Server kya hai अक्सर कभी न कभी हम लोगों को सर्वर नाम से रूबरू होना पड़ता है क्योंकि जब भी किसी भी तरह के बैंकिंग कामों के लिए जब हम लोग बैंक जाते हैं तो कभी न कभी वहां सुनने को मिलता है कि सर्वर डाउन है सर्वर काम नहीं कर रहा है.
आखिर यह सर्वर होता क्या है सर्वर का काम क्या होता है Server kya hai in hindi इस तरह के सवालों का जवाब इस लेख में नीचे विस्तार से दिया गया है. सर्वर शब्द कंप्यूटर टेक्नोलॉजी के दुनिया में बहुत ही महत्वपूर्ण शब्द है क्योंकि सर्वर के बिना किसी भी तरह के डाटा का आदान प्रदान करना संभव नहीं है.
जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं कि आजकल बैंकिंग प्रणाली पूरी तरह से ऑनलाइन डिजिटली रूप में काम कर रहा है जितने भी बैंक के कस्टमर होते हैं उनका सारा डाटा ऑनलाइन कहीं न कहीं रखा हुआ रहता है जहां पर सारे डेटा को रखा जाता है उसी जगह को उसी स्थान को उसी टेक्नोलॉजी उसी सिस्टम को सर्वर के नाम से जाना जाता है.
सर्वर का मतलब क्या होता है Server kya hai
Server शब्द का निर्माण सर्व शब्द से हुआ है सर्व का मतलब होता है परोसना मुहैया कराना अब कंप्यूटर टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में जब भी किसी भी तरह के कोई डाटा को ऑनलाइन सर्च किया जाता है तब सर्वर के द्वारा डाटा को उस यूजर के पास पहुंचाया जाता है.
यानी कि Server सब्द का मतलब होता है जानकारी जो भी इंटरनेट के द्वारा मांगा जाता है उसको उपलब्ध कराना.

What is server in Hindi सर्वर क्या होता हैं
सर्वर एक टेक्नोलॉजी का प्रणाली है जहां पर डाटा स्टोर किया जाता है. Server एक ऐसा कंप्यूटर का मशीन होता है जहां जिस कंप्यूटर पर एक वेबसाइट के सारे डेटा को रखा जाता है.
आइए एक उदाहरण से समझते हैं
भारतीय स्टेट बैंक का एक वेबसाइट को उदाहरण के द्वारा समझा जाए. मान लीजिए कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के जितने भी कस्टमर का डाटा अकाउंट से संबंधित जो सूचना है उसको कंप्यूटर पर रखा गया है. अब बात आती है कि जो सारे डेटा है उसको किस कंप्यूटर पर रखा जाता है तो उसके लिए एक ऐसा कंप्यूटर होता है जिसको 24 * 7 चालू रखा जाता है.
और उस कंप्यूटर पर इतना ज्यादा कैपेसिटी होता है स्टोरेज होता है कि सारे स्टेट बैंक आफ इंडिया के जो डाटा होते हैं उसको वहीं पर स्टोर किया जाता है और वैसे जो भी कंप्यूटर हैं जहां पर स्टेट बैंक आफ इंडिया के सारे डाटा को रखा जाता है उस कंप्यूटर को सर्वर के नाम से जाना जाता है.
जब बैंक के द्वारा किसी कस्टमर के डिटेल्स को इंटरनेट के माध्यम से खोजा जाता है तब उस बैंक के कस्टमर का डिटेल सर्वर के पास मैच कराया जाता है और वहां से Server डाटा को बैंक के पास कंप्यूटर पर उपलब्ध कराता है.
जिस तरह से किसी भी सामान को रखने के लिए जगह की आवश्यकता होता है ठीक उसी प्रकार कंप्यूटर में भी जब भी हम लोग किसी भी एक छोटे से फाइल हो ऑडियो फाइल हो वीडियो फाइल हो कोई इमेज हो टेक्स्ट हो या अन्य किसी भी प्रकार की कोई भी चीज को रखने के लिए कंप्यूटर में Space होना जरूरी है.
और उसी चीज को ऑनलाइन इस्तेमाल करने के लिए कुछ सारे डेटा को एक होस्टिंग सर्वर पर रखना पड़ता है. जिसके लिए अलग-अलग तरह के ऑनलाइन एप्लीकेशन या वेबसाइट के माध्यम से सारे डाटा को Server के पास स्टोर किया जाता है.
