JEE Ka Full Form (Joint Entrance Examination) ज्वाइंट एंटरेंस एग्जामिनेशन होता हैं। हमारे भारत में हर साल कई ऐसे अभ्यर्थी होते हैं. जो कि जेईई का परीक्षा देकर इंजीनियरिंग के लिए एडमिशन लेते हैं. लेकिन JEE Ka Full Form
हर किसी का अपना एक सपना होता हैं कि वह कोई बड़ा आदमी बने. डॉक्टर इंजीनियर ऑफिसर कोई बड़ा अधिकारी कोई टीचर बनना चाहता हैं तो उसके लिए बहुत ही कड़ा मेहनत करना पड़ता हैं. कोई न कोई परीक्षा देना पड़ता हैं. तभी वह व्यक्ति कोई अच्छे पदों पर कार्य कर सकता हैं
वैसे ही इंजीनियरिंग करने के लिए जेईई का परीक्षा पास करना पड़ता हैं तो आइए हम लोग इस लेख में क्या होता हैं जेईई क्या हैं. यह कितने प्रकार का होता हैं के बारे में पूरी जानकारी नीचे प्राप्त करते हैं.
जेईई क्या हैं
जेईई जिसे की ज्वाइंट एंटरेंस एग्जामिनेशन कहा जाता हैं. जिसे हिंदी में संयुक्त प्रवेश परीक्षा के नाम से हम लोग जानते हैं. तो इसके नाम से ही यह निष्कर्ष निकालता हैं कि यह एक प्रवेश परीक्षा हैं।
भारत में कई ऐसे छात्र हैं जो कि 10th ट्वेल्थ करने के बाद इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं. किसी अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेज यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेना चाहते हैं तो उनके लिए सबसे पहले जेईई का एंट्रेंस एग्जाम पास करना पड़ता हैं. उसके बाद ही किसी भी अच्छे कॉलेज में एडमिशन मिल सकता हैं.
भारत में किसी भी कॉलेज में अगर किसी छात्र को इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना हैं तो उसके लिए पहले जेईई का एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ता हैं. उसके बाद भारत के किसी भी टॉप कॉलेज यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया जा सकता हैं. जेईई एंट्रेंस एग्जाम एक नेशनल लेवल का प्रवेश परीक्षा होता हैं.
जिसको देने के बाद देश के किसी भी स्टेट में गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज या सेंट्रल इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लिया जा सकता हैं.
जेईई का एंट्रेंस एग्जाम आईआईटी एनआईटी में प्रवेश पाने के लिए दिया जाता हैं और इसमें अच्छी रैंक लाने के बाद ही किसी बड़े कॉलेज यूनिवर्सिटी में एडमिशन हो सकता हैं.जिस अभ्यार्थी को इंजीनियर बनना हैं उनके लिए जेईई का एंट्रेंस एग्जाम बहुत ही महत्वपूर्ण परीक्षा होता हैं.
इसीलिए सबसे पहले इसमें सफलता पाना आवश्यक हो जाता हैं. उसके साथ ही इस एग्जाम में रैंक भी अच्छा लाना पड़ता हैं. क्योंकि किसी भी अभ्यर्थी के रैंक के अनुसार हैं. उन्हें किसी कॉलेज में एडमिशन मिलता हैं.

जेईई का फुल फॉर्म क्या होता हैं
जेईई का फुल फॉम ज्वाइंट एंटरेंस एग्जामिनेशन होता हैं. जिसको पास करने के बाद इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर सकते हैं. कई छात्र ऐसे होते हैं जो कि इंजीनियरिंग में प्रवेश परीक्षा के लिए जेईई का एग्जाम देते हैं.
वह पास करके अपनी इच्छा अनुसार किसी भी कॉलेज में या जिस सब्जेक्ट से इंजीनियरिंग करना चाहते हैं वह कर सकते हैं.
J | Joint |
E | Entranc |
E | Examination |
जेईई के कितने भाग होते हैं
जेईई एंट्रेंस एग्जाम क्या हैं जेई का फुल फॉर्म क्या हैं. इसके बारे में तो ऊपर हमने जानकारी प्राप्त कर लिया कि इंजीनियरिंग की परीक्षा देने के लिए पहले जेईई का एंट्रेंस एग्जाम देना महत्वपूर्ण होता हैं. लेकिन एग्जाम कितने भाग में होता हैं इसके बारे में भी जानकारी रखना आवश्यक हैं.
तो जेईई को मुख्य रूप से दो भागों में विभाजित किया गया हैं पहले जेईई Mains का परीक्षा होता हैं और उसके बाद जेईई Advanced का परीक्षा आयोजित किया जाता हैं.
1. जेईई मेन्स
जेईई मेंस नेशनल लेवल का परीक्षा होता हैं जो कि हर साल दो बार आयोजित किया जाता हैं. 6 महीने पर एक परीक्षा हर साल आयोजन होता हैं. अगर किसी अभ्यर्थी को किसी स्टेट लेवल के गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज या सेंटर इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश पाना हैं तो उन्हें पाहले जेईई का मेंस एग्जाम पास करना पड़ता हैं.
जिसमें कि आईआईटी एनआईटी से इंजीनियरिंग किया जा सकता हैं और इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के लिए किसी कॉलेज में प्रवेश पाने के लिए जेईई का मेंस परीक्षा पास करना और अच्छा रैंक लाना जरूरी हैं.
