CTET क्या हैंं? सब्जेक्ट कैरीयर उम्र योग्यता एवं पैटर्न

CTET kya hai. CTET के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए सीटीईटी के लिए उम्र सीमा क्या रखी गई है के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए इस लेख को पूरा जरूर पढ़ें। क्‍योंकि आज के समय में अगर किसी भी व्यक्ति को प्राइमरी स्कूल में या मिडिल स्कूल में टीचर बनना है, तो पहले CTET का परीक्षा देना पड़ता है। 

शिक्षा को विकसित करने के लिए ही यह परीक्षा शुरू किया गया हैं। हर व्यक्ति को शिक्षित करने के लिए पहले के मुकाबले आज के समय में सरकार के द्वारा हर एक गांव में स्कूल का विकास हो रहा है। स्कूल में एक योग्य शिक्षक को नियुक्त करने के लिए उनके योग्यता का आकलन करने के लिए CTET परीक्षा का शुरुआत किया गया। ताकि बच्चों को उचित शिक्षा दिया जा सके।

किसी भी स्कूल में एक योग्य शिक्षक को नियुक्त करने के लिए उनके मानसिक और व्यावहारिकता की जांच करना जरूरी है, तभी बच्चों में सही शिक्षा का प्रचार प्रसार होगा।

पहले कोई भी व्यक्ति अगर ग्रेजुएशन किया हुआ रहता था, तो शिक्षक के रूप में नियुक्ति मिल जाता था। लेकिन अब जो व्यक्ति शिक्षित है बच्चों को पढ़ाने की योग्य है वही स्कूल में नियुक्त हो सकते हैं। CTET परीक्षा के बारे में और भी विस्तार से नीचे जानेंगे।ऑनलाइन पढ़ाई कैसे करें

CTET kya hai

CTET केंद्रीय स्तर का परीक्षा है जिसके द्वारा शिक्षक के योग्यता को जांचा और परखा जाता है। किसी भी प्राइमरी या मिडिल स्कूल में शिक्षक के रूप में नियुक्त होने के लिए सीटीईटी परीक्षा सरकार के द्वारा आयोजित कराई जाती है।

इस परीक्षा को आयोजित करने का मुख्य लक्ष्य है बच्चों को एक योग्य शिक्षक प्राप्त हो सके।शिक्षक के मानसिकता और व्यावहारिकता का अच्छी तरह से जांच करना ही इस परीक्षा का उद्देश्य है।

CTET kya hai

पहले यह परीक्षा ऑफलाइन मोड में ही किया जाता था। लेकिन 2021 के बाद अब सीटीईटी परीक्षा ऑनलाइन कंप्यूटर पर दिया जायेगा। 

सीबीएसई के द्वारा ऑनलाइन मोड में इस परीक्षा को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को कंप्यूटर की जानकारी प्राप्त कराना है ताकि वह बच्चों को भी कंप्यूटर की जानकारी दे सके। 

CTET परीक्षा सीबीएसई बोर्ड के द्वारा आयोजित कराया जाता है और यह परीक्षा सिर्फ एक राज्य में नहीं बल्कि भारत के हर एक राज्य में आयोजित होता है। इसलिए यह परीक्षा राष्ट्रीय लेबल का होता है।ट्वेल्‍थ के बाद क्‍या करें

CTET का फुल फॉर्म क्या होता है

भारत में किसी भी राज्य में अगर शिक्षक के रूप में नियुक्त होना चाहते हैं, तो सबसे पहले CTET का परीक्षा देना पड़ता है। इस परीक्षा को पास करने के बाद 1 से 8 तक के बच्चों को पढ़ा सकते हैं। प्राइमरी स्कूल में या मिडिल स्कूल में शिक्षक के रूप में नियुक्त होने के लिए यह परीक्षा बहुत ही जरूरी है। 

CTET का फुल फॉर्म Central Teacher Eligibility Test होता है। इसे हिंदी में केंद्रीय अध्यापक पात्रता परीक्षा कहा जाता है। सीटीईटी में दो पेपर होता है। 

पहला पेपर अगर पास कर जाते हैं तो किसी भी प्राइमरी स्कूल में एक से पांच तक के बच्चों को पढ़ा सकते हैं। दूसरा पेपर अगर पास करते हैं तो मिडिल स्कूल में 6 से 8 तक के बच्चों को पढ़ाने के योग्य शिक्षक बन जाते हैं।

CTET का शुरुआत

पहले किसी भी प्राइमरी व मिडिल स्कूल में टीचर बनने के लिए ग्रेजुएशन पास होना जरूरी होता था। इसमें किसी भी तरह का नियम लागू नहीं था। लेकिन 2011 में सरकार के द्वारा एक नियम लागू किया गया। 

जिसमें ग्रेजुएशन के साथ साथ बीएड किए हुए उम्मीदवार अगर CTET परीक्षा में पास होते हैं, तभी किसी भी स्कूल में शिक्षक बन सकते हैं। 

CTET का दो पेपर होता है जिसको क्लियर करने के बाद एक से पांच तक या 1 से 8 तक के बच्चों को पढ़ाने के लिए किसी भी स्कूल में टीचर के रूप में नियुक्ति मिल सकती है।

CTET के लिए योग्यता

CTET का एग्जाम देने के लिए दो पेपर होता है। जिसमें उम्मीदवार के एलिजिबिलिटी का टेस्ट किया जाता है। दोनों पेपर के लिए अलग-अलग योग्यता निर्धारित किया गया है।

First Paper

  • सीटीईटी का पहला पेपर पास करने के लिए किसी भी उम्मीदवार को मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं पास करना जरूरी है।
  •  12वीं में कम से कम 60 परसेंट मार्क होना आवश्यक है।
  • 12वीं के बाद किसी भी मान्यता प्राप्त कॉलेज या यूनिवर्सिटी से 50 परसेंट मार्क्स के साथ ग्रेजुएशन पास करना अनिवार्य है।
  • ग्रेजुएशन के बाद किसी भी मान्यता प्राप्त इंस्ट्यूशन से Ded जिसे डिप्लोमा इन एजुकेशन कहा जाता है का कोर्स पास होना अनिवार्य है। 
  • डिप्लोमा इन एजुकेशन 2 साल का एक डिप्लोमा कोर्स होता है।
  • अगर यह डिग्री किसी उम्मीदवार के पास है तो CTET का पहला पेपर देने के योग्य माना जाता है।

Second Paper

दूसरा पेपर पास करने के बाद 6 से 8 तक के बच्चों को पढ़ाने के योग्य शिक्षक बन जाते हैं

  • इसके लिए किसी भी मान्यता प्राप्त कