पुत्र प्राप्ति के उपाय. संतान प्राप्ति के लिए क्या करें. Putra prapti ke liye date kaise nikale. पुत्र प्राप्ति के लिए क्या करें यदि आप भी इस सवालों से परेशान हैं. और आपको पुत्र का प्राप्ति नहीं हो रहा हैं संतान का प्राप्ति नहीं हो रहा हैं. आपके घर में आपको केवल पुत्री का ही आगमन हो रहा हैं. वंश को आगे बढ़ाने के लिए घर में पुत्र की प्राप्ति चाहते हैं इसे पढ़े.
पुत्र प्राप्ति के लिए घरेलू उपाय, पुत्र प्राप्ति के लिए डेट कैसे निकाले, लड़का पैदा करने का उपाय, पुत्र प्राप्ति के उपाय, पुत्र प्राप्ति के लिए हमें क्या करना चाहिए,
लड़का होने के उपाय, जानना चाहते हैं तो इस लेख में आपको नीचे विस्तार से पूरी जानकारी दी गई हैं. जिससे आपके घर में आपको पुत्र की प्राप्ति 100% होगा. इस लेख में जो जानकारी आपको दी जा रही हैं. इसको आप सही तरीके से पालन करते हैं तो आपको पुत्र की प्राप्ति जरूर होगा.पुत्र का प्राप्ति कैसे करें कुछ समझ में नही आ रहा क्या करें तो इसे जरूर पढ़ें.
Putra prapti ke liye date kaise nikale
बहुत से ऐसे लोग हैं जिनको केवल पुत्री का ही प्राप्ति हो रहा हैं. उनके घर वंश वृद्धि में बाधा हैं उनके घर में संतान का उत्पत्ति नहीं हो रहा हैं. लोग तरह-तरह के उपाय कर चुके हैं. फिर भी पुत्र की प्राप्ति नहीं हो रहा हैं. जिसके कारण लोग डॉक्टर से या मंत्रोचार या जो कुछ भी लोग बताते हैं. उसको करते हैं लेकिन फिर भी उनको निराशा ही हाथ लगती हैं.
पुत्र प्राप्ति के उपाय
पुत्र या संतान प्राप्ति के लिए जो भी जानकारी इस लेख में दी जा रही हैं. इसमें आपको किसी तरह की दवा मंत्र या नुस्खा या किसी भी तरह का कोई ऐसा चीज नहीं बताया जाएगा. जिससे आपको कुछ पैसा खर्च करना पड़े.
इस लेख में आपको एक बिल्कुल साधारण सा नियम बताया जाएगा जिसको आपको पालन करना हैं और उस नियम का अगर पालन करते हैं तो आपको संतान की प्राप्ति होगा. यदि पुत्र प्राप्ति को लेकर परेशान हैं तो जीवन एक यात्रा को जरूर पढ़ें.
संतान प्राप्ति के लिए नियम
संतान प्राप्ति के लिए जो भी माता इच्छुक हैं उनको कुछ नीचे बताए गए नियम को पालन करने की जरूरत हैं जो भी स्त्री पुत्र को जन्म देना चाहती हैं या प्राप्त करना चाहती हैं उन को विशेष रूप से इस नियम को पालन करना हैं. जब स्त्री को अशुद्धि अवस्था प्रारंभ होता हैं उस दिन से इस नियम को शुरू करना हैं.
मान लीजिए कि किसी स्त्री को अशुद्धि अवस्था आज रात्रि 12:00 बजे के बाद से लेकर कल के रात्रि 12:00 बजे के पहले तक के बीच में जब शुरू हो रही हैं.
उसी दिन से अशुद्धि अवस्था को गिनने का प्रारंभ किया जाएगा. जैसे किसी स्त्री को आज अशुद्धि अवस्था शुरू हुआ हैं तो उस दिन से चौथे दिन छठवें दिन आठवें दिन दसवे दिन 12 वे दिन 14 वे दिन 16 वे दिन 18 दिन को ही गृहस्थ मर्यादा को स्वीकार करना हैं.
