Prepaid Aur Postpaid Sim Me Antar. प्रीपेड और पोस्टपेड सिम में क्या अंतर है. Diffrence Between Prepaid & Postpaid. कभी-कभी ऐसा होता है कि प्रीपेड सिम का उपयोग कर रहे होते हैं और कंपनी के द्वारा कॉल आता है, कि अपने सिम को पोस्टपेड में बदलने से आपको बहुत सारा लाभ होगा.
जिसके बारे में आपको कंपनी के द्वारा समय-समय से ऑफर भी दिया जाता है. लेकिन जानते हैं कि पोस्टपेड सिम और प्रीपेड सिम में क्या अंतर है.
दोनों का काम और रिचार्ज का प्रक्रिया किस तरह से फॉलो करना पड़ता है. यदि पोस्टपेड और प्रीपेड सिम के बारे में पूरी जानकारी तथा अंतर समझना चाहते हैं, तो इस लेख को पूरा जरूर पढ़ें.
Prepaid Aur Postpaid Sim Me Antar
प्रीपेड और पोस्टपेड दोनों एक सिम ही है. लेकिन इन दोनों में अंतर बहुत ही ज्यादा है. प्रीपेड सिम में पहले ही रिचार्ज करना पड़ता है.
जबकि पोस्टपेड सिम का उपयोग करते हैं, तो उसमें बाद में बिल जमा करना पड़ता है. पहले उपयोग करते हैं उसके बाद पोस्टपेड सिम का जो बिल आता है उसको जमा करते हैं.
पोस्टपेड सिम के बारे में ऊपर जानकारी पढ़ करके अच्छा ही लगा होगा. क्योंकि पोस्टपेड सिम का जो बिल होगा, उसको बाद में जमा करना होता है. जबकि प्रीपेड में पहले ही रिचार्ज कराते हैं.
लेकिन यदि इसको पढ़कर खुश हो रहे हैं, तो इसमें खुश होने वाली कोई बात नहीं है. क्योंकि प्रीपेड सिम में फिक्स माउंट रिचार्ज करते हैं. जबकि पोस्टपेड सिम में बिल फिक्स नहीं होता है.
जितना बात करते हैं, इंटरनेट का उपयोग करते हैं, इसमें कॉल करते हैं तथा उसके अलावा भी कुछ चार्जेस उसमें टैक्स इत्यादि को जोड़ करके कंपनी के द्वारा बिल भेज दिया जाता है. इसलिए दोनों का अब कुछ कुछ अंतर जरूर समझ आया होगा. लेकिन अभी भी बहुत से ऐसे अंतर है जिसे समझना है.
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पोस्टपेड और प्रीपेड सिम में अंतर
पोस्टपेड और प्रीपेड दोनों सिम का काम तो एक ही जैसा है. इन दोनों तरह के सीम से बात कर सकते हैं. इंटरनेट चला सकते हैं. इसमें मैसेज सेंड कर सकते हैं और जो भी काम है जो अपने स्मार्टफोन से करते हैं वे सभी काम इन दोनों सिम से कर सकते हैं. लेकिन दोनों में सबसे बड़ा अंतर यही है कि प्रीपेड में अपने बैलेंस के हिसाब से रिचार्ज करते हैं.
जबकि पोस्टपेड में पहले उपयोग कर लेते हैं और उसके बाद पैसा देना होता है. जिसमें ज्यादा पैसा जमा करना पड़ता है. क्योंकि पोस्टपेड बिल आपके हाथ में नहीं होता है वह कंपनी भेजती है. 1 महीने के अंदर जो खर्च पोस्टपेड सिम से किया जाता है उसका बिल जमा करना पड़ता है.
Prepaid | Postpaid |
उपयोग के पहले रिचार्ज करना पड़ता हैं | पहले उपयोग फिर बिल जमा करना पड़ता हैं |
मोबाइल खर्च को कट्रोल कर सकते हैं | इसमें कट्रोल करना उतना संभव नही हैं |
जब जरूरत तब रिचार्ज करें | इसमें रिचार्ज की जरूरत नही हैं |
प्रीपेड का उपयोग जम्मू कशमीर में नही कर सकते हैं | जबकि पोस्टपेड का कर सकते हैं |
प्रीपेड सस्ता होता हैं | पोस्टपेड मंहगा होता हैं |
प्रीपेड पर्सनल उपयोग के लिए सबसे बेस्ट हैं | कंपनी में काम करने वाले के लिए बेस्ट हैं |
प्रीपेड को कुछ समय के लिए बंद कर सकते हैं | पोस्टपेड को नही कर सकते हैं क्योकि इसका बिल महीने के बाद में आता हैं इसे बराबर के लिए बंद कर सकते हैं |
रिचार्ज
प्रीपेड सिम में सबसे पहले रिचार्ज करना पड़ता है. तब उसका उपयोग करते हैं. यदि आपके पास एक प्रीपेड सिम है और उसमें बैलेंस नहीं है, तो उससे कुछ भी नहीं कर सकते हैं. जबकि वही अगर पोस्टपेड सिम है तो रिचार्ज कराने की जरूरत नहीं है.
बैलेंस
आपके पास प्रीपेड सिम है वैलिडिटी भी है लेकिन उसमें बैलेंस नहीं है, तो उसका उपयोग नहीं कर सकते हैं. यदि किसी को भी फोन करना होगा, तो उसके लिए टॉप अप रिचार्ज करना होगा. जबकि आपके पास पोस्टपेड सिम है, तो रिचार्ज नहीं करना पड़ता है, उससे किसी को भी कॉल लगा करके कितना भी देर तक बात कर सकते हैं.
