PBN Backlinks Kya Hai? पीबीएन बैकलिंक्स क्या होता है पीबीएन क्या है सर्च इंजन में वेबसाइट रैंकिंग बेहतर करने के लिए लोग ब्लैक टेक्निक का उपयोग करते हैं उसी का नाम पीबीएन है. पीबीएन का फुल फॉर्म प्राइवेट ब्लॉग नेटवर्क होता है.
जोकि वेबसाइट का एक समूह होता है. जिसका उद्देश्य सर्च इंजन में बेहतर रैंकिंग पाने के लिए किया जाता है. PBN बैकलिंक्स बनाकर के लोग अपने वेबसाइट को बहुत जल्द लिंक जूस पास कराना चाहते हैं, जिससे उनका वेबसाइट गूगल में बहुत जल्द रैंक करें और उनके वेबसाइट पर अचानक से ट्रैफिक इंक्रीज हो जाए.
यदि आप भी पीबीएन बैकलिंक्स के बारे में जानना चाहते हैं, तो इस लेख में इसके बारे में पूरी जानकारी दी गई है. जिसमें PBN के फायदे और नुकसान के बारे में भी बताया गया है.
पीबीएन बैकलिंक्स क्या है
प्राइवेट ब्लॉग नेटवर्क एक समूह होता हैं जिसमें एक तरह के कई वेबसाइढ होती हैं. एक उदाहरण से समझते हैं जैसे किसी एक ही व्यक्ति या उससे संबंधित लोगों के द्वारा बनाया गया अलग-अलग वेबसाइट हैं जिसकी संख्या 10 से भी अधिक हो या इससे भी अधिक हो, वैसे वेबसाइटों के समूह को पीबीएन वेबसाइट कहते हैं.
अब यदि इन सभी वेबसाइटों से किसी दूसरे वेबसाइट को लिंक दिया जाता है, तो उसी लिंक को PBN बैकलिंक्स कहते हैं. सर्च इंजन में बेहतर रैंकिंग पाने के लिए कई तरह के ब्लैक तकनीक का उपयोग करते हैं. जिसके लिए अधिकतर लोग एक्सपायर डोमिन्स जिसका डोमिन अथॉरिटी बहुत ज्यादा होता है. वैसे डोमिन को पीबीएन के लिए उपयोग करते हैं.
वर्तमान समय में कई ऐसे वेबसाइट वाले समूह दिख जाएंगे, जो कि एक से ज्यादा वेबसाइट का उपयोग करते हैं. जिनका मकसद उस ब्लॉग वेबसाइट से अधिक से अधिक बैकलिंक्स बेचना और उससे पैसा कमाना भी होता है.
वह अपने किसी एक या दो नियमित वेबसाइट को गूगल में बहुत जल्द रैंक कराने के लिए लोग PBN वेबसाइट का एक समूह का निर्माण करते हैं. जिसका डोमिन अथॉरिटी ज्यादा होता है और उसी से बैकलिंक्स बना करके तुरंत सर्च इंजन में बेहतर रैंकिंग प्राप्त करते हैं.
पीबीएन वेबसाइट की पहचान
पीबीएन वेबसाइट की पहचान के कई तरीके हैं जैसे पीबीएन वेबसाइट वैसे वेबसाइट होते हैं, जो कि एक ही तरह के होते हैं. उसका होस्टिंग एक ही सर्वर पर एक ही अकाउंट से बना होता है. पीबीएन वेबसाइट में एक ही तरह का थीम का उपयोग किया जाता है.
डिजाइन भी उसका एक ही तरह का होता है. उस वेबसाइट का मालिक ही एक ही व्यक्ति होता है. PBN वेबसाइट पर कॉपी राइट कंटेंट होते हैं. वैसे वेबसाइट पर नियमित रूप से यूनिक कांटेंट भी नहीं डाला जाता है. यह सभी एक पीबीएन वेबसाइट के ही पहचान है. जिससे आप पीबीएन वेबसाइट को पहचान सकते हैं.
पीबीएन वेबसाइट का डोमिनो अथॉरिटी बहुत ही ज्यादा होता है. क्योंकि PBN वेबसाइट बनाने के लिए वैसे किसी भी डोमिन को लोग सर्च करते हैं, जिसका डोमिनो अथॉरिटी ज्यादा होता है और उसी डोमिन को फिर से वह लोग खरीद करके उस पर पीबीएन वेबसाइट के लिए उपयोग करते हैं.