और जब भी वेबसाइट के माध्यम से उस डाटा को आवश्यकता होता है तब Server से रिक्वेस्ट करके उस डाटा को अपने कंप्यूटर पर access किया जाता है.
सर्वर कहां होता है
जब किसी वेबसाइट को बनाना होता है उसके पहले होस्टिंग खरीदा जाता है. होस्टिंग खरीदते समय है इन चीजों की पड़ताल की जाती है कि उस होस्टिंग का लोकेशन कहां है जैसे एक वेबसाइट owner अपना होस्टिंग भारत में भी रख सकता है या अन्य दूसरे देश में भी रख सकता है.
अब होस्टिंग खरीदते समय जिस कंट्री का होस्टिंग खरीदा जाता है जहां पर होस्टिंग का लोकेशन होता है उसी स्थान को Server का लोकेशन कहा जाता है वही सर्वर होता है.
कहने का मतलब यह है कि जो होस्टिंग लोकेशन है वही Server लोकेशन है वही सर्वर होता है वही सर्वर से डाटा को किसी भी जगह पर इंटरनेट के माध्यम से access किया जाता है.
जब कभी भी किसी भी वेबसाइट को बनाने की बात आती है कोई भी एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को बनाने की बात होती है तो उसका जो डाटा होता है उसको रखने के लिए सर्वर की आवश्यकता होती है.
सर्वर क्यों जरूरी है
Server एक ऐसा जगह होता है जहां पर जितने भी कंप्यूटर Server के रूप में इस्तेमाल किए जाते हैं उन सभी कंप्यूटरों को 24 * 7 वर्ष चालू रखा जाता है क्योंकि कभी भी किसी भी यूजर के द्वारा यदि कुछ भी सर्च किया जाता है तब सर्वर के द्वारा ही डाटा को मुहैया कराया जाता है. इसीलिए सर्वर को सक्रिय रहना बहुत ही जरूरी है.
अब सवाल यह है कि सर्वर क्यों जरूरी है सर्वर इसलिए जरूरी है कि बिना सर्वर के आप अपने वेबसाइट में जो भी टेक्स्ट इमेज वीडियो या किसी भी तरह के कोई डॉक्यूमेंट को जब आप रखते हैं तो उसको रखने के लिए ऑनलाइन जगह की आवश्यकता होती है.
तभी अपने जो डाटा होते हैं उसको एक ऑनलाइन मशीन में रख पाते हैं जो कि 24 घंटा काम करता है और वहां से जब किसी भी यूजर के द्वारा सर्च किया जाता है तो डाटा को वहां से आसानी से यूजर के कंप्यूटर पर दिखाया जाता है.
सर्वर का इतिहास
इंटरनेट को सफल बनाने में Server का ही मुख्य योगदान है क्योंकि इंटरनेट का काम है कि एक कंप्यूटर में जहां पर सारे डाटा को रखा हुआ है उस डाटा को कहीं भी किसी भी कंप्यूटर पर इंटरनेट के द्वारा सर्च किया जाए तो वहां पर उस डाटा को पहुंचा दिया जाए.
सर्वर का इतिहास भी बहुत ज्यादा पुराना नहीं है इंटरनेट को दुनिया में आने के बाद सर्वर का भी अलग-अलग कंपनियों के द्वारा निर्माण किया गया जिसका विवरण नीचे इस प्रकार हैं.
Server Name | By | Year |
List server | the IBM VM machine | 1981 |
Web server | next cube | 1991 |
Rack mountable server | rolient first rack | 1994 |
Google server | Sun Ultra | 1998 |
Modern blade server | RLx Blade | 2001 |
GPU distributed computing | PS3 cluster | 2008 |
Cloud server | 2009 |
सर्वर के प्रकार (Types of server)
1. Web server
वेब सर्वर एक ऐसा सर्वर होता है जिस Server पर किसी भी वेबसाइट के जो वेबपेजेस होते हैं जो डाटा होते हैं उसको अपने पास स्टोर करता है और जब यूजर के द्वारा सर्च किया जाता है तब उस डाटा को उस यूजर के कंप्यूटर पर डिलीवर करता है.
2. Database server
एक वैसा Server जोकि अपने पास डाटा को रिसीव करता है और उसको यूजर के द्वारा रिक्वेस्ट करने पर डाटा को यूजर के कंप्यूटर पर उपलब्ध कराता है वैसे सर्वर को डाटाबेस सर्वर के नाम से जाना जाता है.
डाटाबेस सर्वर में डाटा को store और डिलीवर करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट SQL सर्वर या माई एसक्यूएल सॉफ्टवेयर का उपयोग किया जाता है.
