पॉलिटेक्निक क्‍या हैं, योग्‍यता एवं फायदें

पॉलिटेक्निक करने के लिए एडमिशन कैसे लिया जाता हैं इसमें क्या योग्यता होनी चाहिए. कोई भी छात्र जब टेंथ या ट्वेल्थ पास कर लेता हैं उसके बाद उसको यह टेंशन होता हैं कि, कौन सा कोर्स करें जिससे कि आगे चलकर उसका फ्यूचर अच्छा बन सके.

हर छात्र चाहते हैं की पढ़ाई करके आगे चलकर अच्छा कोई जॉब पाकर एक अच्छा इंसान बन सके, ताकि उनका जिंदगी बेहतर हो जाए. किसी अच्छा कंपनी में अच्छा जॉब मिल सके ताकि वह अपना जिंदगी अच्छे से बिता सकें.

अपना कैरियर अच्छा बना सके. वैसे भी आजकल तो हर नौकरी में बहुत ही प्रतियोगिता हो रहा हैं. इस वजह से कोई भी नौकरी छात्रों के लिए बहुत हार्ड हो गया हैं. उसमें बहुत ही लगन मेहनत और परिश्रम करने की जरूरत हैं. कोई कोर्स अगर छात्र करना भी चाहते हैं तो, उसके बारे में उसको पूरा पता नहीं रहता हैं. जिस वजह से आगे की पढ़ाई करने में परेशानी होती हैं

पॉलिटेक्निक क्‍या हैं

यह एक डिप्लोमा टेक्निकल कोर्स हैं. पॉलिटेक्निक टेक्निकल एक बहुत ही पॉपुलर कोर्स होता हैं. इसको कोई भी छात्र 10th या ट्वेल्थ पास कर लेंगे. उसके बाद अगर करना चाहे तो कर सकते हैं.

पॉलिटेक्निक का जो अर्थ किसी भी इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करना होगा. जो छात्र पॉलिटेक्निक करेंगे, उनको जूनियर इंजीनियर के रूप में देखा जाता हैं. बीटेक क्या हैं

Polytechnic kya hai - पॉलिटेक्निक क्‍या हैं

इस डिप्लोमा में जूनियर इंजीनियर बनने के लिए पढ़ाई होता है. इसको करके किसी भी कंपनी में जूनियर इंजीनियर लेवल पर कोई भी अच्छा नौकरी मिल सकेगा.

इस डिप्लोमा का सबसे खास बात यह है कि, अगर आप बीटेक करना चाहते होंगे, तो, इस डिप्लोमा बाद बी टेक सेकंड ईयर में डायरेक्ट एडमिशन ले सकते है. पॉलिटेक्निक का मतलब बहुत सारे तकनीक होते है. पोली का मतलब बहुत सारा होता है, और टेक्निक का मतलब तकनीक होता है. इस दोनों को मिलाकर बहुत सारे तकनीक डिप्लोमा के अंदर आते है.

पॉलिटेक्निक कोर्स

पॉलिटेक्निक के अंतर्गत कई कोर्स आते है. आप अपने रूचि अनुसार इसमें से कोई भी कर सकेंगे जैसे कि

  • सिविल इंजीनियरिंग
  • मैकेनिकल
  • इलेक्ट्रिकल
  • इलेक्ट्रिक
  • कंप्यूटर इंजीनियरिंग
  • सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग
  • इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन
  • ऑटोमोबाइल
  • केमिकल
  • एग्रीकल्चर
  • टैक्सटाइल

इसमें बहुत सारे ऐसे डिग्री आते है जिसको करके कोई भी छात्र आगे चलकर अपना कैरियर बहुत ही बढ़िया बना सकेंगे. कंप्यूटर इंजीनियरिंग करके कंप्यूटर क्षेत्र में अपना नाम कर पाएंगे. सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग करके सॉफ्टवेयर फील्ड में बहुत ही पैसा कमा पाएंगे.

पॉलिटेक्निक में एडमिशन कैसे लें

पॉलिटेक्निक करने के लिए सबसे पहले इसमें एडमिशन लेने की जानकारी बहुत जरूरी है. इसमें एडमिशन हम कैसे और कब ले पाएंगे. पॉलिटेक्निक डिप्लोमा करने के लिए सबसे पहले एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ेगा.

अगर एंट्रेंस एग्जाम में अच्छा नंबर आ जाए तो इसमें एडमिशन मिल सकता है. इसमें जो एंट्रेंस एग्जाम दिया जाता है उसको CET कहा जाता है जिसका पूरा नाम common entrance test होता है.

अगर कोई छात्र गवर्नमेंट कॉलेज में एडमिशन लेना चाहता है तो, उसके लिए उसको एंट्रेंस एग्जाम में बहुत ही अच्छा नंबर और अपना रैंक अच्छा लाना पड़ता है. तभी गवर्नमेंट कॉलेज में एडमिशन मिल सकता है.