इस दिन के अलावा किसी भी दिन आपको गृहस्थ मर्यादा को स्वीकार नहीं करना हैं इस नियम को आप कड़ाई से पालन करेंगें तभी यह 100% काम करेगा.
जैसे यदि किसी स्त्री को अशुद्धि अवस्था आज रात्रि 12:00 बजे के बाद शुरू हुआ तो उसको आज से 4 दिन गिनती करना हैं यदि किसी स्त्री को अशुद्धि अवस्था आज रात्रि के 12:00 बजे के 1 मिनट पहले 2 मिनट पहले 5 मिनट पहले भी शुरू हुआ तो उसको कल से ही 4 दिन गिनती करना हैं.
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पुत्र जो होगा वह कैसा होगा
चौथे दिन
स्त्री के साथ गृहस्थ मर्यादा को स्वीकार करने से या गृहस्थ मर्यादा को स्वीकार करने से जो पुत्र का प्राप्ति होगा वह पुत्र रोगी तथा जीवन में दुख को ही प्राप्त करेगा.
छठवें दिन
गृहस्थ मर्यादा को स्वीकार करने से जो पूर्व जन्म लेगा वह पुत्र रोगी होगा. कुकर्मी होगा तथा उसको जीवन भर परेशानी ही परेशानी का सामना करना पड़ेगा.
आठवें दिन
गृहस्थ मर्यादा को स्वीकार करने से जो पुत्र जन्म लेगा जो संतान उत्पन्न होगा. वह संतान अच्छे स्वभाव वाला अच्छे विचार तथा एक सजीवन उच्च विचार वाला संतान होगा.
दसवे दिन
गृहस्थ मर्यादा को स्वीकार करने पर जो पुत्र या संतान होगा वह पुत्र पढ़ाई में तथा उसके जीवन में दुख का सामना नहीं करना पड़ेगा तथा उसके जीवन में धन या लक्ष्मी का कमी नहीं होगा.
12 वे दिन
गृहस्थ मर्यादा को स्वीकार करने से जो पुत्र या संतान जन्म लेगा वह पुत्र राजा के समान राजस्वी तेजस्वी ओजस्वी देश के शासन प्रशासन को चलाने वाला एक बहुत ही विद्वान पुत्र संतान होगा.
14 वें दिन
गृहस्थ मर्यादा को स्वीकार करने से जो पुत्र होगा वह पुत्र ऋषि महर्षि धर्मात्मा पुण्यात्मा भगवान का सबसे प्रिय भक्त के समान होगा. उसको अपने जीवन में किसी भी चीज की कमी नहीं होगा तथा उस संतान का नाम पूरे दुनिया में लोग एक अच्छे आदर्श के रूप में जानेंगे. ऐसे ओजस्वी तेजस्वी पुत्र को प्राप्त करने के लिए 12 एवं 14 दिन गृहस्थ मर्यादा को स्वीकार करना चाहिए.
गृहस्थ मर्यादा को कब स्वीकार नहीं करना चाहिए
किसी भी स्त्री तथा पुरुष को कुछ दिन वैसे होते हैं जिस दिन गिर गृहस्थ मर्यादा को स्वीकार नहीं करना चाहिए क्योंकि उस दिन स्त्री के साथ गृहस्थ मर्यादा स्वीकार करने से जो पुत्र या पुत्री जन्म लेता हैं.
वह बहुत ही कष्टकारी दुखदाई से भरा हुआ रोगी तथा चोर डकैत के विचार वाला पुत्र तथा पुत्री का जन्म होता हैं. अशुद्धि अवस्था जिस दिन शुरू होता हैं उस दिन से लेकर चौथे दिन पांचवे दिन छठवें दिन सातवें दिन 13 वे दिन स्त्री के साथ गृहस्थ मर्यादा स्वीकार करने से जो पुत्र या पुत्री जन्म लेता हैं.
