विंडोज क्या हैंं प्रकार और उपयोग

विंडोज का नाम लगभग दुनिया के अधिकतर लोग जानते होंगे. क्योंकि यह एक बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध ऑपरेटिंग सिस्‍टम है. जिसका इस्तेमाल लैपटॉप कंप्यूटर मोबाइल टेबलेट में किया जाता है.

जितने भी  कंप्यूटर  लैपटॉप या मोबाइल टेबलेट इस्तेमाल करने वाले लोग हैं. वह सभी लोग विंडोज से जरूर परिचित होंगे. क्योंकि यह प्रणाली सॉफ़्टवेयर दुनिया का सबसे ज्यादा उपयोग किया जाने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम है. इंस्टाग्राम से पैसे कैसे कमाए

Windows Kya hai

यह एक ऑपरेटिंग प्रणाली है. जिसको शॉर्ट में ओ एस नाम से भी जाना जाता है. इसका नामकरण माइक्रोसॉफ्ट द्वारा किया गया था. एमएस कंपनी कोई ऐसा नाम सोच रहा था. जो कि एक ही शब्द का हो काफी सोच-विचार के बाद माइक्रोसॉफ्ट द्वारा विंडोज नाम रखा हैं.

जिसको कंपनी के नाम के साथ जोड़कर एमएस विंडोज नाम से प्रसारित किया. यह एक बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध सिस्टम सॉफ़्टवेयर है.

जिसका इस्तेमाल करके किसी भी लैपटॉप कंप्यूटर टैबलेट या मोबाइल में जितने भी एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर होते हैं. उनको कंट्रोल करता है. किसी भी लैपटॉप कंप्यूटर में जब तक ऑपरेटिंग प्रणाली इंस्टॉल न किया जाए. तब तक वह एक लोहे के सामान ही होता है.

क्योंकि बिना सिस्टम सॉफ़्टवेयर को इंस्टॉल किए उस लैपटॉप पर टेक्स्ट ऐप से किसी भी प्रकार का काम नहीं किया जा सकता है.

इसलिए जब किसी डेस्कटॉप लैपटॉप पर टेबलेट मोबाइल में पहले ऑपरेटिंग प्रणाली इंस्टॉल कर दिया जाता है. उसके बाद जरूरत के हिसाब से जो भी एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करना होता है. उसको इंस्टॉल किया जाता है.

windows kya hai in hindi- विंडोज क्‍या हैं

विंडोज ऑपरेटिंग सिस्‍टम का मालिक कौन है  

यह प्रणाली सॉफ़्टवेयर माइक्रोसॉफ्ट का एक प्रोडक्ट है. जिसको 80 परसेंट से ज्यादा लोग इस्तेमाल करते हैं. माइक्रोसॉफ्ट एक अमेरिकन कंपनी है. जिसका मालिक बिल गेट्स हैं. इसलिए एमएस पट्टिका के मालिक भी बिल गेट्स ही हैं.

बिल गेट्स दुनिया के सबसे अमीर व्‍यक्ति गिने जाते हैं. क्योंकि उन्होंने आईटी क्षेत्र में नए-नए आविष्कार और बदलाव के साथ नई नई टेक्नोलॉजी को विंडोज के साथ शुरू किया. फिर माइक्रोसॉफ्ट के और भी प्रोडक्ट के साथ नए नए तरह का वर्जन अपडेट करके लाया जाता है. जिसका श्रेय एमएस के मालिक बिल गेट्स को ही जाता है.

विंडोज का इतिहास 

माइक्रोसॉफ्ट कंपनी द्वारा पट्टिका के बहुत सारे वर्जन लॉन्च किए गए. पट्टिका के अभी तक लगभग 26 वर्जन लंच किया था. विंडोज का सबसे पहला वर्जन विंडोज वन नाम से वर्ष 1985 में लॉन्च किया गया था.

