इंटरनेशनल ब्लॉगिंग क्या है

इंटरनेशनल ब्लॉगिंग क्या है तथा हम अंतरराष्ट्रीय ब्लॉग लेखन कैसे करें. जो भी लोग भारत में रहते हैं तथा वह चाहते हैं कि हम दूसरे देश के भाषा में ब्लॉग लिखना शुरू करें. चाहे आप किसी भी कंट्री में रहते हो. आप दूसरे देश के लिए उनके भाषा में किसी भी विषय पर यदि ब्लॉगिंग करना चाहते हैं. तब उसे कैसे कर सकते हैं. क्योंकि बहुत ऐसे लोग हैं जो की यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका के लिए ब्लॉग लिखना चाहते हैं. क्योंकि यदि आप अमेरिका के लिए ब्लॉग लिखेंगे, तब आपको वहां बहुत ही ज्‍यादा सीपीसी मिलेगा. 

जिससे आप बहुत जल्द कम ट्रैफिक में भी बहुत ज्यादा कमाई कर लेंगे. आज इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आप अंतरराष्ट्रीय ब्लॉगिंग कैसे कर सकते हैं तथा उसके लिए आपको किन-किन चीजों की ध्यान देने की आवश्यकता है. जिससे आप सही तरीके से अपने आर्टिकल्स राइटिंग प्रक्रिया को शुरू करेंगे. जिससे आपको गूगल ऐडसेंस का अप्रूवल तथा आपके टारगेट ऑडियंस तक आपका आर्टिकल्स आसानी से पहुंच जाएगा.

दुनिया में कई अलग-अलग भाषाएं बोली जाती है. जिनके जानने वाले भी कई प्रकार के अलग-अलग कंट्री के लोग होते हैं. उदाहरण के लिए हम भारत में रहते हैं तथा हम चाहते हैं कि जर्मनी में रह रहे, लोगों के लिए उनके भाषा में हम एक ब्‍लॉग वेबसाइट बनाएं. तब क्या यह संभव है कि हम भारत में रहकर हीं जर्मनी के लिए ब्‍लॉग आर्टिकल लिख सकते हैं. ऐसा बिल्कुल हंड्रेड परसेंट संभव है और इससे हम अपने घर, गांव, शहर कहीं से भी शुरू कर सकते हैं. जिसके लिए हमें लोकेशन चेंज करने की आवश्यकता नहीं है.

इंटरनेशनल ब्लॉगिंग क्या है

इंटरनेशनल का मतलब हिंदी में अंतरराष्ट्रीय तथा ब्लॉगिंग का मतलब चिट्ठा, लेख लिखना होता है. जिसका मतलब दूसरे देश के दूसरे भाषा में अपने घर से चिट्ठा या ब्लॉग लेखनी करने की प्रक्रिया को ही इंटरनेशनल ब्लॉगिंग कहते हैं. कनाडा एक अंतर्राष्ट्रीय देश है. जहां पर गूगल ऐडसेंस का सीपीसी बहुत ज्यादा मिलता है. अब कोई भी व्यक्ति चाहेगा कि हम भारत में रहकर कनाडा के लिए एक ब्‍लॉग वेबसाइट बनाएं. तब उसके लिए वहां का जो भी भाषा है. 

international blogging in hindi - इंटरनेशनल ब्लॉगिंग

उसको सबसे पहले आपको जानना होगा. तभी उन भाषाओं में आप बेहतर आर्टिकल्स लिख पाएंगे. बहुत ऐसे लोग हैं जो कि कनाडा के लैंग्वेज को समझते हैं. वे लोग भारत में रहकर ही अपना अंतरराष्ट्रीय ब्लॉगिंग शुरू कर सकते हैं. इसके बारे में हम नीचे सब कुछ स्टेप बाय स्टेप विस्तार से बताएंगे. जिसको फॉलो करके आसानी से ब्‍लॉग वेबसाइट बनाया जा सकेगा. जो की अंतरराष्ट्रीय स्तर का टारगेटिंग ऑडियंस फोकस रहेगा.