यह एक एसा सर्वर होता है जहां पर डेटाबेस रिस्टोर किया जाता है जिसमें किसी भी ऑर्गेनाइजेशन का पूरा डाटा हो सकता है जिसमें organization से संबंधित डाटा हो या अन्य किसी भी एम्पलाई का डाटा हो वैसे डाटा को डाटाबेस सर्वर पर रखा जाता है.
3. File server
फाइल सर्वर एक ऐसा सर्वर होता है जहां पर फाइल को इंस्टॉल किया जाता है इंटरनेट के माध्यम से हर दिन हर सेकंड हजारों लाखों संख्या में एक फाइल को एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर पर इंटरनेट के माध्यम से भेजा जाता है वैसे जितने भी फाइल होते हैं उसको इंस्टॉल करने के लिए फाइल सर्वर का ही उपयोग होता है.
इंटरनेट के माध्यम से जितने भी फाइल एक नेटवर्क के थ्रू एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर पर ट्रांसफर होते हैं उसको मैनेज करने के लिए फाइल ट्रांसफर प्रोटोकॉल के द्वारा फाइल ट्रांसफर करने की प्रक्रिया को पूरा किया जाता है.
4. Proxy server
इंटरनेट पर अलग-अलग यूजर के द्वारा अलग-अलग तरह के रिक्वेस्ट्स Server के पास भेजा जाता है या अलग अलग तरह की चीजों को सर्च किया जाता है जिसको पूरा करने के लिए एक प्रोक्सी सर्वर की आवश्यकता होती है प्रोक्सी सर्वर का काम होता है यूजर और इंटरनेट के बीच में गेटवे के रूप में काम करना.
जब कोई यूज़र से किसी भी तरह के कोई सेवा के लिए रिक्वेस्ट करता है तब उस को आसान बनाने के लिए प्रोक्सी server का इस्तेमाल किया जाता है. जैसे कि प्रोक्सी सर्वर के द्वारा नेटवर्क कनेक्शन शेयरिंग नेटवर्क डाटा फील्ड रिंग डाटा कैचिंग आदि को एक्सटर्नल सर्वर के बीच में मेडिएटर के रूप में काम करता है.
5. Mail server
इंटरनेट के माध्यम से आज हर कोई ईमेल का इस्तेमाल करता है मेल किसी के द्धारा किसी व्यक्ति के पास भेजा जाता है जिसको किसी न किसी सर्वर पर स्टोर किया जाता है जिस को इंस्टॉल करने के लिए मेल सर्वर का इस्तेमाल किया जाता है.
क्योंकि जब भी हम लोग किसी मेल को भेजते हैं तो उसको सबसे पहले मेल Server के पास भेजा जाता है उसके बाद उस मेल को जिस यूजर के पास भेजा गया होता है उसके पास चला जाता है लेकिन बीच में उस मेल को मेल सर्वर के पास से रखा जाता है.
इस मेल को पूरी तरह से पूरा करने के लिए simple Mail transfer protocol का उपयोग करके उसको भेजने और प्राप्त करने का काम किया जाता है.
6. FTP server
जिस तरह से फाइल सर्वर के बारे में हम लोग जानकारी प्राप्त किए हैं ठीक उसी तरह से एफटीपी फाइल ट्रांसफर प्रोटोकोल सर्वर का भी काम होता है.
जब भी किसी यूज़र के द्वारा किसी भी फाइल को सर्च किया जाता है तब उस रिक्वेस्ट को Server के पास भेजा जाता है और वैसे सर्वर जहां पर फाइल स्टोर रहता है उसको एफटीपी सर्वर के नाम से भी जाना जाता है उस सर्वर के द्वारा उस फाइल को उस यूजर के पास उपलब्ध कराया जाता है इन सभी प्रक्रियाओं को करने के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल किया जाता है.
7. Application server
एप्लीकेशन सर्वर का उपयोग जब किसी भी एक एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर में जब किसी भी तरह के डाटा को इनपुट किया जाता है. और उस डाटा को कभी भी किसी यूजर के द्वारा सर्च किया जाता है
तब एप्लीकेशन सर्वर के पास उस मैसेज को भेजा जाता है और एप्लीकेशन Server के द्वारा जो भी सूचनाओं को सर्च किया जाता है उसको उस यूजर के सिस्टम पर मुहैया कराया जाता है.