जेईई मेंस के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए
जैसा कि हम लोगों ने ऊपर इस बारे में जानकारी हासिल किया हैं कि जेईई का परीक्षा किसी भी इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लेने से पहले पास करना पड़ता हैं तो उसके लिए क्या योग्यता होनी चाहिए इसके बारे में भी कुछ जानकारी हासिल कर लेते हैं.
जब कोई भी छात्र इंटर में पढ़ाई कर रहा हो या ट्वेल्थ पास कर चुका हैं और वह फिजिक्स केमिस्ट्री मैथ सब्जेक्ट से ट्वेल्थ पास किया हो तो वह जेईई मेंस का एग्जाम दे सकता हैं.
जेईई मेंस का एंट्रेंस एग्जाम सीबीएसई बोर्ड द्वारा कराया जाता हैं इसमें जिस अभ्यार्थी को अच्छे अंक प्राप्त होते हैं उन्हें आईआईटी एनआईटी सीएफटीआई या अन्य कोई भी इंजीनियरिंग कॉलेज में बहुत ही आसानी से एडमिशन मिल सकता हैं.
2. जेईई एडवांस
जेईई एडवांस का परीक्षा किसी भी इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लेने से पहले एक बहुत ही महत्वपूर्ण और बहुत ही प्रसिद्ध माध्यम हैं जिसे बिना पास किए हुए भारत के किसी भी अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन नहीं मिल सकता हैं जेईई एडवांस का परीक्षा आईआईटी के द्वारा आयोजित किया जाता हैं.
जेईई एडवांस का परीक्षा तभी दिया जा सकता हैं जबकि पहले जेईई मेंस की परीक्षा पास कर लिए हो अगर जेईई मेंस का परीक्षा पास नहीं किए हो और जेईई एडवांस का परीक्षा देना चाहते हैं.
तो वह अभ्यर्थी नहीं दे सकते हैं जेईई एडवांस के परीक्षा भारत में इंजीनियरिंग के लिए दी जाने वाली परीक्षाओं में सबसे ज्यादा कठिन परीक्षा माना जाता हैं क्योंकि इसमें पहले जेईई मेंस का पास होना जरूरी हैं जेईई एडवांस पास करने के बाद भारत के किसी भी प्रसिद्ध इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन मिल सकता हैं.
जेईई एडवांस के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए
इस परीक्षा के लिए हर साल अलग-अलग आईआईटी कॉलेज में कठिन से कठिन प्रश्न पत्र तैयार किए जाते हैं जेईई एडवांस का परीक्षा देने के लिए ट्वेल्थ में 75 परसेंट मार्क्स होना जरूरी हैं इसके साथ ही जो आरक्षण कोटे वाले हैं उनके लिए कुछ छूट भी होता हैं.
जेईई एडवांस का परीक्षा अभ्यार्थियों के क्षमता का परीक्षण करने के लिए किया जाता हैं इसमें ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन रहते हैं जिससे कि उम्मीदवार की समझदारी और तर्क को मापा जाता हैं कि वह इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए सही हैं या नहीं इसलिए इस परीक्षा में बहुत ही समझदारी से सूझबूझ से हर क्वेश्चन का आंसर देना पड़ता हैं.
क्योंकि इस परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग भी होता हैं. सबसे जो आईआईटी में एडमिशन कराना चाहते हैं उनके लिए जेईई एडवांस पास करना बहुत ही महत्वपूर्ण हैं.
जेईई परीक्षा देने के फायदे
कई बार ऐसा होता होता हैं कि कई बच्चे इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं इंजीनियर बन कर अपने माता-पिता का घर परिवार का नाम रोशन करना चाहते हैं अपना सपना पूरा करना चाहते हैं अपना फ्यूचर सही बनाना चाहते हैं लेकिन उनका एडमिशन नहीं हो पाता हैं लेकिन जो बच्चे का जेईई एंट्रेंस एग्जाम देते हैं उनका यह सपना बहुत ही आसानी से पूरा हो जाता हैं.
उन्हें अपने सपने को पूरा करने का एक माध्यम जेईई का एंट्रेंस एग्जाम होता हैं. कभी-कभी अच्छे नंबर आने पर किसी गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन मिलता हैं जिसमें कि कम पैसों में ही इंजीनियरिंग का पढ़ाई हो जाता हैं और वह छात्र इंजीनियरिंग का पढ़ाई करके अपना भविष्य अच्छा बना सकता हैं.
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सारांश
आजकल जो भी छात्र टेंथ ट्वेल्थ पास करते हैं उनको आगे चलकर ज्यादातर इंजीनियरिंग की पढ़ाई में ही रुचि हो रहा हैं ज्यादातर बच्चे इंजीनियर बन के अपने देश का नाम रोशन करना चाहते हैं इसलिए उनके लिए सबसे बेहतर सबसे महत्वपूर्ण जेईई का एंट्रेंस एग्जाम देना जरूरी होता हैं तभी किसी भी इंजीनियरिंग कॉलेज में अपने इच्छा अनुसार रुचि अनुसार पढ़ाई कर सकते हैं

प्रियंका तिवारी Gyanitechraviji के Co-Founder & Editor हैं। इनकी शिक्षा हिंदी ऑनर्स से स्नातक तक हुई हैं, इन्हें हिंदी में बायोग्राफी, फुलफार्म, अविष्कार, Make Money , Technology, Internet & Insurence से संबंधित जानकारियो को सीखना और सिखाना पसन्द हैंं। कृपया अपना स्नेह एवं सहयोग बनाये रखें। सिखते रहे और लोगों को भी सिखाते रहें।