मनी मैनेजमेंट कैसे करें 7+ Top तरीकें

मनी मैनेजमेंट कैसे करें हर एक व्यक्ति के जीवन में मनी मैनेजमेंट बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। Money Management in hindi? मनी मैनेजमेंट क्या है? सबसे पहले मनी मैनेजमेंट का मतलब हम लोग समझते हैं। मनी मैनेजमेंट दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है मनी प्लस मैनेजमेंट। 

मनी शब्‍द का मतलब पैसा होता है। मैनेजमेंट सब का मतलब प्रबंधन प्रणाली होता है। पैसा ऐसा चीज है जिसको यदि सही तरीके से मैनेज नहीं किया जाए, तो कितना भी व्यक्ति पैसा कमाता हो उसके जीवन में पैसों को लेकर समस्या आ सकता है। इसीलिए मनी को सही तरीके से मैनेज किया जाता है।

इसलिए अगर आप चाहते हैं कि अपने पैसों को सही तरीके से मैनेज करें, तो आपको इस लेख को पूरा जरूर पढ़ना चाहिए। क्योंकि हम इस लेख में आपको मनी मैनेजमेंट क्या है और इसको कैसे अच्छे तरीके से मैनेज कर सकते हैं। जिससे आप अपने पैसों को सही जगह पर उपयोग कर पाएंगे और आप अपने पैसे को भविष्य के लिए मैनेज भी कर पाएंगे।

मनी मैनेजमेंट करके आदमी अपने जीवन को अच्छे तरह से मैनेज कर सकता है। क्योंकि जीवन में पैसा के बिना कुछ भी संभव नहीं है। पैसा ही एकमात्र ऐसा साधन है, जिससे हम अपने जीवन में हर प्रकार के सुख सुविधाओं का व्यवस्था करते हैं। इसीलिए इसको सही तरीके से मैनेज करना भी हमें सीखना चाहिए।

मनी मैनेजमेंट क्या हैं

मनी मैनेजमेंट पैसे को मैनेज करने का एक तरीका है। जिसमें पैसा हमें कब खर्च करना चाहिए, कितना खर्च करना चाहिए, कितना पैसा हमें भविष्य के लिए बचा करके रखना चाहिए। जितना हम कमाते हैं उसमें से कितना पैसा हमें किस कामों के लिए खर्च करना चाहिए। इन सभी चीजों के मिलाकर के ही मनी मैनेजमेंट का महत्त्व समझ पाते हैं। 

हर एक व्यक्ति अपने जीवन में जितना पैसा कमाता है, यदि उस पैसे को सही तरीके से खर्च नहीं कर पाता है तो उसके जीवन में पैसों की समस्या हो सकती हैं। इसीलिए जितना हम कमाते हैं उसमें से कितना पैसा हम बच्चों के पढ़ाई पर खर्च करेंगे, कितना पैसा हम घर में खाद्य पदार्थ के सामानों पर खर्च करेंगे।

कितना पैसा हम अपने भविष्य के लिए बचा कर रखेंगे और इसके अलावा कितना पैसा हमें गरीब अनाथ लोगों के लिए दान में देना है इसके लिए एक खाका तैयार करना चाहिए। जिसके बारे में हम नीचे आपको उदाहरण देकर बताने वाले हैं।

Money Management in hindi

यहां एक उदाहरण हैं

यदि कोई व्यक्ति हर महीने 10000रू कमाता है, तो उस 10000 रू को किस तरह से खर्च करना है, उसके लिए एक प्लान बनाना चाहिए। अपनी पूरी कमाई का 20 परसेंट पैसा बच्चों के पढ़ाई में खर्च करना चाहिए। अपनी पूरी कमाई के 20 परसेंट पैसा खाने-पीने एवं घर मकान के जरूरी चीजों के लिए करना चाहिए। 

अपनी पूरी कमाई के 20 परसेंट पैसा भविष्य के लिए जमा करना चाहिए। 10 परसेंट पैसा गरीब अनाथ मजबूर लोगों के लिए दान करना चाहिए। उसकी सहायता के लिए लगा देना चाहिए। अब 30 परसेंट पैसा हम लोगों के पास बचता है, जिसका उपयोग हम अपने घर, परिवार, दवाई एवं घर के मरम्मत, शादी विवाह, उत्सव, घर में जरूरी अन्य संसाधन जैसे की वाहन के अलावा और भी जितने तरह की मिसलेनियस जरूरत है, उसमें खर्च करना चाहिए।

मनी मैनेजमेंट के विशेष गुण एवं बारीकियों को सीखने के लिए हमने नीचे कुछ अलग अलग तरह के उदाहरण देकर के भी जानकारी दिए है जिसको सीखकर के आप अपने पैसे को अच्छे तरह से मैनेज कर सकते हैं।

Money management ( धन प्रबंधन) 

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि पैसा हर व्यक्ति के लिए बहुत जरूरी होता है। बिना पैसे के इंसान कभी भी कुछ कर नहीं सकते हैं। किसी भी जरूरत को पूरा करना बहुत मुश्किल होता है। जहां एक तरफ पैसा हमारे भविष्य को सुरक्षित करने का तरीका है, वही देखा जाए तो हमारे वर्तमान की जरूरतों को पूरा करने का भी जरिया है। 

मनी मैनेजमेंट क्या होता हैं? 

