कंप्यूटर का आधार, Computer Fundamental in hindi किसी भी चीज के बारे में जानने से पहले उसके जड़ के बारे में जानना चाहिए. उसका शुरुआत कैसे हुआ. उसका आधार क्या है. computer fundamentals in hindi कंप्यूटर के क्षेत्र में कंप्यूटर के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए सबसे जरूरी है कि कंप्यूटर के आधार Computer fundamentals के बारे में जानकारी प्राप्त करें.
इस लेख में Computer fundamentals क्या है कंप्यूटर क्या है कंप्यूटर का शुरुआत कैसे हुआ कंप्यूटर कैसे काम करता है.
computer fundamental के फायदे computer fundamental के नुकसान कंप्यूटर का उपयोग कंप्यूटर का विशेषता इतिहास कंप्यूटर की पीढ़ियां इन सभी चीजों के बारे में नीचे विस्तार से जानकारी दी गई हैं. आइए नीचे computer fundamental in hindi के बारे में जानते हैं.
Contents
- 1 What is Computer Fundamental in hindi
- 2 कंप्यूटर की पीढ़ियां
- 3 पार्ट्स ऑफ कंप्यूटर
- 4 कंप्यूटर के प्रकार
- 5 कंप्यूटर क्या है
- 6 कंप्यूटर का निर्माण कैसे हुआ
- 7 सॉफ्टवेयर दो प्रकार का होता है
- 8 कंप्यूटर कैसे काम करता है
- 9 कंप्यूटर के विशेषता
- 10 कंप्यूटर का उपयोग
- 11 कंप्यूटर से नुकसान
- 12 सारांश
- 13 Share this:
- 14 Related
What is Computer Fundamental in hindi
Computer Fundamental का इतिहास 5000 वर्ष पुराना है उस समय चीन के द्वारा abcus को केलकुलेटर का आकार दिया गया था. जिसके द्वारा कुछ गणितीय जोड़ का काम किया जाता था. लेकिन उस केलकुलेटर के द्वारा गुणा भाग या अन्य प्रकार के जो कैलकुलेशन होते थे वह नहीं हो पाता था.
फिर वर्ष 1617 में एक नेपियर बोंस के नाम से दूसरा केलकुलेटर का आविष्कार किया गया. जिस कैलकुलेटर से घटाव गुणा भाग जोड़ आदि का काम किया जाता था. और ऐसे ही धीरे-धीरे केलकुलेटर का जो मशीन होता था. उसमें बदलाव करते करते एक मशीन के रूप में आकार दिया जाने लगा फिर पास्कल नाम से एक मशीन का आविष्कार किया गया.
जिस मशीन से कैलकुलेशन को बहुत ही तेजी से किया जा सकता था. इस मशीन का नाम मैकेनिकल कैलकुलेटर रखा गया था. और इस मशीन को बनने के बाद जो गणितीय कैलकुलेशन था. वह बहुत ही आसानी से किया जाने लगा.
ऐसे ही कैलकुलेटर मशीन से संबंधित एक दो और अविष्कार हुए और धीरे-धीरे कुछ दिनों के बाद डिफरेंस इंजन नाम के एक मशीन का आविष्कार कंप्यूटर के जनक चार्ल्स बैबेज के द्वारा 1833 में तैयार किया गया और उसके बाद से ही कंप्यूटर का आकार के रूप में मशीन का धीरे-धीरे विस्तार किया जाने लगा.
कंप्यूटर की पीढ़ियां
Vaccum Tubes |
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Transistor | Integrated Circuit |
Microprocessor | Artificial Intelligence |
- computer fundamental शुरुआत से लेकर अभी तक जितने भी जनरेशन आए हैं उन सभी के बारे में जानना बहुत जरूरी है सबसे पहले पहला जनरेशन का जो कंप्यूटर था वह vaccum tubes के नाम से जाना गया.
- दूसरे जनरेशन का कंप्यूटर ट्रांजिस्टर कंप्यूटर के नाम से जाना गया.
- तीसरे जनरेशन का जो कंप्यूटर बना उसका को इंटीग्रेटेड क्रिकट कंप्यूटर के नाम से जाना गया.
- चौथे जनरेशन का जो कंप्यूटर का आविष्कार हुआ उस कंप्यूटर को माइक्रो प्रोसेसर कंप्यूटर के नाम से जाना गया.
