डॉक्टर कैसे बनें? – Doctor Kaise Bane

डॉक्टर कैसे बनें. जो छात्र दसवीं के बाद मेडिकल क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो उन्हें सबसे पहले 12वीं में साइंस विषय का चुनाव करना चाहिए। क्योंकि मेडिकल डिग्री प्राप्त करने के लिए बायलॉजी, केमिस्ट्री,फिजिक्‍स, मैथ आदि सब्जेक्ट आवश्यक है।

वैसे तो डॉक्टर कई प्रकार के होते हैं जैसे की होम्योपैथिक, एलोपैथिक,आयुर्वेदिक डॉक्टर आदि। लेकिन सभी के लिए अलग-अलग मेडिकल कोर्सेज हैं। लेकिन एलोपैथिक डॉक्टर बनने हेतू अधिकतर एमबीबीएस का कोर्स 12वीं के बाद किया जाता है। जिसके बारे में इस लेख जानकारी दी गई है।

डॉक्टर कैसे बनें

वैसे पहले से वर्तमान समय में साइंस निरंतर एक से बढ़कर एक खोज करके तरक्की की ओर बढ़ रहा है। कई खतरनाक बीमारी का इलाज और उसका समाधान आसानी से खोजा जा रहा है। Doctor को हम भगवान का दर्जा देते है।

इसलिए मेडिकल क्षेत्र एक ऐसा क्षेत्र है जहां पर कभी भी रोजगार की समस्या उत्पन्न नहीं होगी। इस क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रहा है। इसमें बेहतर सैलरी के साथ-साथ उज्जवल भविष्य और बेहतर कैरियर का भी स्कोप है।

Doctor Kaise Bane - डॉक्टर कैसे बनें

1. मेडिकल डिग्री का चुनाव करें

चिकित्सा की क्षेत्र में कई डिग्री है जिसको हासिल करके डॉक्टर बन पाएंगे। अगर चिकित्सक बनना चाहते होंगे तो सबसे पहले अपने प्रोफेशन का चुनाव करें.

सबसे पहले अपनी रुचि अपने पसंद को देखना होगा कि किस तरह के Doctor बन सकते हैं। जैसे कि गायनेकोलॉजिस्ट, साइकेट्रिस्ट, कार्डियोलॉजिस्ट  पीडियाट्रिक्‍स, डेंटिस्ट, थैरेपिस्ट, सर्जन आदि कई प्रकार के डॉक्टर बन सकते हैं।

2. ट्वेल्थ पास करें

मेडिकल की पढ़ाई हार्ड लेवल का पढ़ाई होता है। जिसको करने के लिए तेज दिमाग और लग्न की जरूरत होती है। टेंथ के बाद 12वीं में ही साइंस स्ट्रीम से पढ़ाई करना पड़ता है। टेंथ क्लास में अच्छे नंबर से पास करेंगे, तो ही 12वीं में साइंस स्ट्रीम में एडमिशन किसी न कॉलेज में प्राप्त कर सकते हैं।

12वीं के ही मार्क्‍स पर ही एमबीबीएस का एडमिशन निर्धारित होता है। अगर 12वीं अच्छे परसेंट से पास करते हैं तो एमबीबीएस कोर्स में आसानी से एडमिशन ले सकते है। 12वीं में साइंस के जो भी बेसिक विषय होंगे जैसे कि बायोलॉजी, फिजिक्स केमिस्ट्री आदि को समझे।

3. नीट एग्जाम क्लियर करें

डॉक्टर कैसे बनें मेडिकल की पढ़ाई करने वाले गवर्नमेंट कॉलेज से एडमिशन लेना चाहेंगे, तो उन्‍हें एंट्रेंस एग्जाम पास करना पड़ता है। वैसे तो डॉक्टर बनने हेतू सबसे बेहतर और मुख्य एंट्रेंस एग्जाम नीट का होता है। इसके अलावा AIIMS,JIPMER, आदि एंट्रेंस एग्जाम हैं।

नीट एग्जाम पास करने के बाद सरकारी चिकित्सा कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं। जिसमें बहुत ही कम फीस लगता है। लेकिन अगर बिना एंट्रेंस एग्जाम एमबीबीएस या कोई दूसरा मेडिकल कोर्स करना चाहते हैं, तो प्राइवेट कॉलेज से कर सकते हैं। लेकिन इसमें गवर्नमेंट कॉलेज की मुकाबले फीस ज्यादा लगता है।

