SMPS kya hai. SMPS in hindi वर्तमान समय में टेक्नोलॉजी इतना आगे बढ़ गया हैं कि दुनिया के लगभग सभी लोग कंप्यूटर डेस्कटॉप का इस्तेमाल करते हैं कंप्यूटर या डेक्सटॉप में अलग-अलग पार्ट्स जुड़े हुए रहते हैं जिसमें एक एसएमपीएस भी सीपीयू में लगा रहता हैं.
जिस तरह से फ्रिज कूलर एसी को चलाने के लिए पावर सप्लाई की जरूरत होता हैं ठीक उसी प्रकार कंप्यूटर डेस्कटॉप को चलाने के लिए भी पावर सप्लाई की जरूरत होता हैं जैसे फ्रिज को चलाने के लिए कितना पावर की जरूरत हैं उसके हिसाब से फ्रीज का बिजली सप्लाई होते रहता हैं. लेकिन यदि किसी भी मशीन को आवश्यकता से ज्यादा बिजली सप्लाई हो जाए तो उसका पूरा सिस्टम ही बर्बाद हो सकता हैं.
ठीक उसी प्रकार डेक्सटॉप कंप्यूटर में कितना पावर की सप्लाई निर्धारित किया जाए कंप्यूटर को कितना पावर सप्लाई की जरूरत हैं उसके हिसाब से उसको उतना बिजली सप्लाई होता हैं जिससे कंप्यूटर सुचारू रूप से काम करता हैं.
कंप्यूटर डेस्कटॉप में कितना पावर सप्लाई किया जाए ताकि वह अच्छे से चल सके उसके लिए कितना वोल्टेज होना चाहिए कंप्यूटर में सप्लाई उतना ही हो जितना उसको जरूरत हो इन सभी चीजों के लिए एसएमपीएस की जरूरत होता हैं आइए इस लेख में विस्तार से SMPS in hindi के बारे में नीचे जानकारी प्राप्त करते हैं.
SMPS kya hai एसएमपीएस क्या हैं
एसएमपीएस एक पावर कनवर्टर होता हैं जिससे बिजली एसएमपीएस में आता हैं उसके बाद एसएमपीएस से पावर को सप्लाई मदरबोर्ड में किया जाता हैं उसके बाद कंप्यूटर के मदरबोर्ड से अन्य जितने भी पार्ट्स होते हैं उसको मदरबोर्ड के द्वारा पावर सप्लाई किया जाता हैं.
एसएमपीएस कंप्यूटर में पावर सप्लाई करता हैं एसएमपीएस के द्वारा कंप्यूटर में कितना पावर सप्लाई की जरूरत हैं उसको कंप्यूटर के हिसाब से पावर को कन्वर्ट करके और मदरबोर्ड को पावर सप्लाई करता हैं एसएमपीएस पावर को नियंत्रित करने वाला एक कनवर्टर हैं जोकि बाहर से बिजली अपने पास आवश्यकता के अनुसार प्राप्त करता हैं.

जिसके बाद उसके शक्ति को परिवर्तित करके कंप्यूटर सप्लाई करता हैं यदि कंप्यूटर को डायरेक्ट पावर सप्लाई कर दिया जाए तो कंप्यूटर पूरी तरह से बर्बाद हो सकता हैं इसीलिए एसएमपीएस कंप्यूटर और बिजली के बीच में पावर को कम कर के कन्वर्ट करके जरूरत के हिसाब पावर सप्लाई करता हैं.
SMPS एक स्क्वायर डब्बा की तरह होता हैं घर में जो बिजली का मेन सप्लाई होता हैं उस बोर्ड से कंप्यूटर को जब करंट अल्टरनेटिव करंट के रूप में एसएमपीएस के पास जाता हैं तब इस एसएमपीएस उस करंट को डीसी में कन्वर्ट कर देता हैं.
इसके लिए एसएमपीएस Capacitor और DIODE का उपयोग करता हैं. यह रेगुलेटर की सहायता से स्विच को कभी ऑन और कभी ऑफ करते रहता हैं. कभी डीसी को एसी में कन्वर्ट करता हैं और कभी एसी को डीसी में कन्वर्ट करता हैं इसीलिए इसको एसएमपीएस यानी स्विच मोड पावर सप्लाई कहते हैं.
कंप्यूटर में एसएमपीएस क्यों जरूरी हैं
कभी-कभी घर में बिजली का पावर कम हो जाता हैं कभी पावर बढ़ जाता हैं इसको कंट्रोल करने के लिए इनवर्टर का उपयोग किया जाता हैं ठीक उसी तरह कंप्यूटर में कितना पावर सप्लाई करना हैं कितना पावर सप्लाई नहीं करना हैं उसको मैनेज करने के लिए उसको मापने के लिए उसको कंट्रोल करने के लिए एसएमपीएस का उपयोग किया जाता हैं.