वह अच्छे विचार अच्छे व्यक्तित्व तथा निरोगी पुत्र या पुत्री नहीं होता हैं इसलिए इस दिन को छोड़कर बाकी जो दिन बतलाया गया हैं उस दिन स्त्री के साथ संबंध बनाने से गृहस्थ मर्यादा को स्वीकार करने से जो पुत्र या पुत्री जन्म लेता हैं वह तेजस्वी ओजस्वी होता हैं.
नोट
जो भी इस लेख में जानकारी दी गई हैं जो नियम बतलाया गया हैं उस नियम में आप 1 मिनट का भी इधर-उधर करके आप गिनती करते हैं तो यह नियम काम नही करेंगा.
गृहस्थ मर्यादा को चौथे दिन छठवें दिन आठवें दिन दसवे दिन 12वें दिन 14 वें दिन 16वें दिन इस दिन के अलावा आप किसी भी दिन 12:00 बजे रात्रि के बाद 1 मिनट या 2 मिनट के बाद भी आप गृहस्थ मर्यादा को स्वीकार नहीं करेंगे.
चौथे दिन का मतलब हैं कि जिस दिन अशुद्धि अवस्था से शुरू हुआ उस दिन से चौथे दिन 12:00 बजे रात्रि के बाद और उस दिन रात्रि के 12:00 बजे के पहले के बीच में गृहस्थ मर्यादा को स्वीकार करना हैं. इसी तरह छठवें दिन आठवें दिन दसवे दिन 12वें दिन 14वें दिन 16वें दिन भी गृहस्थ मर्यादा को स्वीकार करना हैं. यदि किसी काम में मन नही लग रहा हैं पढ़ाई में मन नही लगा रहा हैं तो इसे जरूर पढ़ें.
सारांश
Putra prapti ke liye date kaise nikale पुत्र प्राप्ति के लिए डेट कैसे निकाले, पुत्र प्राप्ति के उपाय इस लेख में दी गई जानकारी पूरी तरह से सत्य हैं इस नियम को आप नियम पूर्वक पालन करते हैं. तो आपको 90 से 95 परसेंट गारंटी के साथ पुत्र तथा संतान की प्राप्ति होगी 5 परसेंट किसी किसी के साथ ऐसा होता हैं कि वह भूल चूक नियम में ही कहीं इधर-उधर कर देते हैं जिसके चलते पुत्र या संतान की प्राप्ति नहीं होता हैं.
लेकिन इस नियम को सही से समय के अनुसार जो दिन बताया गया हैं. उस दिन में आप 1 मिनट का भी इधर-उधर गलती नहीं करेंगे तो आपको 100% पुत्र तथा संतान की प्राप्ति होगी इसको अपने जीवन में लागू करके जरूर देखें .
इसमें किसी भी तरह की आपको कोई चीज की जरूरत नहीं हैं न किसी दवा की या न पैसे लगाने की जरूरत हैं. तो आप मुफ्त में इस सलाह को एक बार करके देखें और फिर आप दोबारा जब आपको इस नियम से पुत्र संतान की प्राप्ति हो जाए तो आप इस लेख पर आकर के कमेंट जरूर करें.
नमस्कार रवि शंकर तिवारी ज्ञानीटेक रविजी ब्लॉग वेबसाईट के Founder हैं। वह एक Professional blogger भी हैंं। जो कंप्यूटर ,टेक्नोलॉजी, इन्टरनेट ,ब्लॉगिेग, SEO, एमएस Word, MS Excel, Make Money एवं अन्य तकनीकी जानकारी के बारे में विशेष रूचि रखते हैंं। इस विषय से जुड़े किसी प्रकार का सवाल हो तो कृपया जरूर पूछे। क्योकि इस ब्लॉग का मकसद लोगो बेहतर जानकारी उपलब्ध कराना हैंं।
aajkekhabar
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