- और वर्तमान में अभी पांचवा जनरेशन जो कंप्यूटर का हम लोग इस्तेमाल कर रहे हैं उस कंप्यूटर का नाम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंप्यूटर के नाम से जानते हैं.
पार्ट्स ऑफ कंप्यूटर
Main parts of computer fundamental in Hindi |
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CPU | Monitor |
UPS | Keyboard |
Mouse | Printer |
Screener | Speaker |
Important parts of computer fundamental on the basis of device |
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Input device | Output device |
Storage device | Optical device |
कंप्यूटर के प्रकार
On behalf of computer size |
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Micro computer | Mini computer |
Mainframe computer | Supercomputer |
On behalf of mechanism of computer |
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Analogue computer | Digital computer |
Hybrid computer | Quantum computer |
On behalf of general uses of computer |
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Generally used computer | Specially used computer |
Mobile device computer | Tab used as computer |
कंप्यूटर क्या है
computer fundamental – कंप्यूटर एक मशीन है एक इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस है. कंप्यूटर एक यंत्र है जिससे गणना से संबंधित कैलकुलेशन से संबंधित प्रोग्रामिंग सॉफ्टवेयर से संबंधित कामों को बहुत ही जल्द एवं तेजी से कर लिया जाता है. कंप्यूटर शब्द का उत्पत्ति कंप्यूट शब्द से हुआ है. कंप्यूट शब्द का मतलब होता है. गणना करना कंप्यूट शब्द से ही कंप्यूटर शब्द का निर्माण हुआ है.
कंप्यूटर का निर्माण कैसे हुआ
computer fundamental – कंप्यूटर को बनाने के लिए दो चीजों की आवश्यकता होती है. सबसे पहला चीज हार्डवेयर और दूसरा सॉफ्टवेयर. हार्डवेयर सॉफ्टवेयर दोनों को जब एक साथ तैयार किया जाता है. दोनों को एक दूसरे के परस्पर बनाया जाता है. तब एक कंप्यूटर का निर्माण होता है. जिससे सभी तरह के कैलकुलेशन एवं कंप्यूटर संबंधित जितने भी काम होते हैं उसको किया जाता है.
Hardware – हार्डवेयर एक ऐसा वस्तु होता है जिसको देखा जा सकता है उसको छुआ जा सकता है वैसे जितने भी वस्तु हैं जिनको देख सकते हैं छू सकते हैं. वैसे वस्तुओं को हार्डवेयर कहा जाता है. कंप्यूटर के भाषा में हार्डवेयर के रूप में सीपीयू मॉनिटर कीबोर्ड माउस यूपीएस प्रिंटर स्केनर यह सभी एक हार्डवेयर डिवाइस होते हैं जो कंप्यूटर में काम करते हैं.
Software – सॉफ्टवेयर एक सेट किया हुआ प्रोग्राम होता है जिसके मदद से कंप्यूटर में किसी भी तरह के कामों को किया जाता है. यदि कंप्यूटर का हार्डवेयर मौजूद हो लेकिन उसमें सॉफ्टवेयर को नहीं डाला जाए तब तक कंप्यूटर कुछ भी नहीं कर सकता है.
एक लोहे के समान होता है जब कंप्यूटर हार्डवेयर में सॉफ्टवेयर को डाला जाता है. इंस्टॉल किया जाता है तब वह एक कंप्यूटर के रूप में काम करना शुरू करता है.
सॉफ्टवेयर दो प्रकार का होता है
System software – जब कंप्यूटर हार्डवेयर को तैयार कर लिया जाता है. उसके बाद उस कंप्यूटर हार्डवेयर में सिस्टम सॉफ्टवेयर को सबसे पहले इंस्टॉल किया जाता है. सिस्टम सॉफ्टवेयर को ही ऑपरेटिंग सिस्टम के नाम से जाना जाता है. जैसा कि विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम लाइनेक्स ऑपरेटिंग सिस्टम यूनिक्स ऑपरेटिंग सिस्टम मैकिनटोश ऑपरेटिंग सिस्टम ये सारे ऑपरेटिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर होते हैं.
इन सभी ऑपरेटिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर को ही सिस्टम सॉफ्टवेयर के नाम से जाना जाता है और कंप्यूटर को ऑपरेट करने के लिए कंप्यूटर हार्डवेयर को एक पूर्ण कंप्यूटर बनाने के लिए जरूरी है कि उसमें सिस्टम सॉफ्टवेयर को सबसे पहले डाला जाए. सिस्टम सॉफ्टवेयर सारे एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को कंट्रोल करता है.