क्योंकि यदि कंप्यूटर को डायरेक्ट घर के Power boards से कनेक्ट कर दिया जाए बिना एसएमपीएस का तो कंप्यूटर पूरी तरह से नष्ट हो जाएगा क्योंकि जितना कंप्यूटर को पावर की जरूरत हैं उससे कहीं ज्यादा या कम पावर उसको मिलेगा जिससे कंप्यूटर पूरी तरह से समाप्त हो सकता हैं.
इसीलिए एक कंप्यूटर में पावर सप्लाई को मैनेज करने के लिए एसएमपीएस के द्वारा पावर सप्लाई मदरबोर्ड रैम आदि को किया जाता हैं.
SMPS कैसे काम करता हैं
SMPS को सबसे पहले बोर्ड से पावर सप्लाई होता हैं यानी कि बोर्ड से करंट एसएमपीएस के पास आता हैं उसके बाद सबसे पहले एसी फिल्टर के पास जाता हैं वहां पर एसी को फिल्टर करने के लिए नेचुरल फेस के बीच में NTC, fuse, line filter, PF capacitor का उपयोग किया जाता हैं.
उसके बाद आउटपुट को रेक्टिफायर और फिल्टर को पावर सप्लाई होता हैं जिससे एसी से डीसी में कन्वर्ट होता हैं. एसएमपीएस पावर को अपने हिसाब से कन्वर्ट करता हैं और कन्वर्ट करने के बाद मदरबोर्ड को पावर सप्लाई करता हैं.
जितना उसको पावर की जरूरत होता हैं एसएमपीएस अपने पावर सप्लाई को कभी एसी से डीसी डीसी से एसी में कन्वर्ट करते हुए पावर को सप्लाई करता हैं इसीलिए इसको स्विच्ड मोस्ट पावर सप्लाई कहा जाता हैं.
डायरेक्ट current और अल्टरनेटिव current क्या हैं डायरेक्ट करंट वैसे करंट को कहते हैं जो कि डायरेक्ट करंट प्रदान करता हैं आइए एक उदाहरण से समझते हैं जैसे घड़ी में एक बैटरी लगा होता हैं उस बैटरी का करंट घड़ी को डायरेक्ट करेंट्स प्रदान करता हैं.
जबकि घर में यदि बाहर से बिजली का सप्लाई होता हैं उसमें अल्टरनेटिव करंट प्रदान होता हैं उस करंट को एसी करंट कहा जाता हैं.
यदि किसी डीसी करंट वाले डिवाइस को एसी का करंट देने से पहले उसके लिए पावर कनवर्टर की आवश्यकता पड़ता हैं तभी उसको डीसी करंट दिया जा सकता हैं SMPS भी अल्टरनेटिव करंट को डीसी में कन्वर्ट करने के लिए उपयोग किया जाता हैं ताकि कंप्यूटर को अल्टरनेटिव करंट ना मिले अल्टरनेटिव करंट डायरेक्ट कंप्यूटर में मिलने से कंप्यूटर जल सकता हैं.
अल्टरनेटिव करंट का फ्लोर पॉजिटिव नेगेटिव दोनों होता हैं जबकि डायरेक्ट करंट का फ्लोर एक ही दिशा में होता हैं जोकि नेगेटिव से पॉजिटिव होता हैं.
एसएमपीएस के प्रकार
- DC to DC converter
- Forward converter
- Flyback converter
- Self oscillating flyback converter
1. DC to DC converter
डीसी से डीसी एक प्रकार का विशेष SMPS कनवर्टर होता हैं जो उस डीसी पावर को step down transformer करके primary साइड से गुजरता हैं. जिसके सहायता से पावर वोल्टेज को कंट्रोल किया जाता हैं.
2. Forward converter
फारवर्ड कनवर्टर भी एक प्रकार का एसएमपीएस कनवर्टर होता हैं जो चौक के द्वारा बिजली करंट को ट्रांसमिट करता हैं फारवर्ड कनवर्टर में choke के जरिए power सप्लाई किया जाता हैं तथा इसे चौक एनर्जी अपने पास रखता हैं जो समय-समय पर पावर को आउटपुट लोड के पास भेजता हैं.
3. Flyback converter
यह भी एक SMPS कनवर्टर होता हैं जोकि जब स्विच को ऑन किया जाता हैं तब inductor चुंबकीय एनर्जी को store करता हैं. जब स्विच को चालू स्थिति में रखा जाता हैं तब वोल्टेज सर्किट ऊर्जा में उत्पादन खाली होता हैं. फ्लाईबैक कन्वर्टर का काम ड्यूटी cycle आउटपुट वोल्टेज को कंट्रोल करना होता हैं.
