टीपीएम क्या है फुल फॉर्म व फायदें?

टीपीएम क्या है टीपीएम का फुल फॉर्म टोटल प्रोडक्टिव मेंटेनेंस होगा. किसी भी मैन्युफैक्चरिंग कंपनी में कंपनी के प्रोडक्शन को सुचारू चलाने हेतू टोटल प्रोडक्टिव मेंटेनेंस सबसे जरूरी है. टोटल प्रोडक्टिव मेंटिनेस किसी भी कंपनी के कार्य को हर समय बेहतर तरीके से चलाने के लिए किया जाता है.

जिसके कारण कभी भी कंपनी के मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं हो पाएगी। क्योंकि फैक्‍ट्री के जो भी मशीन इक्विपमेंट्स होंगे उसको पहले ही पूरी तरह मेंटेन करके रखा जाता है. जिससे कंपनी में कभी भी मशीनरी से संबंधित समस्या या जीरो डाउन टाइम होता है.

कोई मैन्युफैक्चरिंग कंपनी में प्रोडक्ट को तैयार करना हैं तो कई प्रकार की equipments की जरूरत होती है. उन इक्विपमेंट्स को पूरी तरह से सुचारू रूप से चलाने के लिए टीपीएम जरूरी है. क्योंकि टीपीएम में किसी भी मशीनरी इक्विपमेंट्स को पहले से ही पूरी तरह से तैयार करने की योजना बनाई जाती है. 

जिसके कारण कभी भी उपकरण में किसी भी प्रकार की डाउनटाइम नहीं हो सकेगा। अचानक किसी भी प्रकार के गड़बड़ी से सुरक्षित रखा जा सकेगा। मशीन चलाने वाले जो ऑपरेटर हैं उनको किसी भी प्रकार की समस्या से बचाने के लिए ही टोटल प्रोडक्टिव मेंटिनेस की प्रक्रिया को किया जाता है.

टीपीएम कंपनी में सारे इंप्लाइज एक साथ मिलकर प्रोडक्शन एवं मेंटेनेंस का काम करते हैं जिससे गुड्स या सर्विसेज कस्टमर एक्सपेक्टेशन के अनुसार तैयार किए जाते हैं.

इसमें कंपनी Employee ग्रुप मिलकर मेंट्स का कार्य करते हैं जो प्लांट में उपयोग किए जाते हैं उसको अच्छा बेहतर कंडीशन में हर समय तैयार करते है. जिसके लिए डाउन टाइम से पहले ही मेंटेनेंस किया जाता है.

टीपीएम क्या है

टोटल प्रोडक्टिव मेंटिनेस एक प्रकार का मेंटेनेंस प्रणाली हैंं. जो कि कोई भी मशीन या इक्विपमेंट्स को उसके खराब होने से पहले ही उसको पूरी तरह से परफेक्ट बनाने का काम करती है.

TPM kya hai - टीपीएम क्या है

एक उदाहरण इस प्रकार है

हम लोग अपने उपयोग के लिए बाइक का उपयोग करते हैं बाइक से हर रोज ऑफिस आने जाने का काम या और भी जरूरी जो काम होता है उसको करते है कभी-कभी ऐसा होता है कि बाइक से जाते समय रास्ते में अचानक बाइक खराब हो जाएगी. जिसके कारण हम समय से ऑफिस नहीं पहुंच पाएंगे, ऐसी स्थिति में हमारे बाइक का कंडीशन पूरी तरह से ठीक नहीं होता है.

इसी स्थिति से बचने के लिए हम अपने बाइक को खराब होने से पहले ही सर्विसिंग करा करके पूरी जांच-पड़ताल करा सकते हैं और जो भी कमियां है उसको ठीक कर सकते हैं जिससे जब हम ऑफिस निकले उस समय हमारे बाइक में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं हो।

ठीक इसी प्रकार जब कोई कंपनी में मशीनरी के जो भी इक्विपमेंट्स होते हैं जिसका उपयोग किया जाता हैंं. उसको खराब होने से पहले उसमें किसी भी प्रकार की गड़बड़ी से पहले ही उसको पूरी तरह से मेंटेन रखना चाहिए 

टीपीएम का उदाहरण

जिससे कि जब हम तकनीक पर काम करें उस समय उसमें किसी भी प्रकार की दिक्कत नही हो। एक सेकेंड के लिए भी मशीन हमारे डाउन टाइम में ना चला जाए तथा जो भी ऑपरेटर उस पर काम कर रहे हैं उनके साथ किसी भी प्रकार की कोई समस्या नही हो। अन्‍य समस्या से बचने के वास्‍ते टोटल प्रोडि‍क्टव मेंटेनेंस एक्टिविटी को किया जाता है.