Application software – एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन के नाम से ही पता चलता है कि एक ऐसा एप्लीकेशन जिसमें सभी तरह के खाका उसका डिजाइन एवं इंस्ट्रक्शन पहले से ही तैयार कर लिया गया होता है. वैसे एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को कंप्यूटर में डाल कर के किसी भी तरह के कामों को किया जाता है.
उदाहरण के लिए माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस एक एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर है जिसमें माइक्रोसॉफ्ट वर्ड माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल माइक्रोसॉफ्ट पावरप्वाइंट माइक्रोसॉफ्ट एक्सेस में अलग-अलग तरह के कंप्यूटर से संबंधी कामों को किया जाता है.
कंप्यूटर कैसे काम करता है
कंप्यूटर अपने आप काम नहीं करता है कंप्यूटर को चलाने के लिए एक यूजर होता है. जब यूजर के द्वारा कंप्यूटर में किसी भी तरह का कोई इनपुट दिया जाता है. तब कंप्यूटर उसको प्रोसेस करता है और प्रोसेस करने के बाद उसका आउटपुट डिस्प्ले करता है.
इस तरह से कंप्यूटर में किसी भी तरह के कामों को किया जाता है. कंप्यूटर में जो भी इनपुट दिया जाता है वह अपने भाषा में बायनरी लैंग्वेज में कन्वर्ट कर लेता है और उसको प्रोसेस करके यूजर के स्क्रीन पर उसके रिजल्ट को डिस्प्ले कर देता है.
Input | Processing | Output |
कंप्यूटर के विशेषता
Fast – एक मनुष्य के दिमाग से भी बहुत ही ज्यादा तेज गति से कामों को करने वाला एक ऐसा मशीन है जिसको कंप्यूटर के नाम से जाना जाता है.
Accuracy – हम इंसान जब किसी भी तरह का गणना या किसी भी तरह काम को करते हैं तो उसमें हो सकता है कि कभी न कभी कोई गलती हो जाए लेकिन कंप्यूटर जो भी रिजल्ट दिखाता है वह बिल्कुल हीं शुद्ध और सही होता है.
Diligence – हम इंसान काम करते करते थक जाते हैं लेकिन कंप्यूटर कभी भी थकता नहीं है और थक करके ऐसा नहीं हो सकता कि वह गलत किसी भी तरह का कोई उत्तर दे दे कंप्यूटर लगातार और बिना गलती किए हुए काम करता है.
Storage capability – हम इंसान अपने दिमाग में किसी भी चीज को किसी भी बातों को स्टोर करके रखते हैं लेकिन यदि उसको बार-बार पुनरावृति न किया जाए तो भूलने की संभावना हो सकती है. लेकिन कंप्यूटर में जब किसी भी टेक्स्ट फाइल पिक्चर वीडियो ऑडियो आदि को रखा जाता है तो उसमें बिल्कुल भी भूलने की खोने की संभावना नहीं होता है.
Memory – इंसान की मेमोरी की तुलना में कंप्यूटर का जो मेमोरी है दिमाग है वह बहुत ही तेज है कंप्यूटर के मेमोरी में किसी भी डाटा को कैलकुलेट करते समय किसी भी तरह का एरर की संभावना नहीं होता है.
Internet – कंप्यूटर के साथ इंटरनेट जुड़ने के कारण दुनिया के किसी भी जगह किसी भी स्थान किसी भी व्यक्ति से जुड़ना तथा अपने विचारों को साझा करना डाटा को शेयर करना बहुत ही आसान हो गया है.
कंप्यूटर का उपयोग
In house – अब तो लोग अपने घर में भी computer fundamental का इस्तेमाल करते हैं. क्योंकि घर में यदि किसी भी तरह के डाटा को आप रखना चाहते हैं या घर का जो खर्च है या घर में जो भी सामग्री है सामान है उसका विवरण आप रखना चाहते हैं या बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं तो उसके लिए घर में कंप्यूटर का लोग इस्तेमाल कर रहे हैं.