इंटरनेशनल ब्लॉगिंग कैसे करें

कुछ पॉइंट्स को ध्यान में रखते हुए इंटरनेशनल ब्लॉगिंग को शुरू करना चाहिए. जिसमें सबसे प्रमुख रूप से एक डोमिन नेम को चयन करना चाहिए. जब भी किसी मल्टीप्ल ऑडियंस को टारगेट करते हैं. तब उसके लिए डॉट कम डोमिन या जिस कंट्री के लिए डोमिन नाम सेलेक्ट करना चाहिए. जैसे भारत में ब्लॉगिंग करने के लिए .in डोमिन अधिकतर लोग उपयोग करते हैं. ठीक इसी प्रकार अमेरिका में .uk इत्यादि का उपयोग होता है. अब नीचे एक-एक करके स्टेप को फॉलो करें. जो हम आपको बता रहे हैं.

1. डोमिन और होस्टिंग खरीदें

हम अपने टारगेट ऑडियंस तक पहुंचाने के लिए वहां का जो लोकल डोमिन नेम होगा. उसी को खरीदना चाहिए. जैसा हमने ऊपर बताया है. अब ठीक इसी प्रकार से जब हम अंतरराष्ट्रीय ऑडियंस को टारगेट करेंगे. तब वहां का जो डोमिन एक्सटेंशन होगा. उसका चयन करेंगे. नहीं तो पूरे विश्व में सबसे ज्यादा उपयोग किया जाने वाला पॉपुलर कमर्शियल डोमिनी नाम का चयन कर सकते हैं. जैसे .com वाला डोमिन के साथ आप जा सकते हैं.

उसके बाद दूसरा सबसे प्रमुख चीज होस्टिंग होता है. जहां के लोगों को हमें अपने ब्‍लॉग वेबसाइट पर लाना है. वहां लोकल लेवल पर हमें अपने होस्टिंग को होस्ट करना चाहिए. जिससे डाटा आदान-प्रदान होने में आसानी होता है. जब भी कोई यूजर इनफॉर्मेशन वेबसाइट पर जाकर पाना चाहेगा. तब उस समय इसका सर्वर यदि इस देश में मौजूद रहेगा. तब सर्वर से डाटा यूजर के कंप्यूटर पर आने में बहुत ही कम समय लगेगा. 

सर्च इंजन भी यह समझता है कि जहां पर आपका होस्टिंग है. वहीं के ऑडियंस को आप टारगेट कर रहे हैं. जिससे आपका गूगल सर्च में रैंकिंग भी इंप्रूव होगा. इसीलिए अपने डोमिन और होस्टिंग को बहुत ही सोच समझकर चयन करना चाहिए. जिससे आपके वेबसाइट पर आने वाले विजिटर को टारगेट करना बहुत भी आसान हो जाएगा.

2. ब्‍लॉग सेटअप करें

जब आप डोमिन होस्टिंग खरीद लेंगे. उसके बाद आपको अपने ब्‍लॉग वर्डप्रेस पर सही तरीके से सेटअप करना चाहिए. जिसके लिए एक सबसे बेहतर थीम का चयन करना चाहिए. जो यूजर फ्रेंडली हो. मोबाइल रेस्पॉन्सिव हो. वैसे लाइटवेट थीम का उपयोग करें. वर्डप्रेस पर सबसे पॉपुलर जनरेट प्रेस, अस्त्रा, जेनेसिस का थीम है. लेकिन यदि आप चाहते हैं कि हम कोई दूसरा थीम का चयन करें तो आप अपने हिसाब से बेहतर निर्णय ले सकेंगे.