वर्ष 1980 के समय में एमएस पट्टिका के बिना कंप्यूटर की कल्पना भी नहीं की जा सकता था. शुरुआत समय में माइक्रोसॉफ्ट ने अपने प्रणाली सॉफ़्टवेयर को दो भागों कर दिया था. पहला एमएस डॉस फैमिली और दूसरा विंडोज एनटी नाम से संचालन प्रणाली तैयार किया था.

एमएस डॉस ऑपरेटिंग प्रणाली में कमांड द्वारा ही काम किया जा सकता था. आइए नीचे इसके जितने भी 26 वर्जन अबतक लंच हुए हैं. उन सभी वर्जन का एक-एक करके विस्तृत जानकारी प्राप्त करते हैं.

वैसे इस सिस्टम सॉफ़्टवेयर के सबसे पॉपुलर वर्जन की बात की जाए तो उसमें एमएस एक्सपी, विस्टा, 7, 8 एवं सबसे लेटेस्ट 10 सबसे ज्यादा लोकप्रिय है.

1. विंडोज 1.0 

एमएस विंडोज का यह सबसे पहला वर्जन था. विंडोज 1.0 को नवंबर 1985 में लंच किया गया था. माइक्रोसॉफ्ट का यह पहला ग्राफिकल यूजर इंटरफेस ऑपरेटिंग प्रणाली था. इसमें बेसिक फंक्शन को ही इस्तेमाल किया जा सकता था. जैसे कि एमएस पेंट कैलेंडर केलकुलेटर वर्ड प्रोसेसर आदि.

2. विंडोज 2.0 

विंडोज 2.0 को सन 1987 में लंच हुआ. इस सिस्टम सॉफ़्टवेयर को पहले वाले 1.0 ऑपरेटिंग प्रणाली से ज्यादा बेहतर बनाया गया था. इस ऑपरेटिंग सिस्‍टम में सबसे बड़ा खूबी यह था कि इसको बहुत ही आसानी से एक दूसरे के ऊपर मिनिमाइज मैक्सिमाइज किया जा सकता था. वैसे 1.0 के मुकाबले 2.0 ज्यादा बेहतर नहीं था.

लेकिन फिर भी इसमें कुछ अलग तरह के नए फीचर को जोड़ा गया था. इसलिए यह ज्यादा सफल नहीं हो पाया. 2.0 और ज्यादा बेहतर बनाने के लिए माइक्रोसॉफ्ट ने इसका एक नया वर्जन प्रोविजनल वर्जन 2.0 नाम से रिलीज किया. जिसे विंडोज 386 2.03 के नाम से जाना गया जोकि 386 प्रोसेसर को सपोर्ट करता था .

3. विंडोज 3.0 

विंडोज 3.0 ऑपरेटिंग प्रणाली को माइक्रोसॉफ्ट द्वारा सन 1990 में लंच किया हुआ था. 3.0 को विंडोज 2.0 के तुलना में काफी बेहतर और  अपग्रेड करके लॉन्च हुआ था.

जिसमें वर्चुअल मेमोरी और मल्टी टास्किंग जैसी क्षमता थी. जिसके कारण इस सिस्टम सॉफ़्टवेयर का डिमांड भी मार्केट में बहुत ज्यादा हुआ और इसको लोगों ने बहुत ज्यादा पसंद किया.

इस ऑपरेटिंग प्रणाली में ग्राफिकल यूजर इंटरफेस को भी अपडेट किया गया था. माइक्रोसॉफ्ट की यह पहली सिस्टम सॉफ़्टवेयर था. जिसमें हार्ड डिक्स भी उपयोग के लिए जोड़ा गया था. इसमें सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट kit को भी जोड़ा गया था.

4. विंडोज 3.1 

3.1 ऑपरेटिंग सिस्‍टम को वर्ष 1992 में माइक्रोसॉफ्ट द्वारा बनाया गया. जिसको विंडोज 3.0 की तुलना में बहुत ज्यादा अपग्रेड एवं इंप्रूव हुआ था. इस प्रणाली सॉफ़्टवेयर का उपयोग करने के लिए 1 एमबी रैम की भी जरूरत होता था.