टोटल प्रोडक्टिव मेंटेनेंस में कंपनी के जो भी मैन्युफैक्चरिंग इक्विपमेंट्स होते हैं उसको खराब होने से पहले उसकी पूरी जांच पड़ताल की जाती है. उस संगठन में उपलब्‍ध उपकरण में किस तरह की समस्या हैं उसमें मोबिल की आवश्यकता हैं या उसके पार्ट्स बदलने की जरूरत हैंं। उसमें अन्य किसी प्रकार की कोई समस्या हैं उसको दूर करके उस तकनीक को बेहतर तरीके से काम करने हेतु तैयार किया जाता है। 

जिससे कि जब हम मशीन पर काम करें उस समय उसमें किसी भी प्रकार की समस्या नही हो और हमारे मशीन में डाउनटाइम नहीं होना चाहिए। ऑपरेटर को काम करते समय अन्‍य प्रकार की कोई समस्या नहीं होना चाहिए। जो भी प्रोडक्ट बनाया जाता हैंं। वह अच्छे क्वालिटी का बनना चाहिए। इन सभी चीजों को मेंटेन रखने बेहतर बनाने के लिए टोटल प्रोडि‍क्टव प्रणाली को अपनाया जाता है।

टोटल प्रोडक्टिव मेंटिनेस का मतलब

Total – प्रोडक्शन से जुड़े हुए सभी इक्विपमेंट्स को मेंटेन करना हर एक इंडिविजुअल का काम होता है जो एक दूसरे के साथ मिलकर करते हैं

Productive – जो भी गुड्स सर्विसेज की सेवाएं दी जा रही हैं वह हमारे कस्टमर के विश्वास पर खरे उतरना चाहिए।

Maintenance –  प्लांट में मौजूद सभी इक्विपमेंट्स बेहतर कंडीशन में होने चाहिए जिससे हर समय वह अच्छी तरह से काम करें जिसका सीधा मतलब हैं कि सारे इक्विपमेंट्स को बेहतर क्वालिटी में हर समय बनाकर करके रखना है।

TPM Full Form

TotalProductiveMaintenance

टीपीएम का इतिहास

1940 से 1950 के दशक में यूनाइटेड स्टेट्स के द्वारा प्रोडक्टिव मेंटेनेंस प्रणाली को शुरू किया गया। जिसके बाद से इसमें और भी कई तरह के परिवर्तन करते हुए इस को बेहतर बनाने का प्रयास किया गया। जिसमें कई देशों के अन्य लोगों के द्वारा इसमें बेहतरी के लिए काम किया गया जिससे कि प्लांट में मौजूद मैन्युफैक्चरिंग यूनिट इक्विपमेंट्स अच्छी तरह से मेंटेन रहे।

8 Pillars of TPM

  • Jishu Hozen
  • Planned Maintenance
  • Kobetsu kaizen
  • Safety Health and Environment
  • Quality Maintenance
  • Office TPM
  • Education & Training
  • Initial Flow Control

टीपीएम के फायदें

  • Reduced Unplanned Maintenance
  • Low Manufacturing Costs
  • Reduced Downtime
  • Zero Downtime

टीक्यूएम और टीपीएम में समानता

टीक्यूएम टोटल क्वालिटी मैनेजमेंट और टीपीएम टोटल प्रोडक्टिव मेंटेनेंस दोनों ही केस में इसकी पूरी जिम्मेवारी कंपनी के टॉप मैनेजमेंट की होती है। क्वालिटी से संबंधित या मेंटेनेंस से संबंधित प्रक्रियाओं को सुनिश्चित करने के लिए टॉप लेवल के जो मैनेजमेंट होते हैं उन्हीं का इसमें इंवॉल्वमेंट होता है।

कंपनी के जो Employee होते हैं उसको शक्तिशाली बनाया जाता हैं उनको trained किया जाता हैं ताकि वह सही समय पर सही एक्शन ले सके। उद्याेेग के प्रोसेस को और भी बेहतर बनाने हेतु इंप्रूवमेंट की जो भी आवश्यकता हैं उसको पूरा कर सके।