जब आप अपने थीम को एडिट करके सही तरीके से उसको डिजाइन कर लेंगे. उसके बाद चार जरूरी पेज क्रिएट करने होंगे. जिसमें डिस्क्लेमर, टर्म्स एंड कंडीशन, प्राइवेसी पॉलिसी, अबाउट अस कन्टैक्ट अस यह कुछ महत्वपूर्ण पेज जरूर बना लेना चाहिए. जिसमें यूनिक इनफॉर्मेशन भी लिखना चाहिए. अबाउट अस में आपको अपने साइट के बारे में पूरी तरीके से इनफॉर्मेशन देना चाहिए. जिससे लोगों को आपकी वेबसाइट के बारे में आसानी से समझ आ जाए.

अपने साइट को फास्ट बनाने के लिए कुछ बेहतर ब्लॉगिंग का भी उपयोग करना चाहिए तथा जो भी लेखक हैं. उनका भी ऑथर प्रोफाइल बनाना चाहिए. जिसमें उनके बारे में भी सूचना देना महत्वपूर्ण है. जैसे सोशल मीडिया का लिंक फेसबुक, ट्विटर, लिंक्डइन इत्यादि को जरूर मेंशन करना चाहिए.

3. Niche सेलेक्ट करें

अब जब एक इंटरनेशनल ब्लॉगिंग वेबसाइट बनकर तैयार हो गया. तब उसपर अगला काम ब्‍लॉग पोस्ट लिखता होगा. लेकिन उससे पहले साइट पर पांच कैटेगरी जरूर बनना चाहिए. जिसमें सबसे पहला प्रमुख काम है, कि आप एक निस डिसाइड करें कि हमें किश निस पर काम करना है. जिसमें कई प्रकार के कैटेगरी होते हैं. 

जिनका कुछ नाम आपको उदाहरण के रूप में अभी यहां पर हम नीचे बता रहे हैं. जैसे ब्लॉगिंग, होस्टिंग, डिजिटल मार्केटिंग, सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन, ऑनलाइन पैसे कैसे कमाए, खाना बनाने की जानकारी, टूरिज्म प्लेस, टेक्नोलॉजी इत्यादि. ऐसे ही अनेक कैटेगरी होते हैं. जिसका चयन आप अपनी इच्छा के अनुसार कर पाएंगे. जिसमें आपको सबसे ज्यादा रुचि होगा. वैसे विषयों का चयन करके काम शुरू करना चाहिए.

4. कीवर्ड रिसर्च करें

अब जब आप एक आर्टिकल्स लिखना प्रारंभ करेंगे. उससे पहले कीवर्ड रिसर्च करना भी जरूरी है. क्योंकि जिस टॉपिक पर आप अभी ब्‍लॉग लिखने वाले हैं. उसको कोई सर्च इंजन में सर्च भी करता है या नहीं. इसके बारे में भी तो इनफॉर्मेशन होना चाहिए. कभी-कभी ऐसा करते हैं कि बिना कीवर्ड रिसर्च के ही आप किसी आर्टिकल्स को लिख देते हैं. जिसका कोई मतलब नहीं होगा. 

क्योंकि उसको कोई भी गूगल पर सर्च ही नहीं करता होगा, तो फिर वैसे आर्टिकल्स लिखने से क्या फायदा. इसीलिए सबसे पहले कीवर्ड फाइंड करिए. ऐसा कीवर्ड जिस पर बहुत ज्यादा सर्च हो तथा उसपर डिफिकल्टी कम हो. वैसे कीवर्ड पर काम करना चाहिए. लेकिन यदि पैसा कमाना लक्ष्य है. तब फिर आपको कॉस्ट पर क्लिक का भी ध्यान रखना चाहिए. जिसमें सबसे ज्यादा हाई सीपीसी वाले कीवर्ड को चयन करके एक आर्टिकल्स लिखना चाहिए.

5. ऑडियंस का पहचान करें

किसी भी ब्‍लॉगर को सफलता तभी मिलेगी. जब वह अपने ऑडियंस को सही तरीके से पहचान लेंगे. जो भी हमारे विजिटर हैं. उनको किस तरह की इनफॉर्मेशन की आवश्यकता है. इन चीजों को जब हम समझ लेंगे. तब उनके लिए हम सही तरीके से कंटेंट बना पाएंगे. जिससे आने वाले विजिटर हमारे वेबसाइट के साथ बने रहते हैं तथा वह लंबे समय तक हमारे साइट पर विजिट करते रहेंगे.

