कोड क्या है प्रकार, उपयोग एवं लाभ?

कोड एक प्रकार का ऐसा समूह होता हैं. जिसमें शब्द, अक्षर, नंबर, सिंबल का उपयोग करके तैयार किया गया है. कोड शब्‍द कोडिंग से बना हैं. जिसका उपयोग अधिकतर प्रोग्रामिंग इत्यादि को करने के लिए होगा. कोड का मतलब कोई पासवर्ड भी होगा, जिसको सुरक्षा पर्पस के लिए प्रयोग संभव होगा.

कभी-कभी ऐसा हम लोग बात करते होंगे कि मुझे उसका कोड पता नहीं. जिसका मतलब होगा किसी भी प्रकार का कोई ऐसा स्पेशल कोड जो कि सीक्रेट हैं. जिसको वही जानता होगा जो उसके लिए ऑथराइज होगा. वैसे किसी भी संख्या, अक्षर, नंबर इत्यादि को ही कोड कहा जाएगा.

वैसे कोड को कंप्यूटर में उपयोग करते हैं. जिसके माध्यम से संगणक को किसी भी तरह के किसी लॉजिक को समझा जाएगा. या कंप्यूटर में अलग-अलग प्रोग्रामिंग के लिए कोडिंग किया जाएगा.

कोड क्या है

यह एक स्क्रिप्ट है. जिसके आधार पर किसी काम को पूरा कर पाएंगे. उदाहरण के लिए जब संगणक में किसी प्रकार कोई प्रोग्रामिंग इत्यादि को करना होगा, तो कोडिंग स्क्रिप्ट बनाते हैं. जिसके बाद कंप्यूटर को निर्देश दिया जाएगा कि इस कोडिंग के आधार पर उस काम को किस तरह से प्रोसेस किया जाए. 

कोड कई प्रकार के हो सकता हैं. अलग-अलग कामों के लिए कंप्यूटर में अलग-अलग प्रकार की कोडिंग किया जा सकेगा. जिसके आधार पर Programming, सॉफ्टवेयर इत्यादि निर्माण किया जा सकेगा.

वर्तमान समय में इसका बहुत ही ज्यादा महत्व हैं. क्योंकि वर्तमान में कोड और कोडिंग का बहुत ही ज्यादा क्रेज बढ़ गया. क्योंकि आजकल हर कोई प्रोग्रामिंग सीखकर संगणक में कुछ ऐसा बनाना चाहता है, जिससे टेक्नोलॉजी क्षेत्र में नये तकनीक को तैयार किया जाए.

दुनिया में आज कई तरह के कंप्यूटर टेक्नोलॉजी अविष्कार हुआ. यह सब कुछ कोड और संक्षेपण से ही बना हैं.

संगणक संक्षेपण के आधार पर ही काम करता हैं. क्योंकि कंप्यूटर को इस तरह से तैयार किया गया, जिससे कि जब कुछ भी इनपुट देंगे तो अपने भाषा बायनरी में कन्वर्ट कर लेगा. जोकि वह अपना बायनरी कोडिंग सिस्टम का उपयोग करता हैं. जिसके आधार पर दिए गए इनपुट को समझेगा और उसके बाद उसको प्रोसेस करके उसका आउटपुट भी दे देगा.

कोड का मतलब क्या होता है

यह एक प्रकार का गोपनीय कोड है जिसको नंबर, अल्फाबेट, सिंबल इत्यादि का प्रयोग करके बनाया गया. उदाहरण स्मार्टफोन को ओपन करने के लिए भी सिक्‍यूरिटी कोड डालेंगे. इसी तरह से ऑनलाइन अपने बैंकिंग अकाउंट का उपयोग करेंगे, तो उसमें भी पासवर्ड डालेंगे.

जैसे अपने एटीएम कार्ड से जब पैसा निकालेंगे, तो उसके लिए भी कोड रहता हैं. प्रोग्रामिंग हेतू भी कोड रहता हैं. जिसमें तरह-तरह के तकनीक का उपयोग संकेतन हेतू होगा. इस तरह से एक ऐसा शब्द जिसका मतलब अलग-अलग क्षेत्रों में अलग होगा. कोड का शाब्दिक अर्थ मल्टीपल रूप में हो सकेगा.

कोड के प्रकार

कंप्यूटर में कई अलग-अलग प्रोग्रामिंग भाषा का उपयोग होगा. जिसके द्वारा कई तरह के संक्षेपण संभव है. प्रमुख रूप से उपयोग किया जाने वाला कुछ सॉफ्टवेयर लैंग्वेजेज को नीचे बताया गया हैं.

जावास्क्रिप्ट

वेबसाइट की के लिए कोडिंग होगा. जिसमें जावास्क्रिप्ट भी एक प्रमुख है. जावास्क्रिप्ट से वेब पेजेस या जो जरूरी आवश्यक tools हैं उसको तैयार कर पाएंगे.

सी भाषा

कोडिंग के क्षेत्र में सबसे बेसिक सी भाषा है. जिससे इसका शुरुआत होता है. यदि कोई भी प्रोग्राम डेवलपमेंट सीखना चाहता होगा, तो वह सबसे पहले सी लैंग्वेज को सीखेगा. सी लैंग्वेज बेसिक प्रोग्रामिंग भाषा है. जिससे प्रोग्राम डेवलपमेंट के फंडामेंटल के बारे में जानकारी प्राप्त होगा.