पीबीएन बैकलिंक्स के फायदे
वैसे वर्तमान समय में जितना अधिक स्मार्ट टेक्नोलॉजी हो रहा है उतना ही ज्यादा लोग अपने दिमाग का इस्तेमाल करके कई तरह के तरीके भी याद कर रहे हैं. उन्हीं में से एक पीबीएन बैकलिंक्स को लोग आज के समय में इस तरह से छुपा करके रखते हैं, जिससे गूगल को या लोगों को पता न चल सके कि यह PBN वेबसाइट है.
जिसके लिए लोग अलग-अलग नामों पर डोमिन खरीदते हैं और उसका अलग अलग होस्टिंग और थीम सब कुछ रखते हैं. जिससे सर्च इंजन को पता न चल सके.
लेकिन जितना टेक्नोलॉजी डेवलप हो रहा है, उसको देखते हुए जो भी लोग गलत तरीके से पीबीएन वेबसाइट का उपयोग सर्च इंजन में बेहतर रैंकिंग बढ़ाने के लिए कर रहे हैं. यदि उनका वेबसाइट कभी भी इस तरह के कामों में लिप्त पाया जाता है, तो उसको पूरी तरह से बैन भी किया जा सकता है.
पीपीएन बैकलिंक्स के फायदे
- एक नई वेबसाइट का डोमिन अथॉरिटी तुरंत इंक्रीज होगा.
- डू फॉलो लिंक चूस पास होगा जिससे गूगल में बेहतर रैंकिंग प्राप्त होगा.
- वेबसाइट का ट्रैफिक इनक्रीस होगा.
- किसी भी नए पोस्ट पर बहुत जल्द रैंकिंग मिलेगा.
- वेबसाइट का ग्रोथ बहुत तेज गति से होगा.
- जब तक गूगल कोई या अन्य सर्च इंजन को यह पता नहीं चलता है, कि आपने पीबीएन बैकलिंक्स बना रखा है, तब तक आपके वेबसाइट के लिए तो यह बैकलिंक्स बहुत ही फायदेमंद होते हैं. लेकिन जैसे ही इन सभी ब्लैकहेड टेक्निक्स के बारे में पता चलता है, फिर आपके वेबसाइट का सर्च इंजन में पूरी तरह से दिखना बंद हो सकता है.
पीबीएन बैकलिंक्स के नुकसान
पीबीएन बैकलिंक्स के जितने ज्यादा फायदे बताए गए हैं उससे ज्यादा नुकसान है. क्योंकि कुछ दिनों के लिए आप पीबीएन बैकलिंक्स बना करके गूगल में बेहतर रैंकिंग प्राप्त कर सकते हैं, ट्रैफिक प्राप्त कर सकते हैं.
लेकिन जैसे ही आपके ब्लैकहेड टेक्निक्स के बारे में सर्च इंजन को पता चलेगा आपके वेबसाइट का कैरियर पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा. क्योंकि गूगल वैसे किसी भी वेबसाइट को आगे नहीं बढ़ाना चाहता हैं, जो कि ब्लैक हेड टेक्निक्स का उपयोग करते हैं.
इसीलिए नियमित रूप से जो सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन के बेहतर तरीके हैं, उसी के अनुसार बैकलिंक्स क्रिएट करना चाहिए. वेबसाइट के लिए नेचुरल बैकलिंक्स बनाना चाहिए. यही गूगल की नीति है और उसको पालन करना भी सभी वेबसाइट के लिए जरूरी है.
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सारांश
पीबीएन बैकलिंक्स क्या है, PBN क्या है के बारे में इस लेख में जानकारी दी गई है. जिसमें पीबीएन बैकलिंक्स के फायदे एवं नुकसान के बारे में बताया गया है. यदि इस लेख से संबंधित कोई सवाल हो तो कृपया कमेंट करके जरूर पूछें तथा इस जानकारी को आप अपने दोस्त मित्रों के साथ सोशल मीडिया पर भी शेयर कर सकते हैं.
मेरा नाम रवि शंकर तिवारी हैं मैं ज्ञानीटेक रविजी ब्लॉग वेबसाईट का Founder & Author हूँ। मैं एक Professional blogger भी हूँ। कंप्यूटर ,टेक्नोलॉजी, इन्टरनेट ,ब्लॉगिेग, SEO, एमएस Word, MS Excel, Make Money एवं अन्य तकनीकी जानकारी के बारे में विशेष रूचि रखता हूँ । इस विषय से जुड़े किसी प्रकार का सवाल हो तो कृपया जरूर पूछे।