क्योंकि उनके समस्याओं का समाधान यदि हम अपने साइट पर लिख करके दे देंगे. तब उनके जो भी सवाल होंगे. उसका सही जवाब उनको मिल जाएगा. जिससे हमारे साइट का अथॉरिटी भी इंक्रीज होगा तथा हमारे दर्शक सबसे ज्यादा रुचि हमारे ब्‍लॉग पोस्ट पर लेने लगेंगे. इसलिए अपने ऑडियंस को सबसे पहले समझे तथा उनके अनुसार ही काम करें.

6. एसईओ फ्रेंडली ब्लॉग लिखे

अब कितना भी अच्छा एक आर्टिकल्स को लिख दिया जाए. लेकिन उसको सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन फ्रेंडली जब तक नहीं बनाया जाएगा. तब तक कोई भी सर्च इंजन उसको रैंकिंग नहीं देगा. इसीलिए एक ब्लॉग आर्टिकल्स को लिखते समय सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन का भी ध्यान रखना चाहिए. यदि आप एसईओ नहीं जानते हैं, तो सबसे पहले आपको सिखना चाहिए.

तभी आपका ब्‍लॉग सर्च इंजन में रैंक करेगा. जब सही तरीके से आप यह एसईओ करेंगे. तब आपका हर एक आर्टिकल्स सर्च इंजन में फर्स्ट पोजीशन पर रैंक कर सकता है. जिससे सबसे ज्यादा ट्रैफिक आपको प्राप्त होगा. इसीलिए एक वेबसाइट से सबसे ज्यादा अर्निंग तथा उसको सक्सेस दिलाने के लिए हमें सही तरीके से एसईओ करना चाहिए.

7. एसईओ सही तरीके से करें

दो तरीके से सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन किया जाता है. सबसे पहले ऑन पेज एसईओ होता है. जो हम लोग अपने वेबसाइट के ब्‍लॉग पोस्ट के अंदर या होम पेज के लिए करते हैं तथा दूसरा ऑफ पेज एसईओ होता है. इन दोनों तरह के सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन को बेहतर तरीके से सीखना और उसको फॉलो करना जरूरी है. तभी आप अंतरराष्ट्रीय स्तर के ब्लॉगिंग को सफल बना सकते हैं.

8. ब्लॉग पर ट्रैफिक इंक्रीज करें

एक नए इंटरनेशनल ब्लॉगिंग वेबसाइट पर ट्रैफिक लाने के लिए कई तरीकों का उपयोग किया जा सकता है. जिसमें सबसे पहले एसईओ फ्रेंडली ब्लॉग लिखकर गूगल में रैंक कराएं. इसके बाद वहां से डायरेक्ट ट्रैफिक ऑर्गेनिक प्राप्त होने लगेगा तथा गूगल के डिस्कवर फीचर्स से भी आप ट्रैफिक ला सकते हैं.

गूगल पर वेब स्टोरी भी बहुत ही ज्यादा पॉपुलर हो रहा है, तो उसके लिए आप वेब स्टोरी भी क्रिएट कर सकते हैं. वहां से भी आपको ट्रैफिक मिलना शुरू हो जाएगा. इसके अलावा नए ब्‍लॉग वेबसाइट पर सोशल मीडिया, व्हाट्सएप ग्रुप, टेलीग्राम चैनल के माध्यम से भी लोगों को जोड़कर अपने साइट पर लाया जा सकेगा. जिससे आपका ट्रैफिक इंक्रीज होगा.

