कंप्यूटर का अविष्कार किसने किया

कंप्यूटर का अविष्कार किसने किया – कंप्यूटर का अविष्कार टेक्‍नोलॉजीकल क्षेत्र में एक बहुत बड़ा बदलाव का कारण बना। जब सबसे पहली बार सिस्‍टम का एक रूपरेखा तैयार किया गया था. उसके बाद से इसमें कई बदलाव हुए. इसका नया प्रारूप भी लाया गया. जिसके पीछे कई मशहूर scientists ने अपनी भूमिका निभाई है. जिसके कारण ही एक बड़े आकार से एक छोटे डिवाइस की तरफ आगे बढ़े.

कंप्यूटर के अविष्कार, Transitor, integrated , सर्किट, पर्सनल सिस्‍टम, ग्राफिकल, यूजर इंटरफेस, इंटरनेट का अविष्कार, प्रोग्रामिंग लैंग्वेज, Operating सिस्टम, सुपर कंप्यूटर, Artificial Intelligence, क्वांटम कंप्यूटिंग की जानकारी प्राप्त करेंगे.

जिससे शुरुआत से अभी तक जो Artificial Intelligence मशीन लर्निंग सिस्टम का उपयोग कर रहे हैं. उन सभी डिवाइस में सबसे मजबूत योगदान किनका था. उन हर मशहूर scientists को जानना चाहिए.

कंप्यूटर का जन्‍मदाता अविष्कार किसने किया

कंप्यूटर के जन्‍मदाता, अविष्‍कारक एवं जनक इंग्लैंड के बहुत बड़े गणितज्ञ चार्ल्स बबेज हैं। इन्‍होने 1822 में इसका अविष्‍कार किया. जिन्होंने सबसे पहले एक एनालिटिकल इंजन का रूपरेखा तैयार किया था. यह एक मैकेनिकल कंप्यूटर बनाया गया था. 19वीं शताब्दी में इसे विकसित किया गया. Analatical इंजन से Calculation करना आसान था. क्योंकि इससे गियर्स और केमस का प्रयोग किया जाता था. 

उस समय प्रोग्रामिंग या डाटा स्टोर करने के लिए पंच कार्ड प्रयोग किया जाता था. बेबेज नए विचार एवं उनके मेहनत लगन के कारण इसके आकार का पूरा रूप रेखा तैयार किया गया. जिसके बाद अनेक महान लोगों ने इसमें और कुछ नई चीजों को जोड़कर इसको और अत्यधिक आधुनिक तरीके से बनाया किया.

Computer Ka Avishkar Kisne Kiya - कंप्यूटर का अविष्कार

Ada Lovelace

वैसे सामान्य तौर पर कंप्यूटर के अविष्कार में कई लोगो ने अपना योगदान दिया था. लेकिन उनके साथ महिला काम करती थी. जिन्होंने उनके कामों में सहयोग करते हुए प्रोग्रामिंग की पूरी रूपरेखा तैयार करती रहती थी. जिनका नाम एड्डा लवलेस था. 

इन्‍हें पहला प्रोग्रामर भी कहा जाता हैं. जिनका योगदान कंप्यूटर विज्ञान के क्षेत्र में बहुत ही उत्कृष्ट रहा है. इन्होंने नए कोडिंग, प्रोग्रामिंग, प्रणाली से वैज्ञानिक रिसर्च को और भी मजबूती प्रदान किया.

Alan Turing

ट्यूरिंग मशीन जो उपकरण क्षेत्र का नया शोध था. इसको 20वीं शताब्दी में एलन ट्यूरिंग ने विकसित किया था. जो एक तरह से थियोरेटिकल सिस्टम को बेहतर बनाता है. उनके सिद्धांत ने कंप्यूटर कार्य प्रणाली को व्यवस्थित करने में काफी अहम योगदान दिया. 

प्रोग्रामिंग कंप्यूटेशन थ्योरी को मजबूत बनाने में इनका योगदान बहुत ही सराहनीय रहा है. इन्होंने कंप्यूटर सिद्धांत को विकसित करने में अपनी अहम भूमिका निभाई थी.