विंडोज 3.1 इंस्टॉल करने के लिए 10 से 15 एमबी स्पेस की आवश्यकता होता था. क्योंकि इसको इंस्टॉल करने पर 10 से 15 एमबी एस्बेस्को अकोपाई करता था.

इस प्रणाली सॉफ़्टवेयर में सीडी रोम भी उपयोग करने के लिए तैयार हुआ था. 3.1 एप्लीकेशन बंद करने के लिए शॉर्टकट की कंट्रोल प्लस एल्ट प्लस डेल बटन से किया जा सकता था.

5. विंडोज 95 

95 सिस्टम सॉफ़्टवेयर से पहले बनाए गए जितने भी ऑपरेटिंग प्रणाली थे. उन सभी की तुलना में इसको बहुत ज्यादा अपग्रेड किया गया था.

विंडोज 95 वर्ष 1995 में माइक्रोसॉफ्ट द्वारा तैयार किया गया था. जिसमें स्टार्ट बटन स्टार्ट मेनू पहली बार जोड़ा गया था. साथ ही साथ इसमें टास्कबार भी पहली बार जोड़ा गया था.

यह पहला प्रणाली सॉफ़्टवेयर था जिसमें बड़े फाइल नाम भी लिखा जा सकता था. यह ऑपरेटिंग सिस्‍टम पहली बार 32-bit के रूप में शुरू किया गया. जो कि विंडोज 32-bit प्रणाली के लिए काम करता था.

6. विंडोज 98 

विंडोज 98 में डीवीडी ड्राइव यूएसबी पोर्ट को भी जोड़ा गया था. जोकि विंडोज 95 में मौजूद नहीं था. साथ ही साथ इस प्रणाली सॉफ़्टवेयर में एक्सप्लोरर में एड्रेस बार भी जोड़ा गया था.

यह सिस्टम सॉफ़्टवेयर वर्ष 1998 को माइक्रोसॉफ्ट द्वारा लंच किया गया था. जिसने बैकऐंड फॉरवर्ड नेवीगेशन बटन भी जोड़ा गया था.

7. माइक्रोसॉफ्ट विंडोज ME 

इस ऑपरेटिंग प्रणाली को एमएस डॉस के साथ बिल्डअप किया गया था. एमएस एमई को माइक्रोसॉफ्ट द्वारा वर्ष 2000 में रिलीज किया गया था. जिसमें सिस्टम को रिस्टोर करने की सुविधा प्रदान किया गया था.

इस प्रणाली सॉफ़्टवेयर में अभी एक बार किसी डाटा को अगर डिलीट कर दिया जाए तो उसको रिस्टोर भी किया जा सकता था. साथ ही साथ इस ऑपरेटिंग सिस्‍टम इंटरनेट एक्सप्लोरर विंडोज मीडिया प्लेयर को भी पहली बार जोड़ा गया था. लेकिन यह सिस्टम सॉफ़्टवेयर ज्यादा लोकप्रिय नहीं हुआ.

8. विंडोज 2000 

पट्टिका प्रणाली सॉफ़्टवेयर को इस तरह से अपग्रेड किया गया. क्‍योकि‍ वह अपने आप ऑटोमेटिक अपडेट हो सके. इसके अलावा इसमें डिवाइस मैनेजर features को भी जोड़ा गया. साथ ही साथ इसमें एडवांस फीचर जैसे डिस्क डीफ्रेगमेंटर को जोड़ा गया था.

माइक्रोसॉफ्ट द्वारा विंडोज 2000 वर्ष 2000 में  लांच किया गया था. जिसमें कई सारे डिवाइस जोड़ कर प्लग एंड प्ले किया जा सकता था.

9. विंडोज XP 

एक्सपी बहुत ही ज्यादा उपयोग किया जाने वाला प्रणाली सॉफ़्टवेयर है. इस सिस्टम सॉफ़्टवेयर को एमएस द्वारा 2015 तक अपडेट किया गया. लेकिन आजकल इस सिस्टम सॉफ़्टवेयर को माइक्रोसॉफ्ट द्वारा अपडेट नहीं किया जा रहा है.