वैलिडिटी
प्रीपेड सिम का वैलिडिटी बढ़ाने के लिए रिचार्ज करना पड़ता है. उसके बाद प्रीपेड सिम का उपयोग अपने मोबाइल फोन में कर सकते हैं. जिसके बाद ही मोबाइल पर फोन आ सकता है या फिर किसी को भी फोन कर सकते हैं.
लेकिन यदि पोस्टपेड का सिम है, तो उसको रिचार्ज करने की जरूरत नहीं है. उसका वैलिडिटी कंपनी के द्वारा ऑलरेडी दिया हुआ रहता है. जब एक महीना अपने सिम से उपयोग कर लेते हैं उसके बाद बिल आता है. तब उस बिल को एक टाइम फ्रेम में जमा करना पड़ता है.
बैलेंस की बचत
प्रीपेड सिम जब उपयोग करते हैं, तो उस समय अपने बैलेंस का बचत कर सकते हैं. क्योंकि जब तक मोबाइल में बैलेंस रहेगा तभी तक किसी से बात कर पाएंगे. लेकिन जब पोस्टपेड का सिम होता है.
तब उसमें अनलिमिटेड बैलेंस होता है. उससेेे कितना भी देर तक से बात कर सकते हैं. लेकिन जब उसका बिल आता है तब होश उड़ जाता है. क्योंकि बात करते समय अपने बैलेंस का ख्याल नहीं रखने के कारण जिसके कारण ज्यादा से ज्यादा बिल पोस्टपेड सिम पर आता है.
इंटरनेट ब्राउजिंग
पोस्टपेड सिम में डाटा ब्राउजिंग इमिटेशन से भी मुक्त होते हैं. इसलिए स्मार्ट फोन से ज्यादा इंटरनेट का उपयोग करते हैं. जिससे पोस्टपेड का बिल भी ज्यादा आता हैं.
लेकिन जब प्रीपेड सिम उपयोग करते हैं तो उसमें फिक्स डाटा मिलता है. जिससे नेट ब्राउजिंग का उपयोग अपने हिसाब से कर सकते हैं. जिससे डाटा का बचत होता है
पोस्टपेड या प्रीपेड कौन है सबसे बेहतर
वैसे दोनों सिम का उपयोग अलग-अलग प्रकार से किया जाता है. यदि किसी कंपनी में काम करते हैं और कंपनी के तरफ से पोस्टपेड सिम दिया जा रहा है तब आपके लिए बेहतर है.
लेकिन यदि किसी कंपनी में काम नहीं करते हैं और अपने लिए प्रीपेड सिम लेते हैं तो सबसे बेहतर है. क्योंकि प्रीपेड सिम से एक लिमिट में आपने मोबाइल का उपयोग कर पाएंगे. जिससे पैसे का बचत होगा.
इसलिए एक सामान्य व्यक्ति के लिए प्रीपेड सिम सबसे बेहतर है. क्योंकि इससे अपने पैसे को एक लिमिट तरीके से खर्च कर पाएंगे. जिससे आपके ऊपर पैसों का बोझ नहीं पड़ेगा और अपने उपयोग के हिसाब से प्रीपेड प्लान का चयन कर पाएंगे.
पोस्टपेड सिम का नुकसान
पोस्टपेड सिम का नुकसान यह है कि उसमें बिल पर कंट्रोल नहीं होता है. लिमिट में डेटा का उपयोग नहीं करते हैं. जिससे ज्यादा इंटरनेट ब्राउजिंग करते हैं और डेटा का उपयोग करते हैं. जिससे पोस्टपेड का बिल ज्यादा आता है.
पोस्टपेड में कभी भी अपने मोबाइल के खर्च को नहीं रोक सकते हैं. जबकि यदि प्रीपेड सिम का उपयोग करते हैं, तो यदि आपके पास पैसा नहीं है तो रिचार्ज नहीं कर पाएंगे. जिससे आपके ऊपर किसी प्रकार का कोई पैसों का बोझ नहीं पड़ेगा.
जबकि पोस्टपेड में ऐसा नहीं होता है. इसमें बिल हर महीने का आएगा ही और उसको आपको एक टाइम फ्रेम में जमा करना पड़ता है.
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सारांश
पोस्टपेड और प्रीपेड के बीच क्या अंतर है Prepaid Aur Postpaid Sim Me Antar के बारे में इस लेख में जानकारी दी गई. जिसमें दोनों के फायदे और नुकसान के बारे में भी बताया गया है. यदि यह जानकारी अच्छा लगा हो तो इस जानकारी को अपने दोस्त मित्रों के साथ सोशल मीडिया पर भी शेयर करें.
नमस्कार रवि शंकर तिवारी ज्ञानीटेक रविजी ब्लॉग वेबसाईट के Founder हैं। वह एक Professional blogger भी हैंं। जो कंप्यूटर ,टेक्नोलॉजी, इन्टरनेट ,ब्लॉगिेग, SEO, एमएस Word, MS Excel, Make Money एवं अन्य तकनीकी जानकारी के बारे में विशेष रूचि रखते हैंं। इस विषय से जुड़े किसी प्रकार का सवाल हो तो कृपया जरूर पूछे। क्योकि इस ब्लॉग का मकसद लोगो बेहतर जानकारी उपलब्ध कराना हैंं।