Von Neumann Architecture

उपकरण में कई नए-नए सिद्धांत अलग-अलग scientists द्वारा दिया गया है. उनमें से वॉन न्यूमैन ने आर्किटेक्चर सिद्धांत को लाया. जिसे मॉडर्न कंप्यूटर डिजाइन, आधार, रूपरेखा, सिद्धांत, डाटा, कंप्यूटर मेमोरी को एक ही जगह पर रखा जा सकता है. 

यह पूरी तरह से एक नए स्वरूप को लाया गया था. जिससे एक डिजाइन को एक ही आकर, एक ही जगह पर संवेदनशील तरीके से काम करने हेतू बनाया गया था.

ट्रांजिस्टर का अविष्कार

वर्ष 1947 में ट्रांजिस्टर कंप्यूटर का अविष्कार हुआ था. जॉन बारडीन, वाल्‍टर एच. ब्रैटटन और विलियम बी. शाक्‍ले ने इस नए अविष्कार को जन्म दिया था. ट्रांजिस्टर एक प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है. जो करंट बदलाव को कंट्रोल करता है. 

कंप्यूटर के एक छोटे आकार एवं तेज गति से प्रोसेसिंग कार्य को आगे बढ़ाने में मदद मिला. वैक्यूम ट्यूब के स्थान पर ट्रांजिस्टर को लाया गया था. जो कि उन दिनों में वैक्यूम ट्यूब्स को बदलते हुए ट्रांजिस्टर को अधिक जगह पर प्रयोग में लाया जाता था.

इंटीग्रेटेड सर्किट (IC)

आधुनिक युग में इंटीग्रेटेड सर्किट का अविष्कार भी इस क्षेत्र में अहम विकास था. जिसको प्रमुख अविष्कारक जैक किल्‍बे और रॉबर्ट नॉइस ने मिलकर विकसित किया था. 

इसमें इंटीग्रेटेड सर्किट्स और ट्रांजिस्टर इलेक्ट्रॉनिक बनावट को एक ही चिप में एक साथ जोड़ा जाता था. जिससे कंप्यूटर हार्डवेयर का आकार छोटा बनाया जा सकता था. आकार छोटा होने के साथ-साथ इसको तेज और सस्ता बनाने पर भी काम किया जा रहा था.

पर्सनल कंप्यूटर का अविष्कार

अपने उपयोग के लिए एक पर्सनल कंप्यूटर का अविष्कार भी जरूरी था. जिसका सपना वर्ष 1975 में पूरा हुआ. सबसे पहले पर्सनल कंप्यूटर अल्टेर 8800 था. 

इस सिस्टम में इंटेल 8080 माइक्रोप्रोसेसर का उपयोग किया गया था. इसके बाद एप्पल आईबीएम के द्वारा भी नए पर्सनल कंप्यूटर बनाए गए. जिसका प्रयोग घरों में पर्सनल कामों के लिए किया जाता है.

ग्राफिकल यूजर इंटरफेस (GUI)

जीयूआई जिसका फुल फॉर्म ग्राफिकल यूजर इंटरफेस होता है. उपकरण के प्रबंधन में नई तकनीक को जोड़ते हुए इसे बनाया गया. जिसमें जेरॉक्स पी ए आर सी कॉन्सेप्ट को GUI माध्यम से डेवलप किया गया. 

इसमें आइकंस विंडोज तथा प्रिंटिंग डिवाइस का भी उपयोग होता है. जिसका एक उदाहरण मैकिंटोश कंप्यूटर है. जो वर्ष 1984 में लॉन्च किया गया था.

इंटरनेट का अविष्कार

एडवांस रिसर्च प्रोजेक्ट एजेंसी नेटवर्क के द्वारा वर्ष 1960 से 1970 के बीच में ARPANET के द्वारा आपस में कई सिस्‍टम को नेटवर्क से जोड़ने पर काम शुरू किया गया. जिसका मुख्य उद्देश्य एक साथ कई कंप्यूटरों को आपस में जोड़ना था. 

इसके सफल रिसर्च के बाद इसको दुनिया ने जानकारी प्राप्‍त किया. जिसके बाद इंटरनेट नाम के नेटवर्क प्रणाली पूरे विश्व में विकसित हो गया. जिसे खबर एवं सूचनाओं को पहुंचाना एक कठिन कार्य था. यह कंप्यूटर के अविष्कार के बाद सूचनाओं को एक जगह से दूसरे जगह आदान-प्रदान कर पाना बहुत बड़ा अविष्कार माना जाता है.