Windows XP को माइक्रोसॉफ्ट द्वारा वर्ष 2001 में लंच किया गया. जिसके बाद से इसका आप बहुत ही ज्यादा डिमांड मार्केट में हुआ और इसको अधिकतर लोगों ने परचेस किया.

एक्सपी 1 यूजर फ्रेंडली प्रणाली सॉफ़्टवेयर के रूप में जाना गया. जिसमें अन्य पहले लांच किए गए ऑपरेटिंग सिस्‍टम की तुलना में बहुत सारे नए टूल को जोड़ा गया था आइए नीचे जानते हैं.

इसमें एक्सपी में टास्कबार, स्टार्ट मेनू, फैमिली और ग्रीन कलर स्टार्ट बटन, विस्टा वॉलपेपर, विजुअल इफैक्ट्स, शैडोफैक्स फैमिली और ग्रीन टास्कबार आदि को जोड़ा गया था. इसके अलावा भी और एडवांस फीचर जोड़ा गया. जैसे सीडी बर्निंग ऑटोप्ले क्लियरटाइप आदि.

10. विंडोज Vista 

माइक्रोसॉफ्ट के जितने भी संचालन प्रणाली लांच किया गया. उसमें सुरक्षा की दृष्टि से बहुत ज्यादा काम नहीं किया गया था. वर्ष 2006 को लंच किया गया तो इसको बहुत ही ज्यादा सिक्योर और सुरक्षित बनाया गया. इसमें डाटा प्रोटेक्शन के लिए बिटलॉकर ड्राइव इंक्रिप्शन प्रणाली जोड़ा गया. विस्टा में और भी नए फीचर्स को जोड़ा गया.

वीडियो एडिटिंग फोटोग्राफ कस्टमाइजेशन मीडिया प्लेयर आदि को अपग्रेड किया गया. यह भी कुछ समय के लिए ज्यादातर उपयोग किया गया. इसमें वॉइस को रिकॉग्नाइज करने के लिए तैयार किया गया था. साथ ही साथ इसमें फोटो गैलरी विंडोज डीवीडी मेकर भी जोड़ा गया था इंटरनेट एक्सप्लोरर को भी इसमें अपग्रेड किया गया था.

11. विंडोज 7  

7 ऑपरेटिंग सिस्‍टम बहुत ही आसान और बेहतरीन प्रणाली सॉफ़्टवेयर है जिसका उपयोग किसी भी व्यक्ति के द्वारा बहुत ही आसानी से किया जा सकता है. इसको माइक्रोसॉफ्ट द्वारा वर्ष 2009 में लांच किया गया.

माइक्रोसॉफ्ट एक्सपी के बाद दूसरा सबसे ज्यादा प्रसिद्ध एवं लोकप्रिय सिस्टम सॉफ़्टवेयर के रूप में विंडो सेवन को जाना गया.

इसमें एडवांस फीचर्स भी जोड़ा गया. जिसमें टीवी पर ए स्ट्रीमिंग म्यूजिक वीडियो फोटोस आदि फीचर्स को भी जोड़ा गया. साथ ही साथ इसमें इंटरनेट एक्सप्लोरर 8 को भी अपडेट किया गया.

विंडोज 7 में हैंडराईटिंग रिकॉग्निशन फीचर को भी जोड़ा गया. इसे बहुत ही ज्यादा फास्ट एवं सुरक्षित ऑपरेटिंग प्रणाली के तौर पर जाना गया.

12. विंडोज 8 

विंडोज सेवन को अपग्रेड करके उसका लेटेस्ट वर्जन 8 केतौर पर लाया गया. 8 को वर्ष 2012 में माइक्रोसॉफ्ट द्वारा लांच किया गया. जिसमें बहुत सारे बदलाव किया गया था. इसमें ग्राफिकल डिस्प्ले को पूरी तरह से बदल दिया गया था.

इस ऑपरेटिंग सिस्‍टम में स्टार्ट बटन और स्टार्ट मेनू में सबसे ज्यादा बदलाव किया गया. एमएस द्वारा विंडोज 8 में कुछ डिफॉल्ट प्रोग्राम को भी जोड़ा गया. जैसे मैसेंजर वेदर न्यूज़ विंग माइक्रोसॉफ्ट एप स्टोर पीपुल आदि को ऐड किया गया.