4. Self oscillating flyback converter
यह भी एक एसएमपीएस कनवर्टर हैं जो कि सबसे सरल कनवर्टर के रूप में जाना जाता हैं यह कनवर्टर फ्लाईबैक के सिद्धांत पर पावर को कन्वर्ट करता हैं.
एसएमपीएस के कनेक्टर
इसका कनेक्टर का बनावट कई तरह का होता हैं क्योंकि अलग-अलग मदरबोर्ड हार्ड डिक्स और कंप्यूटर के अन्य पार्ट्स को पावर सप्लाई करने के लिए इस्तेमाल किया जाता हैं इसमें इसका कनेक्टर अलग अलग तरह का इस्तेमाल किया जाता हैं.
- Atx power connectors
- 24-pin SMPS connectors
- Standard peripheral power connectors
- SATA power connectors
- PCI-E 6-pin connectors
1. ATS power connectors
इस तरह के पावर कनेक्टर में 20 पीन का कनेक्टर होता हैं जिसमें 6 तरह के वोल्टेज बाहर आ रहे होते हैं एटीएक्स पावर कनेक्टर का उपयोग मदरबोर्ड में पावर सप्लाई करने के लिए किया जाता हैं.
2. 24 pin SMPS connectors
इस तरह के जो कनेक्टर होते हैं उसमें 24 पिन कनेक्टर के साथ बने होते हैं जिसमें एटीएक्स कनेक्टर्स का इस्तेमाल किया गया रहता हैं इस कनेक्टर्स का इस्तेमाल कंप्यूटर के मदरबोर्ड में बिजली को सप्लाई करने के लिए इस्तेमाल किया जाता हैं.
3. standard peripheral power connectors
इस तरह की जो पावर कनेक्टर होते हैं वह स्टैंडर्ड मोलेक्स के पावर कनेक्टर के रूप में तैयार किए गए होते हैं जिसमें पावर कनेक्टर के लिए 4 तार कनेक्ट किए गए होते हैं जिसको मोलेक्स कनेक्टर के नाम से भी जाना जाता हैं.
4. Sata power connectors
कंप्यूटर में लगे हार्ड डिक्स सीडी डीवीडी ड्राइव को पावर सप्लाई करने के लिए इस तरह के कनेक्टर्स का उपयोग किया जाता हैं यह 15 पिन कनेक्टर वाला कनेक्टर होता हैं.
5. PCI – E 6 pin connectors
इस तरह के जो कनेक्टर होते हैं उसका इस्तेमाल टीसीआई एक्सप्रेस मदरबोर्ड स्लॉट्स को अतिरिक्त power को सप्लाई करने के लिए उपयोग किया जाता हैं जिसके द्वारा टीसीआई एक्सप्रेस मदरबोर्ड को 12 volt का अतिरिक्त पावर सप्लाई किया जाता हैं.
एसएमपीएस के लाभ और नुकसान
- एसएमपीएस मदरबोर्ड तो उतना ही पावर सप्लाई करता हैं जितना मदरबोर्ड को पावर की आवश्यकता होता हैं.
- पावर को एसी से डीसी डीसी से एसी में कन्वर्ट करते रहता हैं.
- SMPS पावर सप्लाई करने से कंप्यूटर के जो अन्य पार्ट्स होते हैं और सुरक्षित रहते हैं.
- SMPS इस्तेमाल करने से कंप्यूटर के मदरबोर्ड या अन्य पार्ट्स पर किसी तरह का कोई बिजली सप्लाई के द्वारा नुकसान नहीं होता हैं.
- SMPS एक high-frequency वाला पावर सप्लाई करने वाला circuit बोर्ड हैं जिससे स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता हैं.
- एसएमपीएस कंप्यूटर के लिए बहुत ही लाभकारी हैं लेकिन इससे मनुष्य के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता हैं. किसी भी चीज का लाभ और उसका नुकसान दोनों होता हैं इसलिए कंप्यूटर की दृष्टि से यह बहुत ही उपयोगी हैं.
SMPS ka full form in hindi
SMPS ka full form:- switch mode power supply होता हैं. जो कि एक विद्युतीय पावर सप्लाई करने वाला इलेक्ट्रिकल उपकरण हैं.
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साराशं
SMPS kya hai के बारे में इस लेख में सभी जानकारी देने का प्रयास किया गया हैं।

मेरा नाम रवि शंकर तिवारी हैं मैं ज्ञानीटेक रविजी ब्लॉग वेबसाईट का Founder & Author हूँ। मैं एक Professional blogger भी हूँ। कंप्यूटर ,टेक्नोलॉजी, इन्टरनेट ,ब्लॉगिेग, SEO, एमएस Word, MS Excel, Make Money एवं अन्य तकनीकी जानकारी के बारे में विशेष रूचि रखता हूँ । इस विषय से जुड़े किसी प्रकार का सवाल हो तो कृपया जरूर पूछे।