प्रोग्रामिंग लैंग्वेज

कंप्यूटर का मुख्य स्तंभ प्रोग्रामिंग कोडिंग से ही शुरू होता है. जिससे नए-नए प्रकार के टेक्नोलॉजी डेवलप किए जाते हैं. इनमें हाई लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की मुख्य भूमिका होती है. जैसे सी, सी प्लस प्लस, जावा, पाइथन, फोर्ट्रन, कोविल, एचपी, डॉट नेट यह कुछ प्रमुख लैंग्वेज हैं. 

जिससे सॉफ्टवेयर के विकास में हमें मदद मिलता है. इन Software की सहायता से ही कई बेहतरीन प्रोग्रामिंग बनाए जाते हैं. जिससे कई प्रकार के नए सिस्टम डेवलप होते हैं.

Operating System

एक हार्ड Hardware वेयर का पूरा ढांचा सबसे पहले तैयार होता है. जिसके बाद उसका मूल रूप Operating सिस्टम डाला जाता है. बिना Operating सिस्टम वह एक डब्बा के ही समान होता है. इसीलिए Operating सिस्टम का महत्व बहुत ही ज्यादा है. 

कुछ Operating सिस्टम का नाम इस प्रकार है. यूनिक्स, विंडोज, मैक, लिनक्स यह कुछ विशेष Operating सिस्टम है. जो कि हार्डवेयर को कंट्रोल करते हैं. यूजर के द्वारा दिए गए इनपुट को एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के माध्यम से जॉंच करके उसका रिजल्ट प्रदान करने में मदद करते हैं.

सुपर कंप्यूटर

हाई परफार्मेंस कंप्यूटिंग सिस्टम के लिए सुपर कंप्यूटर का अविष्कार किया गया है. जिसे जी से Cray-1 से सुसज्जित किया गया है. यह बहुत ही ताकतवर होता है. 

जो एक साथ सैकड़ो में 100 सामान्य कंप्यूटर डाटा को गणना कर सकता है. साइंटिफिक रिसर्च सिक्योरिटी के लिए कई देश में प्रयोग किया जाता है.

Artificial Intelligence

इस समय एआई टेक्निक अधिकतर कामों में उपयोग में लिया जा रहा है. जिसे मशीन लर्निंग भी कहते हैं. यह एक कंप्यूटर के विकास में एक नया कदम है. क्योंकि जो काम पहले इंसान करते थे. उस काम को आप एआई तकनीक कर रहा है 

आज न्यूज़ चैनलों पर एआई तकनीक से बनाए गए पत्रकार न्यूज रीडिंग करते नजर आ रहे हैं. अब तो किसी सवाल का जवाब भी आप इंटरनेट के माध्यम से Artificial Intelligence से सटीक प्राप्त कर पा रहे हैं. यह सब एआई तकनीक का ही नमूना है.

क्वांटम कंप्यूटिंग

एक सामान्य सिस्टम से इसमें अलग तरीके से सूचनाओं को रीड किया जाता है. इसमें बाइनरी के जगह पर क्वांटम मेकैनिज्म का प्रयोग होता है. प्रौद्योगिकी विज्ञान प्रणाली में क्वांटम सिस्टम भी एक नए कदम की ओर आगे बढ़ रहा है. 

जिससे इसके कार्यशैली को थोड़ा बदलाव रूप से आगे बढ़ाया जा सके. सामान्य तौर पर शोध नियमित रूप से चलते रहते हैं. जिससे अन्‍य नए चीजों को लाने का प्रयास होता है.

सारांश

इस लेख में कंप्यूटर का जन्‍म अविष्कार किसने किया से संबंधित जितने भी अहम व्यक्ति, संस्थान, डिवाइस, Technology, सिस्टम बनाए गए, उन सभी पॉइंट्स को डिस्कस किया गया है. 

जिसमें हर एक कंप्यूटर के जनक तथा उनके भूमिका को बताया गया है. जिसमें कंप्यूटर के जनक चार्ल्स बबेज, Ada Lovelace, एलन टयूरिंग की सूचना दी गई है.

इस क्षेत्र में संभावनाएं अनंत हैं. आने वाले भविष्य में इसमें और भी बदलाव की संभावना है. इसके बाद इसमें नए खोज के दरवाजे अक्सर खुले रहते हैं.

Leave a Comment