9. ब्‍लॉग मोनेटाइज करें

जब आप हाई क्वालिटी के यूनिट 30 से 40 ब्‍लॉग पोस्ट लिख लेंगे. उसके बाद आपको गूगल ऐडसेंस के अप्रूवल के लिए अप्लाई करना चाहिए. यदि सब कुछ आप सही तरीके से फॉलो किए होंगे. तब आपको दो दिन के अंदर ही ऐडसेंस अप्रूवल मिल जाएगा. जिसके लिए हाई क्वालिटी का यूनीक कंटेंट तथा एसईओ फ्रेंडली वेबसाइट होना चाहिए. आपको अपने साइट में लोगो, बैनर, 5 मेनू बार में कैटिगरी बनाना चाहिए. फूटर में आपको अपने साइट के बारे में इनफार्मेशन देना चाहिए. सोशल मीडिया का लिंक भी ऐड करना चाहिए तथा वहीं पर चार प्रमुख पेज का भी लिंक लगाना चाहिए.

10. बैकलिंक बनाएं

इंटरनेशनल ब्लॉगिंग वेबसाइट का डोमिन अथॉरिटी बढ़ाने के लिए डू फॉलो और नो फॉलो लिंक बनाना चाहिए. जिसके लिए जो भी बड़ी साइट हैं. जो बहुत पहले से कम कर रहे हैं. उन ब्‍लॉग साइटों पर आपको अपने वेबसाइट का लिंक जोड़ने का प्रयास करना चाहिए. जिसके लिए आप ईमेल से उन ब्‍लॉग वेबसाइट के ऑनर को मेल कर सकते हैं तथा उनसे रिक्वेस्ट कर सकते हैं कि आप हमारे ब्‍लॉग पोस्ट को आपने ब्‍लॉग पोस्ट में लिंक करें. 

हाई क्वालिटी के ब्लॉग आर्टिकल्स लिख करके भी आप डू फॉलो बैकलिंक बना सकते हैं. जिसके लिए आपको कुछ करने की आवश्यकता नहीं है. बस बेहतर से बेहतर यूनिक आर्टिकल्स लिखते हैं, तथा उसको गूगल में रैंक करा देना है. जिसके बाद दूसरे वेबसाइट वाले लोग स्वयं आपके ब्‍लॉग पोस्ट को लिंक करने लगेंगे. इस तरह से आप हाई क्वालिटी के बैकलिंक भी जरूर बनाएं.

इंटरनेशनल ब्लॉगिंग के फायदे

ज्यादातर लोग इंटरनेशनल ब्लॉगिंग तभी शुरू करते हैं. जब वह ब्लॉगिंग के एक्सपर्ट होते हैं. क्योंकि आपको किसी दूसरे कंट्री में ऑडियंस को टारगेट करना है. जिसके लिए वहां का सबसे पहले लोकल लैंग्वेज जानना ही चाहिए. तभी आप सफल हो सकते हैं. दूसरा चीज वहां से बहुत ज्यादा आप कमाई करना चाहते हैं, तो इंटरनेशनल ब्लागिंग में आपको बहुत कम ट्रैफिक पर भी डॉलर में बहुत ही ज्यादा इनकम होता है. इसीलिए लोग सबसे ज्यादा इंटरनेशनल ब्लॉगिंग को प्रेफरेंस देते हैं. 

क्योंकि भारत में हिंदी या इंग्लिश में आप ब्लॉग लिखते हैं, तो यहां पर आपको बहुत कम सीपीसी मिलता है. लेकिन अमेरिका, कनाडा, जर्मनी, फ्रांस या अन्य देशों के लिए जब आप अंतरराष्ट्रीय ब्लॉगिंग शुरू करते हैं. तब वहां से आपको अच्छा सीपीसी मिलेगा. वैसे इंग्लिश एक ऐसा भाषा है, जो कि पूरे विश्व में लोग समझते हैं. यदि आप चाहते हैं कि इंग्लिश में भी हम अंतरराष्ट्रीय ऑडियंस को टारगेट करें, तो उसके लिए .com डोमिन के साथ इंग्लिश में ब्‍लॉग आर्टिकल्स लिख करके अलग-अलग देशों के ऑडियंस को टारगेट कर सकते हैं.