8. Chat server
बहुत से ऐसे एप्लीकेशन हैं वेबसाइट है जहां पर एक दूसरे के द्वारा ऑनलाइन चैट किया जाता है उस दौरान जितने भी तरह के टेक्स्ट मैसेज या जो भी तरह के डाटा एक दूसरे के साथ शेयर किया जाता है.
उस डाटा को चैट सर्वर के पास स्टोर किया जाता है. एक दूसरे के द्वारा जितने भी तरह के मैसेज या वीडियो शेयर किए जाते हैं उन सभी डाटा को चैट सर्वर पर ही स्टोर किया जाता है.
9. News server
इंटरनेट पर जब भी किसी तरह का कोई न्यूज़ से संबंधित समाचार को सर्च किया जाता है तो उसको प्राप्त करने के लिए सबसे पहले सर्च किए गए डाटा को न्यूज सर्वर के पास रिक्वेस्ट जाता है और वहां से उससे संबंधित जो भी सूचनाएं हैं उसको उस यूजर के पास भेज दिया जाता है.
10. Fax server
फैक्स के द्वारा जितने भी तरह की सूचनाओं को एक जगह से दूसरी जगह पर आदान प्रदान किया जाता है उन सभी सूचनाओं को इंस्टॉल करने के लिए फैक्स सर्वर का इस्तेमाल किया जाता है और सारे सूचनाओं को फैक्स सर्वर अपने पास स्टोर रखता है और जब भी उससे संबंधित किसी भी प्रकार की सूचनाओं को सर्च किया जाता है तो उसको वहां पर आसानी से मुहैया करा देता है.
11. Personal server
पर्सनल सर्वर एक ऐसा सर्वर होता है जिसको आप अपने स्वयं के वेबसाइट या किसी भी तरह के ऑनलाइन डाटा को स्टोर करने के लिए बनाते हैं जिस सर्वर को आप अपने घर में रखते हैं अपने कंप्यूटर को ही आप एक पर्सनल सर्वर के रूप में उपयोग करते हैं वैसे सर्वर को पर्सनल सर्वर के नाम से जाना जाता है.
सर्वर कैसे काम करता है
सर्वर के बारे में ऊपर लगभग पूरी जानकारी दी गई है जिसमें Server के बारे में बहुत सारे चीजों के बारे में बताया गया है फिर भी सर्वर काम कैसे करता है आइए नीचे जानते हैं.
- User request सबसे पहले जब भी किसी यूज़र के द्वारा किसी भी तरह के कीवर्ड या वेबसाइट से सर्च किया जाता है.
- Server उसके बाद यूजर के द्वारा सर्च किए गए रिक्वेस्ट को सर्वर के पास भेजा जाता है तब सर्वर उस मैच किए हुए डाटा को चेक करता है.
- Data received उसके बाद सर्वर के द्वारा डाटा को इस यूजर के कंप्यूटर पर दिखाया जाता है.
दूसरा उदाहरण
जब भी आप किसी वेबसाइट को सर्च करते हैं तो उस वेबसाइट के जितने भी कंटेंट होते हैं उसको आपके कंप्यूटर पर दिखाने के लिए सबसे पहले उस रिक्वेस्ट को सर्वर के पास भेजा जाता है.
- जिस को पूरा करने के लिए युआरएल को तीन भागों में बांटा जाता है .
- जैसे http को एक भाग में रखा जाता है.
- दूसरे भाग में वेबसाइट के डोमिन नाम को रखा जाता है जैसे www.gyanitechraviji.com.
- तीसरे भाग में जो भी यूजर के द्वारा कीवर्ड सर्च किया जाता है उसको रखा जाता है जैसे what is server in Hindi.
- उसके बाद सर्वर के द्वारा keyword से संबंधित डाटा को प्रस्तुत यानी कि मुहैया कराया जाता है.
क्या हम अपना सर्वर बना सकते हैं
जहां तक अपना सर्वर बनाने की बात है तो बिल्कुल आप अपना Server बना सकते हैं उसके लिए आपके पास एक कंप्यूटर होना चाहिए जिसको आप अपने वेबसाइट के डाटा को स्टोर करने के लिए सर्वर के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं.
लेकिन सर्वर बनाने के लिए कंप्यूटर को 24 * 7 और चालू रखना होगा तभी वेबसाइट को अच्छे से लोगों के लिए यूजर फ्रेंडली बना सकते हैं.
Home server के फायदे
- अपना सर्वर बनाने से आपको किसी भी होस्टिंग कंपनी से होस्टिंग नहीं खरीदना पड़ेगा.