4. मेडिकल कोर्स करें

वैसे तो डॉक्टर बनने के लिए कई कोर्सेज हैं। लेकिन 12वीं के बाद सबसे बेहतर कोर्स एमबीबीएस माना जाता है। एमबीबीएस का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ़ मेडिसिन और बैचलर ऑफ सर्जरी होता है। एमबीबीएस का कोर्स 5 साल 6 महीना का होता है। यह एक अंडर ग्रैजुएट कोर्स है।

इसमें 4 साल 6 महीने का कोर्स कंप्लीट कराया जाता है. 1 साल का इंटर्नशिप होता है। वैसे अगर आगे भी पढ़ाई करना चाहे तो एमबीबीएस की पढ़ाई के बाद और भी कई मेडिकल लाइन में उच्च डिग्री है जैसे कि एमडी,एमएस, आदि।

5. इंटर्नशिप पूरा करें

एमबीबीएस का कोर्स 5 साल 6 महीने का होता है। जिसमें 4 साल 6 महीने में उसको कंप्लीट किया जाता है। जिसके बाद 1 साल का इंटर्नशिप कराया जाता है। इंटर्नशिप में सभी छात्रों को कई तरह के स्किल सिखाए जाते हैं। जैसे कि स्टाफ मैनेजमेंट, वार्ड मैनेजमेंट, स्टैंडर्ड क्लीनिक केयर आदि।

जिससे छात्र जो भी पढ़ाई किए होंगे उसका नतीजा ट्रेनिंग द्वारा देखा जा सकेगा। ट्रेनिंग करके डॉक्टर का जो भी कार्य तथा जिम्मेदारी होगा उसका बेहतर तरीके से जानकारी हो जाता है। ताकि आगे जब भी अपना क्लीनिक खोले या किसी हॉस्पिटल में कार्य करें तो हर कार्य का जानकारी हो. वह एक प्रोफेशनल चिकित्सक के रूप में अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करें।

6. लाइसेंस प्राप्त करें

हेल्थ डिपार्टमेंट (मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया) में अपने आप को रजिस्टर करके एक लाइसेंस प्राप्त कर सकते हैं। सर्टिफिकेट द्वारा समाज में सर्टिफाइड किया जाता है कि आप एक डॉक्टर के योग्य हैं।

7. खुद का क्लीनिक खोलें या प्रैक्टिस करें

कोर्स पूरा करने के बाद इंटर्नशिप जब पूरा हो जाएगा, तो उसके बाद हेल्थ डिपार्टमेंट से सर्टिफिकेट प्राप्त किया जाता है। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया में अपने आपको सर्टिफाइड करने के बाद आप चाहे तो खुद का क्लीनिक भी खोल पाएंगे. उसमें स्वतंत्र रूप से लोगों की समस्या का समाधान करके सेवा कर सकते हैं।

लेकिन अगर चाहे तो किसी हॉस्पिटल में किसी प्रोफेशनल Doctor के निरीक्षण में कुछ दिनों तक प्रैक्टिस भी कर सकते हैं।

डॉक्टर बनने के लिए योग्यता

वैसे तो डॉक्टर बनने के लिए कई कोर्सेज है। चिकित्सा में कई कैरियर ऑप्शन है। जैसे कि डेंटिस्‍ट बनने के लिए बीडीएस कर सकते हैं। गायनोकोलॉजिस्ट बन सकते हैं या ऑर्थोपेडिक्स हेतू अलग अलग मेडिकल कोर्सेज है।

  • 10th अच्छे नंबर से पास करें।
  • 12वीं में पीसीबी यानी कि फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी विषय लेना आवश्यक है।
  • ट्वेल्थ में लगभग हर सब्जेक्ट में 50 परसेंट मार्क्स होना चाहिए. तभी एमबीबीएस कोर्स में एडमिशन ले सकेंगे।
  • गवर्नमेंट कॉलेज में एडमिशन होगा, तो एंट्रेंस एग्जाम पास करना पड़ता है।
  • इंग्लिश लैंग्वेज की बेहतर जानकारी होनी चाहिए क्योंकि एक डॉक्टर बनने के लिए कम्युनिकेशन स्किल बेहतर होना आवश्यक है।

डॉक्टर बनने के लिए गुण

अपने पेशेंट की हर तरह के समस्या को सुनना और उसका निवारण करना ही डॉक्टर का मुख्य काम होता हैं। इसके अलावा भी कुछ गुण औषधि विशेषज्ञ में होना जरूरी है। डॉक्टर कैसे बनें जरूरी विशेषता