इंटरनेशनल ब्लॉगिंग के नुकसान

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्‍लॉग लेखन को सफल बनाना सबसे बड़ा चुनौती पूर्ण काम है. क्योंकि कंपटीशन लेवल दूसरे कंट्री में बहुत ज्यादा हाई हो जाता है. क्योंकि वहां के लोकल ऑडियंस को पहले से किसी न किसी ब्‍लॉग साइट द्वारा टारगेट किए हुए रहते है. लेकिन जब हम उस फिल्ड में नए होते हैं. उस समय हमें सबसे ज्यादा चैलेंजिंग होता है कि हम कैसे अपने ब्‍लॉग वेबसाइट को वहां पर रैंक कराएं. जिसके लिए हमें बहुत मेहनत करना पड़ता है तथा बेहतर से बेहतर आर्टिकल्स लिखना पड़ता है. बैकलिंक क्रिएट करना पड़ेगा. 

शुरुआत के दिनों में बहुत ज्यादा हमें एसईओ पर फोकस होकर काम करना पड़ता है. जिसके लिए कोई एक्सपर्ट आदमी ही अंतरराष्ट्रीय ब्लागिंग में बहुत जल्द तुरंत रिजल्ट प्राप्त कर सकता है. क्योंकि यहां पर आप हिंदी में भी ब्लॉगिंग शुरू करते हैं, तो आपको कम से कम सफल होने में 6 महीने से 1 साल का समय लग जाएगा. तब सोचिए यदि आप अंतरराष्ट्रीय ब्लॉगिंग शुरू कर रहे हैं, तो फिर वहां और चुनौती आपको मिलेगी. लेकिन धैर्य के साथ सही तरीके से काम करने पर सफलता जरूर मिलेगी.

सारांश

हम अपने पाठकों के लिए सदैव उच्च स्तरीय कंटेंट तैयार करने की कोशिश करते हैं. इस आर्टिकल्स में भी हम इंटरनेशनल ब्लॉगिंग के हर एक पॉइंट को बताने का प्रयास किए हैं. जिसमें आपको कैसे शुरुआत करना चाहिए तथा उसके लिए किन-किन चीजों को सबसे ज्यादा आपको ध्यान देने की आवश्यकता होती है. उन सभी चीजों के बारे में विस्तार से बताया है. हम आशा करते हैं कि आपको इंटरनेशनल ब्लॉगिंग के सारे सवालों का जवाब जरूर इस ब्‍लॉग पोस्ट में मिल गया होगा.

सवाल जवाब

Q1. ब्लॉगर कितना कमाते हैं?

Ans. एक सफल ब्लॉगर की कमाई का आंकड़ा लगभग हर महीने भारत में $200 से लेकर हजारों डॉलर तक की होती है.

Q2. मैं बिना पैसे वाला ब्‍लॉग कैसे शुरू करें?

Ans. उसके लिए blogger.com पर एक फ्री में ब्लॉग बनाएं. जहां पर एक पैसा भी लगाने की आवश्यकता नहीं है.

Q3. इंटरनेशनल ब्लॉगिंग से कितनी कमाई की जा सकती है?

Ans. वैसे इसका कोई फिक्स आंकड़ा बताना संभव नहीं है. जितना ज्यादा ट्रैफिक तथा बेहतर हाई सीपीसी वाले कैटगरी का चयन करेंगे. उतना ही ज्यादा आपको ब्‍लॉगिंग से पैसे कमाई होगा.

Q4. इंटरनेशनल ब्‍लॉग से पैसे कैसे कमाए?

Ans. सबसे पहले एक अंतरराष्ट्रीय ब्‍लॉग वेबसाइट का निर्माण करें. उसके बाद नियमित रूप से कंटेंट पब्लिश करें. ट्रैफिक लाएं. इसके बाद गूगल एडसेंस से पैसे कमाना शुरू कर सकते हैं.

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