मनी मैनेजमेंट का मतलब होता है कि जैसे अपने भविष्य के लिए पैसों को जमा करना और अपने आने वाले समय के लिए फ्यूचर प्लानिंग करना। 

आप अपने बजट बनाने से लेकर बचत करने और अपने लक्ष्य को पूरा करने तक अपने सभी काम को कैसे संभाल सकते हैं। मनी मैनेजमेंट से आप अपने कमाए हुए पैसे या पहले से जमा किए हुए पैसों को सही जगह इन्वेस्ट कर सकते हैं।

जिससे हमारे आने वाले समय में जरूरत पड़ने पर वह आपको ज्यादा से ज्यादा पैसा रिटर्न दे सके। मनी मैनेजमेंट से आप अपनी आमदनी के अनुसार अपने घर और सेविंग को मैनेज करते हैं। ताकि आपके वर्तमान समय में और आपके आने वाले भविष्य में भी आपको पैसों की समस्या न आए। 

मनी मैनेजमेंट का तरीका

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि इनकम का आय और सोर्स सबका अलग अलग होता है। जिसके कारण हम सभी का इनकम भी अलग अलग होता है। साथ ही हमारे खर्च भी यहां तक कि हमारी लाइफस्टाइल परिवारिक में हमारे सदस्यों की संख्या तथा जरूरतों में हमारी पसंद और नापसंद सब कुछ अलग अलग होता हैं। जिससे हमारे मनी मैनेजमेंट करने का तरीका भी अलग अलग हो जाते हैं। मनी मैनेजमेंट का तरीका कई प्रकार के होते हैं। 

  • खर्च पर नियंत्रण करें। 
  • पैसा बचाने का तरीका सीखे। 
  • पैसा का सही जगह पर उपयोग करें। 
  • अनावश्यक खर्च करने से बचें। 
  • रोज कुछ पैसों का बचत करें। 
  • पैसों को सही जगह पर इन्वेस्ट करें। 
  • पैसों का महत्व समझें। 

खर्च पर नियंत्रण करें

जैसा कि हम सब जानते हैं पैसा कमाने के साथ साथ खर्च पर भी नियंत्रण जरूर करना चाहिए। जैसा कि हम सब जानते हैं पैसा कमाने के लिए हम सब बहुत मेहनत करते हैं। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि पैसा कमाने के बाद भी हम पैसा बचाने में असफल हो जाते हैं। क्‍योंकि अपने पैसों के खर्च पर नियंत्रण नही रख पाते हैं। पैसा कमाने के लिए कोई बिजनेस करता है कोई नौकरी करता है। 

पैसा बचाने का तरीका सीखें

पैसा कमाने में लोग बहुत मेहनत करते हैं।परंतु पैसा खर्च करने के बारे में बिल्कुल भी नहीं सोचते हैं। पैसा बचाने के लिए हम सभी को अपने अपने खर्च पर नियंत्रण रखना चाहिए। जहां जिस चिज की ज्‍यादा जरूरत हो वहीं खरादना चाहिए।

पैसों का सही जगह पर उपयोग करें

जैसा कि हम लोग का सकते हैं कि पैसा बचाने के लिए सब लोग अलग-अलग तरीके का इस्तेमाल करते हैं। जैसे कि कोई फिक्स डिपाजिट करता है। कोई जीवन बीमा करता है। कोई जमीन में पैसे इन्वेस्ट करता है। कोई घर बनाता है । कोई खेती करता है। कोई सोना बना कर बैंक में रखता हैं।

रोज कुछ पैसों का बचत करें

पैसों की बचत के लिए हमें खर्च पर कंट्रोल करना जरूरी है रोज रोज हमें पैसों को थोड़ा थोड़ा बचाना चाहिए। तभी पैसों का अच्‍छे तरीके से बचत हो पाएगाा। जो हमारे भविष्‍य के लिए सुरक्षित होगा।

अनावश्यक खर्च करने से बचें

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हमें जितनी जरूरत हो उतना ही खर्च करना चाहिए। जैसे कि महंगी गाड़ियां न खरीदें। चाहे आप एक लाख की गाड़ी खरीदे हैं या एक करोड़ की गाड़ी लिए हैं वह  दोनों एक ही काम करेगी। आप दिखावे में अपना पैसा बर्बाद न करें। 

पैसों को सही जगह पर इन्वेस्ट करें

आप अपने पैसों को सही कामों में इन्वेस्ट करें। हम कर सकते हैं जो आगे चलकर के आपके लिए फायदेमंद होगा। जैसे कि लाइफ इंश्योरेंस, बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट आदि कर सकते हैं।

सारांश

वित्‍तीय प्रपंधन क्या है जिसके बारे में हमने ऊपर विस्तार से बताया है। फिर भी मनी मैनेजमेंट का मतलब यदि एक लाइन में समझा जाए तो इसका मतलब होता है हम अपने फाइनेंसियल स्थिति को बेहतर बनाने के लिए जो काम करते हैं। वही मनी मैनेजमेंट होता है। जिसके लिए हम अपने पैसों को अलग-अलग भाग में डिवाइड करके और उसका अलग-अलग उपयोग करते हैं।

जिसमें मुख्य रुप से हम कुछ पैसों को अपने भविष्य के लिए सही जगह पर इन्वेस्ट करते हैं। ताकि हमारा पैसा आने वाले समय में 2 गुना से कई गुना बढ़कर तैयार हो। मनी मैनेजमेंट हमारे फ्यूचर को सिक्योर करने के लिए किया जाता है।

जिससे आने वाले समय में हमें पैसे को लेकर के किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़े‌। इसमें हम आने वाले भविष्य के लिए स्वयं के लिए अपने परिवार के लिए अपने बच्चों के लिए पैसों का बचत करके रखते हैं। जिससे भविष्य में सही तरीके से उसका उपयोग कर पाए।

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