माइक्रोसॉफ्ट द्वारा जितने भी सिस्टम सॉफ़्टवेयर को लांच किया गया था. उन सभी ऑपरेटिंग सिस्‍टम के तुलना में 8 बहुत ही ज्यादा 30 एवं बेहतर प्रणाली सॉफ़्टवेयर के रूप में तैयार किया गया था. इसको स्क्रीन कोर्ट टच फ्रेंडली बनाया गया था. इसमें और भी कई नए फीचर्स को जोड़ा गया था जोकि विंडोज 7 में नहीं था.

13. विंडोज 10  

माइक्रोसॉफ्ट द्वारा जितने भी सिस्टम सॉफ़्टवेयर लॉन्च किया गया है. उन सभी में सबसे लेटेस्ट ऑपरेटिंग प्रणाली विंडोज 10 है. जो कि इनदिनों अधिकतर उपयोग किया जा रहा है इसको वर्ष 2015 में लांच किया गया था.

जिसमें 8 के तुलाना में बहुत सारे नए फीचर्स को जोड़ा गया है. इसमें नए-नए अपडेट्स अपने आप आता रहता है. जिससे यह बहुत ही अपडेटेड एवं सुरक्षित के साथ-साथ यूजर के लिए यूजर फ्रेंडली हो जाता है.

विंडोज 7 और 8 के जो फीचर्स थे. उनसे काफी मिलता जुलता सिस्टम सॉफ़्टवेयर को बनाया गया है. माइक्रोसॉफ्ट 10 माइक्रोसॉफ्ट एज ब्राउजर को भी जोड़ा गया है.

साथ ही साथ -10 को अपने पीसी को टेबलेट मोड में भी  बदल सकते हैं. -10 को नॉन टेक्निकल व्यक्ति भी बहुत ही आसानी से चला सकता है. लेकिन विंडो सेवन और 8 के तुलना में इसका फीचर्स थोड़ा एडवांस है.

ऑपरेटिंग सिस्‍टम

Operating System एक सॉफ्टवेयर है जोकि कंप्यूटर हार्डवेयर में इंस्टॉल करके कंप्यूटर को यूजर फ्रेंडली बनाया जाता है. किसी भी लैपटॉप पर डेक्सटॉप में जब तक ऑपरेटिंग सिस्‍टम को इंस्टॉल न किया जाए. तब तक उस कंप्यूटर और लैपटॉप में कोई भी काम नहीं किया जा सकता है.

सिस्टम सॉफ़्टवेयर को इंस्टॉल करने के बाद ही एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को अपने जरूरत के हिसाब से इंस्टॉल किया जा सकता है. ऑपरेटिंग सिस्‍टम एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का कंट्रोलर होता है.

क्योंकि जब भी किसी एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर में यूजर द्वारा किसी काम को किया जाता है. एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर और सिस्टम सॉफ़्टवेयर के बीच कोऑर्डिनेशन का काम पूरी तरह से ऑपरेटिंग प्रणाली करता है. यह कंप्यूटर का सिस्टम सॉफ्टवेयर भी कहा जाता है.

विंडोज के फायदे 

  • किसी और ऑपरेटिंग सिस्‍टम के तुलना में यह प्रणाली सॉफ़्टवेयर बहुत ही ज्यादा सरल एवं आसान है. इस सिस्टम सॉफ़्टवेयर को कोई भी व्यक्ति बहुत ही आसानी से उपयोग कर सकता है.
  • इस सिस्टम सॉफ़्टवेयर में किसी भी प्रकार के सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करके उसका उपयोग किया जा सकता है. जबकि अन्य और भी ऑपरेटिंग प्रणाली में काफी ज्यादा सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल करने का सुविधा नहीं होता है.
  • इसके जितने भी पुराने वर्जन हैं. उसके साथ-साथ नए वर्जन को भी काफी सिमिलर तैयार किया गया है. जिसके चलते यूजर को यह सिस्टम सॉफ़्टवेयर इस्तेमाल करना यूजर फ्रेंडली बनाता है. 