सी प्लस प्लस

सी कोड का ही एडवांस लैंग्वेज सी प्लस प्लस हैं जिसको ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग लैंग्वेज भी कहते हैं. सी प्लस प्लस में कुछ एडवांस लेवल का कोडिंग भी किया जा सकता हैं. सी प्लस प्लस से सॉफ्टवेयर भी बनाया जा सकता है. सी प्लस प्लस संक्षेपण के लिए यूज होगा. जिसमें कुछ लिखकर के Programming करते है.

पाइथन

वर्तमान में वेबसाइट प्रोग्रामिंग आदि हेतु बहुत ही बेहतर एवं प्रसिद्ध संक्षेपण भाषा है जिसका नाम पाइथन हैं. इसका उपयोग डेटा विश्लेषण, वेब पेज डिजाइन, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट हेतु करते है. जिसके माध्यम से सभी तरह के संक्षेपण को बनाया गया हैं.

जावा

जावा भी एक बहुत ही पुराना संक्षेपण लैंग्वेज है. जावा से संक्षेपण के द्वारा वेबसाइट, सॉफ्टवेयर, टेक्नोलॉजी आदि का निर्माण किया जा सकेगा. यह एक ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है. यह हाई लेवल संक्षेपण लैंग्वेज भी है. जिससे प्रोग्राम और कई प्रकार के बेहतर सॉफ्टवेयर तकनीक इसके माध्यम से निर्माण कर पाएंगे.

डॉट नेट

डॉट नेट का फुल फॉर्म नेटवर्क इनेबल टेक्नोलॉजी है. यह भी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है. जिसके द्वारा वेब एप्लीकेशन, सॉफ्टवेयर विकास, वेबसाइट डेवलपमेंट, मोबाइल एप्लीकेशन डेवलपमेंट इत्यादि कोडिंग के माध्यम से होगा.

प्रोग्राम डेवलपमेंट से ही किसी भी प्रकार का ऐप, Software, वेबसाइट इत्यादि निर्माण होगा. डॉट नेट में कई संक्षेपण प्लेटफार्म हैं जैसे C#,| j# आदि.

कोड का उपयोग

इसका आवश्‍यकता अलग-अलग कामों में बहुत ही महत्वपूर्ण है. यदि किसी सामान्य सिक्योरिटी के लिए यूज करेंगे, तो वहां पर कोड का बहुत ही ज्यादा महत्‍व होगा. जिससे जिस तरह का भी सुरक्षा के लिए बनाया है, उससे अपने सेवा को सुरक्षित कर पाएंगे. प्रोग्राम डेवलपमेंट माध्यम से किसी भी प्रकार का Application तैयार कर लेंगे, तो वहां भी इसका बहुत ही ज्यादा महत्व है 

क्योंकि जो भी प्रोग्राम डेवलपमेंट के द्वारा एप्लीकेशन तैयार किए जाते है, उसमें कोडिंग का ही मुख्य भूमिका रहता हैं. यह ऐसा सिंटेक्स का समूह हैं जिससे संगणक आसानी से उस को समझ पाता है. कंप्यूटर सामान्य भाषा को नहीं समझता हैं.

जो भी चीज हम लोग कंप्यूटर में लिखेंगे उसको वह अपने भाषा में समझेगा. कंप्यूटर का भाषा बाइनरी है. चाहे हम कुछ भी लिखे उसको जीरो एंड वन के फॉर्मेट में कन्वर्ट कर लेता हैं और उसके बाद संगणक उसको समझता है.

  • यह सिंटेक्स के रूप में भी रहता हैं जो पूरा सिंटेक्स एक प्रोग्रामिंग का आकार होता है.
  • इसका इस्‍तेमाल कई प्रकार से संभव होगा. 
  • जैसे कि यदि किसी एप्लीकेशन या वेबसाइट को सुंदर बनाना होगा, तो सीएसएस होगा. 
  • किसी वेबसाइट को यदि HTML के द्वारा बनाना होगा, तो HTML फॉर्मेट में प्रोग्राम डेवलपमेंट कर पाएंगे. 
  • वेबसाइट में भी कुछ extra फीचर्स को जोड़ना होगा तो Javascript इत्यादि का उपयोग होगा

संक्षेपण का यूज Software डेवलप करने के लिए भी होगा. जिसमें अलग-अलग Software का उपयोग किया जाएगा. जिसमें डॉट नेट, सी प्लस प्लस, पीएचपी, पाइथन आदि programming Software से बेहतर एप्लीकेशन आदि को बनाया जाता है.

लाभ

  • सुरक्षा के हिसाब से भी बहुत ही महत्वपूर्ण हैं
  • संगणक केवल कोड को ही समझेगा
  • कई प्रकार के एप्लीकेशन बनाया जाएगा
  • टेक्नोलॉजी में कोड और संक्षेपण टेक्नोलॉजी की आधार हैं.

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सारांश

इस लेख में कोड को हम लोग अलग-अलग तरह से समझे. जिसमें कोड का उपयोग सुरक्षा पर्पस में भी किया जाएगा तथा इससे कंप्यूटर का भी पूरा सिस्टम जुड़ा हुआ है. यह किसी भी रूप में हो सकता है. एक चित्र या एक syntex के रूप में भी हो सकता है.

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