1. कम्युनिकेशन स्किल

किसी भी प्रोफेशन में कम्युनिकेशन स्किल का बेहतर होना जरूरी हैं। एक व्यक्ति को दूसरे व्यक्ति से किस तरह से बातचीत करना चाहिए, किस तरह से व्यवहार करना चाहिए, यह हर किसी के लिए आवश्यक हैं। डॉक्टर में भी कम्युनिकेशन स्किल बेहतर होना जरूरी हैं।

अपने पेशेंट से अच्छे तरीके से बात करना, उनकी बातों को अच्छे तरीके से सुनना तथा उसी के अनुसार उनकी समस्या का समाधान करना आवश्यक होता है। अगर कम्युनिकेशन स्किल बेहतर होगा तभी दूसरे की बात को अच्छे तरीके से समझ सकेंगे और अपनी बातों को समझा भी सकेंगे।

2. जल्द फैसला लेना

कभी-कभी चिकित्सक को जल्द अलग तरीके का ट्रीटमेंट देना पड़ता हैं। ऐसे में एक डॉक्टर को जल्द फैसला लेने का गुण होना चाहिए। ताकि अपने पेशेंट को सही ट्रीटमेंट देकर खतरे से निकाल सके। पेशेंट के हर समस्या को सुलझाने की और गहराई से जाकर समझने का गुण होना चाहिए।

3. धैर्यवान होना

Doctor को धैर्यवान होना भी जरूरी हैं। कभी-कभी किसी पेशेंट का बीमारी ज्यादा दिनों तक ठीक नहीं होता जिससे वह डॉक्टर के पास बार-बार जाते हैं या उनके फैमिली मेंबर डॉक्टर को बोलने भी लगते हैं। ऐसे समय में एक चिकित्सक को धैर्य बनाकर पेशेंट को समझाना चाहिए

4. हर रोग का लक्षण समझना

ऐसे में कई अलग-अलग बीमारियों का इलाज करना पड़ता है। तो एक डॉक्टर को किसी भी बीमारी का लक्षण देखकर ही उस बीमारी का पता कर लेना चाहिए और बहुत जल्द उसका इलाज करना चाहिए.

5. टीम मैनेजमेंट

किसी भी हॉस्पिटल में सिर्फ एक चिकित्सक ही नहीं होते, बल्कि डॉक्टर के साथ-साथ नर्स कंपाउंडर या उनके कई सहायक होते हैं। जिनके सहायता से हॉस्पिटल चलता है। एक डॉक्टर को टीम मैनेजमेंट का भी गुण होना चाहिए.

6. पेशेंट के साथ अच्छा व्यवहार करना

किसी भी रोगी के साथ एक डॉक्टर को सही तरीके से व्यवहार करना चाहिए। जब भी कोई पेशेंट डॉक्टर के पास अपने बीमारी का सही इलाज कराने जाते हैं। उस समय डॉक्टर को उनकी सभी समस्याएं विस्तार से सुननी चाहिए। ताकि वह अपने पेशेंट के भाव को समझ कर उनके विचारों को समझकर उनका सही इलाज कर सकें।

7. सहनशक्ति मजबुत होने का गुण

कभी कभी डॉक्‍टर के पास खतरनाक बीमारी का इलाज करने पेसेंट आते हैं। कभी कभी डॉक्‍टर को ऑपरेशन  थिएटर में भी जाना पड़ता हैं।ऐसे में एक डॉक्‍टर को मजबुत तथा सहनशील होना चाहिए। 

डॉक्टर के प्रकार

  • गायनोकोलॉजिस्ट
  • न्यूरोलॉजिस्ट
  • थैरेपिस्ट
  • पीडियाट्रिशियन
  • डेंटिस्ट
  • साइकोलॉजिस्ट
  • कार्डियोलॉजिस्ट
  • डर्मेटोलॉजिस्ट
  • साइकेट्रिस्ट
  • ऑडियोलॉजिस्ट
  • एंडोक्रिनोलोजिस्ट
  • एलर्जिस्ट
  • डाइटिशियन
  • फिजियोथैरेपिस्ट
  • इएनटी
  • ऑर्थोपेडिक्स
  • पेडेट्रिक्स

चिकित्सा कोर्स के प्रकार

पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स और कई डॉक्टरेट की भी डिग्री होती है। जोकि चिकित्सा संबंधित क्षेत्र का सबसे उच्च डिग्री होता है। डॉक्टर कैसे बनें हेतू कोर्स