School – computer fundamental बच्चों को पढ़ाने के लिए या फिर स्कूल के सारे डेटा को मैनेज करने के लिए मैनेजमेंट के लिए स्कूल की निगरानी के लिए या स्कूल में हर तरह के कामों को करने के लिए कंप्यूटर का उपयोग किया जा रहा है.
Railway – देश का सबसे बड़ा यात्रा करने का माध्यम रेलवे है और रेलवे का इतने बड़ा नेटवर्क होने के बाद भी उसके सारे मैनेजमेंट हर तरह के ट्रेकिंग के लिए टिकटिंग के लिए रिजर्वेशन के लिए कंप्यूटर का उपयोग रेलवे में भी किया जा रहा है. कंप्यूटर के आने के बाद से रेलवे का पूरा जो सिस्टम है वह बहुत ही ज्यादा मजबूत अच्छा एवं बेहतर तरीके से काम कर रहे हैं.
Bank – कंप्यूटर के उपयोग के कारण ही आज बैंकिंग प्रणाली इतना आसान हो गया है कि लोग अब अपने घर से ही किसी भी तरह का लेन-देन बहुत ही आसानी से कर पा रहे हैं. बैंकिंग क्षेत्र में कंप्यूटर के कारण आज पैसा निकालना पैसा किसी को भेजना तथा घर बैठे अपने बैंक खाता से किसी भी तरह का सामान का खरीदारी कर लेना यह सब कुछ बहुत ही आसान हो गया है.
कंप्यूटर से नुकसान
computer fundamental – चाहे कितना भी कोई भी चीज अच्छा हो लेकिन उसका कोई न कोई ऐसा चीज जरूर होता है जिससे नुकसान होता है. ठीक वैसे ही कंप्यूटर एक बहुत ही अच्छा मशीन है टेक्नोलॉजी है यंत्र है.
लेकिन इसका भी नुकसान है क्योंकि कंप्यूटर पर कभी-कभी ऐसा होता है कि उसमें किसी भी तरह का फोन्ट आज आने के बाद पूरा जो सिस्टम है काम है वह पूरी तरह से ठप हो जाता है बंद हो जाता है तो कंप्यूटर पर लोग पूरी तरह से आश्रित हो चुके हैं.
कंप्यूटर सेहत के लिए खतरा कंप्यूटर पर दिन भर काम करने से लगातार कंप्यूटर पर काम करने से आंख में समस्या शरीर में थकावट महसूस होना तथा कंप्यूटर से निकलने वाले जो हानिकारक तत्व होते हैं. उससे शरीर में तरह तरह के नुकसान होते हैं जिससे शारीरिक परेशानियां लोगों को महसूस करना पड़ता है तथा जूझना पड़ता है.
ये भी पढ़े computer fundamental
- कंप्यूटर का विशेेषता क्या हैं
- आउटपुट डिवाइस क्या हैं
- कंप्यूटर मेमोरी क्या है
- कंप्यूटर के इनपुट डिवाइस कौन कौन से होते है
सारांश
fundamental computer in hindi क्या है कंप्यूटर का शुरुआत कैसे हुआ कंप्यूटर कैसे काम करता है. कंप्यूटर का इतिहास कंप्यूटर की पीढ़ियां Computer Fundamentals से संबंधित पूरी जानकारी इस लेख में देने का प्रयास किया गया है. जिसमें computer fundamentals in hindi के बारे में जितनी भी जानकारी है उसको दी गई है.
फिर भी यदि computer fundamental in hindi से संबंधित यदि किसी भी तरह का कोई सवाल या सुझाव आपके मन में हो तो कृपया कमेंट करके जरूर पूछें. तथा computer fundamental के बारे में दी गई जानकारी को अपने दोस्त मित्रों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर भी जरूर करें.
नमस्कार मैं रवि शंकर तिवारी ज्ञानीटेक रविजी ब्लॉग में आपका स्वागत करता हूँ। मैं एक एमबीए आईटी प्रोफेशनल एवं इस वेबसाईट का फाउंडर हूँ। मैं पिछले तीन सालों से डिजीटली कंप्यूटर ,टेक्नोलॉजी, इन्टरनेट ,ब्लॉगिेग एवं अन्य तकनीकी शिक्षा का प्रचार प्रसार अपने ब्लॉग और यूट्यूब चैनल Gyanitechraviji के माध्यम से कर रहा हूँँ।
saral bhasha me bahut achchi information hai Fundamentals of computer topic per.
keep it up.