गवर्नमेंट कॉलेज में एडमिशन का फीस बहुत कम लगता है. अगर कोई प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन लेना चाहता है तो, उसमें फीस बहुत ही ज्यादा लगता है. इसमें बहुत सारे तकनीकों को बताया जाता है. इसीलिए यह कलाओं का संस्था भी कहा जाता है. ताकि कोई भी छात्र आगे चलकर जिस भी फील्ड में जॉब करें तो अपना कैरियर बहुत ही बेस्ट बना सके.

योग्यता

इस कोर्स को करने के लिए सबसे पहले छात्र को 10th या ट्वेल्थ पास होना बहुत जरूरी है. तभी उस छात्र को पॉलिटेक्निक टेक्निकल डिप्लोमा में एडमिशन मिल सकता है. इसको करने के लिए ट्वेल्थ में कम से कम 35 परसेंट मार्क्स होना बहुत ही जरूरी है. इसमें तीन सब्जेक्ट मेन होता हैं. जिसकी आपको जानकारी होना और मार्क्स इसमें अच्छा होना चाहिए.

जैसे कि इंग्लिश मैथ और साइंस. ट्वेल्थ पास करने के बाद ही छात्रों को इस डिप्लोमा करने के लिए एंट्रेंस एग्जाम जो होगा, उसमें बैठने का मौका मिलेगा.  इस एग्जाम को पास करने के बाद आप जिस भी कॉलेज चाहे आप सरकारी या प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन ले पाएंगे.

कोर्स ड्यूरेशन

यह कोर्स 3 साल का होता हैं. जब कोई 10th पास करने के बाद यह कोर्स करेगा, तो, उसको 3 साल में इसको पूरा करना पड़ता हैं. जो इसे ट्वेल्थ पास करने के बाद यह डिप्लोमा करना चाहें, तो, उसको 2 साल में पूरा हो जाएगा.

डिप्लोमा करने का फायदा

कोई भी अगर पढ़ाई किया जाए तो, उसमें कोई नुकसान नहीं होगा. उसका फायदा ही होगा. उसकी कुछ जानकारी प्राप्त होगी, तो, पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कोर्स करने के भी कई फायदे हैं जैसे कि

  • इसके बाद आप एक जूनियर इंजीनियर कहलाएगें और आप किसी भी अच्छे कंपनी में जूनियर इंजीनियर पद पर कोई बढ़िया नौकरी के लिए अप्लाई करके, नौकरी कर पाएंगे.
  • पॉलिटेक्निक डिप्लोमा बाद आप किसी भी गवर्नमेंट जॉब के लिए भी अप्लाई कर सकेंगे.
  • यह कोर्स करने के बाद अगर आप बी टेक करना चाहेंगे तो, उसमें डायरेक्ट सेकंड ईयर में एडमिशन मिल सकेगा.
  • इसमें जो भी पढ़ाई कराया जाएगा, उसको प्रैक्टिकली तरीके से करके सिखाया जाता हैं.
  • इसको करने के बाद छात्र को टेक्निकल सर्टिफिकेट मिल जाएगा. 
  • इस पढ़ाई को करने के बाद इंजीनियरिंग की पढ़ाई बहुत ही आसान हो जाती हैं. क्योंकि इसमें इंजीनियरिंग की पहले ही बहुत जानकारी छात्रों को मिल जाती हैं.
  • इसको पूरा करने के बाद किसी भी छात्र को किसी अच्छे कंपनी में बहुत जल्द नौकरी मिल जाती हैं.

पॉलिटेक्निक करने के बाद जॉब

पॉलिटेक्निक टेक्निकल डिप्लोमा कोर्स है. जिसको करने के बाद छात्र को जूनियर इंजीनियर का सर्टिफिकेट मिल जाता है, और वह किसी भी प्राइवेट कंपनी या किसी सरकारी विभाग में भी जूनियर इंजीनियर के पद पर कोई भी अच्छा नौकरी कर सकता है.

जिसके बाद आप अपना भविष्य उज्जवल बना सकते हैं. पॉलिटेक्निक करने के बाद कई सरकारी विभागों में भी आपको नौकरी मिलता हैं जैसे कि

  • भारतीय सेना
  • लोक कार्य विभाग
  • रेलवे
  • सिंचाई विभाग
  • एनटीपीसी
  • गैस अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड
  • भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड
  • तेल और प्राकृतिक गैस निगम
  • इंडियन पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड
  • भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल)

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सारांश

पॉलिटेक्निक Diploma किसी भी छात्र के लिए बहुत ही उपयोगी कोर्स है. यह करने के बाद आप किसी भी क्षेत्र में कंप्यूटर इंजीनियर, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग, मैकेनिकल , सिविल रूचि के अनुसार जा सकते है. प्राइवेट या सरकारी जॉब भी मिल सकता हैं.

1 thought on “पॉलिटेक्निक क्‍या हैं, योग्‍यता एवं फायदें”

  1. nice blog hai

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