  • एमबीबीएस 
  • बीएचएमएस
  • बीडीएस
  • डॉक्टर ऑफ़ मेडिसिन
  • बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी
  • बैचलर ऑफ फिजियो थेरेपी
  • बैचलर ऑफ सिद्धा मेडिसिन एंड सर्जरी
  • बैचलर ऑफ वेटरनरी साइंस
  • बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी
  • बैचलर ऑफ नेचुरोपैथी एंड योगिक साइंस
  • हॉस्पिटल मैनेजमेंट
  • हेल्थ इंस्पेक्शन
  • क्लिनिकल साइकोलॉजी
  • रिसर्च अपॉर्चुनिटी
  • फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट
  • डाइटिशियन
  • मास्टर ऑफ सर्जरी

भारत के टॉप मेडिकल कॉलेज

  • बनारस हिंदू विश्वविद्यालय
  • पीएमसीएच
  • ऐम्स
  • अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी
  • क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज वेल्लोर
  • संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज
  • जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज
  • मद्रास मेडिकल कॉलेज
  • क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज
  • कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज

डॉक्टर का कार्य और जिम्मेदारी

किसी भी डॉक्टर को स्‍वास्‍थ्‍य डिपार्टमेंट से लाइसेंस इसीलिए दिया जाता है। तब वह लोगों के इलाज यवं सेवा करने के लिए योग्य माने जाते है। एक डॉक्टर को धरती का भगवान माना जाता है। इसलिए लोग डॉक्टर से बहुत ही ज्यादा अपेक्षाएं भी रखते हैं।

  • पेशेंट की हर बातों को सुनना और उस समस्या का समाधान करना।
  • अगर किसी पेशेंट का बीमारी लक्षण से पता नहीं चल रहा, तो उसका बेहतर से बेहतर टेस्ट करके बीमारी का पता लगाना।
  • पेशेंट से सही व्यवहार करना तथा उनकी हर एक बातों को ध्यान से सुनना।
  • अपने रोगी की हर रोग को अच्छे तरीके से देखना उसका लक्षण देखना और सिम्टम्स के अनुसार ही उनके रोग का सही इलाज करना।
  • नर्स कंपाउंडर आदि द्वारा मिलकर किसी भी रोगी का सही इलाज करना
  • अपने हॉस्पिटल में हर तरह की इलाज का सही व्यवस्था करना।
  • हॉस्पिटल में संसाधनों को उपलब्ध कराना।
  • मरीज को सही ट्रीटमेंट देना।
  • जरूरत पड़ने पर जल्द फैसला लेकर किसी रोगी का सही इलाज करके उसको खतरे से बचाना।

चिकित्सा क्षेत्र में कैरियर

वैसे तो मेडिकल के क्षेत्र में करियर बनाने हेतु बहुत सारे ऑप्शन है। जिसमें गवर्नमेंट या प्राइवेट लेबल पर हर समय नौकरी मिलती रहती है। लेकिन कुछ चर्चित जॉब प्रोफाइल भी है। जिसमें चिकित्सा संबंधित क्षेत्र में बेहतर कोर्स करके अपना करियर बना पाएंगे.

  • न्यूरोलॉजिस्ट
  • सर्जन
  • रिसर्चर 
  • फिजीशियन 
  • पीडियाट्रिशियन
  • पैथोलॉजिस्ट 
  • मेडिकल एनालिस्ट 
  • फॉरेंसिक ऑफिसर 
  • न्यूट्रीशनिस्ट
  • डेंटिस्ट 
  • डर्मेटोलॉजिस्ट
  • गायनोकोलॉजिस्ट

FAQ

Doctor बनने के लिए कौन सा विषय है?

मेडिकल लाइन में पढ़ाई करने वास्‍ते 12वीं में फिजिक्स केमिस्ट्री बायोलॉजी आदि साइंस स्ट्रीम से पढ़ाई करें।

डॉक्टर बनने में कितना पैसा लगता है?

वैसे तो हर कॉलेज का और हर कोर्स का अलग-अलग फीस होता है। लेकिन सामान्य औसत के आधार पर कम से कम डॉक्टर बनने हेतू 5000000 से लेकर करोड़ों तक फीस लग सकता है। वैसे आयुर्वेदिक या होम्योपैथिक डॉक्टर बनने के लिए कम से कम 2 से 10 लाख तक का खर्च लग जाएगा.

सारांश

डॉक्टर कैसे बनें इस लेख में डॉक्टर बनने के लिए जो सबसे चर्चित कोर्स है। उसके बारे में बताया गया है। वैसे डॉक्टर कई प्रकार होते हैं। जिसके बारे में भी इस लेख में जानकारी दी गई है। साथ ही उनके अलग-अलग कोर्सेज बताया गया है। जिसे पढ़कर अगर आप संतुष्‍ट होंगे या किसी तरह का सवाल या सुझाव होगा तो कंमेंट बक्‍स में लिखकर बताएं।

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