- आप अपने वेबसाइट के सारे डेटा को आप अपने होस्टिंग सर्वर पर रख पाएंगे
- यदि आप अपने होस्टिंग सर्वर कंप्यूटर को 24 *7 चालू रख सकते हैं तो आप दूसरे को भी होस्टिंग सेवा मुहैया करा सकते हैं
- जिसके बदले आपको अच्छा खासा कमाई भी हो सकता है.
- आप अपने सर्वर में अपने वेबसाइट के जितने भी डाटा है उसका बैकअप भी आसानी से बना सकते हैं.
- अपने कंप्यूटर को एक server कंप्यूटर के रूप में इस्तेमाल करने के लिए उसको बहुत ज्यादा शक्तिशाली तथा अन्य खूबियों से सुसज्जित भी रखना पड़ता है.
सर्वर डाउन क्यों होता है
- सर्वर डाउन होने के कई तरह के कारण हो सकते हैं जिसके कारण Server डाउन हो जाता है जैसे कुछ उदाहरण नीचे दिया गया है.
- कभी-कभी ऐसा होता है कि जहां पर सर्वर होता है वहां पर नेटवर्क सिस्टम पूरी तरह से फेल हो गया हो.
- जिस कंप्यूटर पर सर्वर का उपयोग किया जाता है उस सर्वर वाले कंप्यूटर में किसी भी तरह के खामियों के कारण सर्वर डाउन हो सकता है.
- ज्यादा डाटा ओवरलोड हो जाने के कारण भी सर्वर डाउन हो जाता है.
- वेबसाइट क्रैश या अन्य तकनीकी कारणों के चलते भी सर्वर डाउन हो जाता है.
- एक समय पर बहुत सारे लोगों के द्वारा सूचनाओं को सर्च करने के कारण भी सर्वर पूरी तरह से काम करना बंद कर देता है.
- सर्वर डाउन होने के और भी कई तरह के कारण हो सकते हैं.
FAQ
सर्वर क्या है
कंप्यूटर के द्वारा संचालित ऑनलाइन स्टोरेज के रूप में काम करने वाला कंप्यूटर होता है जिसको सर्वर के नाम से जाना जाता है.
सर्वर कहां होता है
सर्वर कहीं भी हो सकता है जहां पर एक सर्वर रूम बनाया हुआ रहता है जिसमें बहुत सारे कंप्यूटर 24 * 7 वर्ष होस्टिंग का काम करते हैं
सर्वर कैसा होता है
सर्वर का कोई वैसा आकार नहीं होता है या एक कंप्यूटर में काम करने वाला प्रोग्राम होता है जिससे बहुत सारे वेबसाइट के डाटा को आदान प्रदान किया जाता है.
सर्वर क्रैश क्यों होता है
जब किसी भी वेबसाइट पर सीमा से ज्यादा लोग सर्च करते हैं उसका उपयोग करते हैं तब अधिकतर server crash होता है.
- कंप्यूटर क्या हैं
- डिजिटल माकेंटिंग क्या हैं
- एमएस वर्ड क्या हैं
- एमएस एक्सेल क्या हैं
- एसईओ क्या हैं
- फ्री में पैसे कैसे कमाएं
- ऑनलाइन पैसे कैसे कमाए
सारांश
Server kya hai सर्वर क्या होता है सर्वर कैसे काम करता है सर्वर डाउन क्यों होता है Server कितने प्रकार के होता है के बारे में इस लेख में जानकारी दी गई है फिर भी अगर सर्वर से संबंधित किसी भी प्रकार का सवाल या किसी भी तरह का कोई सुझाव हो तो कृपया कमेंट करके हमें जरूर बताएं.
सर्वर के बारे में दी गई जानकारी कैसा लगा कृपया अपना सुझाव जरूर दें इस जानकारी को अपने दोस्त मित्रों के साथ सोशल मीडिया पर भी शेयर जरूर करें.

मेरा नाम रवि शंकर तिवारी हैं मैं ज्ञानीटेक रविजी ब्लॉग वेबसाईट का Founder & Author हूँ। मैं एक Professional blogger भी हूँ। कंप्यूटर ,टेक्नोलॉजी, इन्टरनेट ,ब्लॉगिेग, SEO, एमएस Word, MS Excel, Make Money एवं अन्य तकनीकी जानकारी के बारे में विशेष रूचि रखता हूँ । इस विषय से जुड़े किसी प्रकार का सवाल हो तो कृपया जरूर पूछे।