड्रॉप हो जाता है। 

कभी भी किसी दूसरे का फोटो, ब्लॉग पोस्ट या अन्य किसी भी प्रकार का सामग्री अपने साइट में उपयोग नहीं करना है। यदि आप ऐसा करेंगे तो आपका गूगल रैंकिंग पूरी तरह से ड्रॉप होना निश्चित है। अपने वेबसाइट के अंदर स्वयं द्वारा लिखा हुआ ब्लॉग पोस्ट हीं डालें। अपने द्वारा बनाए गए फोटो का उपयोग करें। किसी भी दूसरे वेबसाइट से कुछ भी कॉपी पेस्ट करके न डालें। स्‍वयं द्वारा बनाया गया यूट्यूब वीडियो भी डाल पाएंगे।

सारांश

गूगल रैंकिंग ड्रॉप होने के कुछ जरूरी एवं लाभदायक जानकारी दी गई है। जिसको पढ़ने के बाद यदि आपका गूगल रैंकिंग ड्रॉप हुआ है तो तुरंत यदि सुधार करते हैं, तो आपका फिर से रैंकिंग बेहतर हो सकता है। 

यदि इस कारणों से आपका वेबसाइट का रैंकिंग ड्रॉप हुआ है तो कृपया इन सभी बातों को ध्यान रखें और उसके अनुसार अपने वेबसाइट को फिर से अपडेट करें। जिसके बाद गूगल रैंकिंग सही हो सकता है।

Leave a Comment