टीक्यूएम और टीपीएम में अंतर

TQMTPM
प्रोडक्ट क्वालिटी पर फोकस करना उद्देश्य होता हैकंपनी में प्रोडक्ट को मैन्युफैक्चर करने के लिए जो भी मशीन या इक्विपमेंट्स उपयोग किया जाता हैं उस पर फोकस करना मुख्य लक्ष्य टीपीएम का होता है
मानव संसाधन में उपलब्ध रिसोर्सेज को बेहतर बनाना इंप्रूव करना लक्ष्य होता हैतकनीक को बेहतर बनाना उसमें सुधार करना प्रमुख लक्ष्य होता है
क्वालिटी का बेहतर बनाने का काम कंटीन्यूअस चलते रहता है यह कभी समाप्त नहीं होता हैटीपीएम में मशीन से कार्य को पूरा करने के लिए टारगेट ओरिएंटेड भी होना पड़ता है
कस्टमर की संतुष्टि का भी इसमें ध्यान रखा जाता है तथा उनसे भी इसके बारे में बात किया जाता है।टीपीएम में कस्टमर से डायरेक्ट किसी भी प्रकार की वार्ता नहीं होता है कस्टमर साइलेंट स्थिति होता है। इसमें मुख्य रूप से तकनीक की प्रोडक्टिविटी और उसकी Maintenance को बेहतर बनाना ही कार्य होता है।

टीपीएम एक नजर में

किसी भी मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में जो भी तकनीक उपयोग किया जाता है उस मशीन में हर एक छोटी सी छोटी Parts को साफ रखना उस को बेहतर बनाना सबसे जरूरी होता है। हर एक मैन्युफैक्चरिंग कंपनी में अलग-अलग प्रकार के तकनीक का उपयोग किया जाता है. इसीलिए टीपीएम में मशीन के हर एक छोटी Parts से लेकर के बड़ी Parts तक की जांच पड़ताल को सुनिश्चित करना होता है. कंप्यूटर क्या है.

जिसमें मशीन की स्थिति क्या है और उसको कार्य करने की शैली किस प्रकार की है. मशीन कितना प्रोडक्शन को संभाल सकता है.उपकरण को चलाने हेतु ऑपरेटर कितना trained है मशीन के सारे नट बोल्ट सही तरीके से फिट हैं. 

मशीन को चलाते समय किन चीजों की सेफ्टी पर अधिकतर ध्यान देना है जो भी ऑपरेटर हैं उनको सुरक्षा के दृष्टि से किन-किन चीजों को उपयोग करना है. उपकरण चालू करने से पहले बेरिंग, हैंड पंप, वाटर, या उसमें जो भी उसको चलाने हेतु सामग्रियां इंधन की आवश्यकता है उसकी जांच पड़ताल करना भी  टीपीएम का ही एक हिस्सा है।

जब कोई भी ऑपरेटर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में काम करते हैं उस समय उनको हाथ में Gloves, पैर में जूता, हेलमेट या और जो भी जरूरी सुरक्षा के दृष्टिकोण से सामानों की आवश्यकता है उसको उपयोग करना चाहिए।

कभी-कभी ऐसा होता है कि मशीन के कोई नट्स या bolts टूट जाते हैं उसको ध्यान रखना और उसको उपकरण चालू करने से पहले उसको ठीक करना, बोल्ट को अच्छे से टाइट करना, इन सभी चीजों की जानकारी एक हेल्थी ऑर्गनाइजेशन हेतु जरूरी है।

सारांश

टीपीएम क्या है टोटल प्रोडक्टिव मेंटिनेस एक ऐसा कार्य प्रणाली है जिसमें कंपनी के मैन्युफैक्चरिंग इक्विपमेंट्स को हर समय कार्य करने के लिए बेहतर बनाने की जानकारी प्राप्त किया जाता है। जिसके द्वारा कंपनी में उपलब्ध सभी प्रकार की मैन्युफैक्चरिंग इक्विपमेंट्स सुचारू रूप से बिना किसी भी प्रकार की समस्या के हर समय काम करें। इसके लिए हर एक छोटी सी छोटी जानकारी एवं जांच प्रक्रिया को बेहतर करने की टीपीएम कार्य प्रणाली है। नेटवर्क मार्केटिंग क्या है.

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