विंडोज के प्रकार

Windows तीन प्रकार के होते हैं. आइए नीचे जानते हैं.

1. Single user सिस्टम सॉफ़्टवेयर

इसका मतलब एक समय में एक ही व्यक्ति एक कंप्यूटर का इस्तेमाल कर सकता है. यानी कि इस तरह के ऑपरेटिंग सिस्‍टम में एक समय पर एक कंप्यूटर पर केवल एक व्यक्ति ही काम कर सकता है.

2. Multiple user

मल्टीपल का मतलब होता है. एक से ज्यादा यानी कि इस तरह के संचालन प्रणाली पर एक समय में एक से ज्यादा व्यक्ति एक साथ काम कर सकते हैं. इस तरह के प्रणाली सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल अधिकतर कंपनियों में अथवा कॉलेज संस्थान में किया जाता है.

3. Multitasking

मल्टीटास्किंग का मतलब एक साथ एक समय में एक से अधिक काम को करना वैसे ऑपरेटिंग सिस्‍टम जो एक समय में एक से अधिक काम को करते हैं. एक समय में दो या दो से अधिक काम या प्रोग्राम को जिस कंप्यूटर पर चलाया जाता है. वैसे प्रणाली को मल्टीटास्किंग ऑपरेटिंग सिस्‍टम कहते हैं.

माइक्रोसॉफ्ट विंडोज की विशेषता  

  • इस सिस्टम सॉफ़्टवेयर को सीडी ड्राइव के रूप में उपयोग किया जाता है.
  • इसको ग्राफिकल यूजर इंटरफेस के रूप में तैयार किया गया है.
  • यह ऑपरेटिंग सिस्‍टम के तुलना में बहुत ही आसान एवं बेहतर है. क्योंकि इसमें यूज़र फ्रेंडली फीचर्स को बनाया गया है.
  • इस के लेटेस्ट वर्जन अपने आप ऑटोमेटिक अपडेट होते रहते हैं. जिससे यूज़र के लिए ऑपरेटिंग सिस्‍टम सुरक्षित एवं अपडेटेड रहता है.
  • सिस्टम सॉफ़्टवेयर को बहुत ही आसानी से अब माउस द्वारा हैंडल किया जा सकता है. जबकि अन्य और ऑपरेटिंग सिस्‍टम को कमांड तथा उसको चलाना काफी चैलेंजिंग होता है. 

विंडोज फोन   

एमएस के द्वारा इस ऑपरेटिंग सिस्‍टम का उपयोग करके फोन को भी लांच किया गया था. जो कि ए स्मार्टफोन के रूप में उपयोग किया जा रहा था लेकिन माइक्रोसॉफ्ट के द्वारा तैयार किया गया. स्मार्टफोन बहुत ज्यादा लोगों मे लोकप्रिय नहीं हुआ.

जिसके कारण माइक्रोसॉफ्ट के जो स्मार्टफोन हैं उसको बदल दिया. वर्ष 2017 में माइक्रोसॉफ्ट ने 10 का काम बंद कर दिया क्योंकि विंडोज फोन का डिमांड ज्यादा लोगों में नहीं था.

कुछ प्रसिद्ध सवाल 

माइक्रोसॉफ्ट का सबसे प्रसिद्ध ऑपरेटिंग सिस्‍टम कौन है.

सबसे लोकप्रिय सिस्टम सॉफ़्टवेयर एक्सपी, 7 , 8 , 10 है.

माइक्रोसॉफ्ट द्वारा इस ऑपरेटिंग सिस्‍टम को सबसे पहली बार कब लांच किया गया.

माइक्रोसॉफ्ट द्वारा वर्ष 1985 में सबसे पहली बार 1.0 को लांच किया गया था.

सारांश  

माइक्रोसॉफ्ट विंडोज Features की यह जानकारी आप लोगों को कैसी लगी.

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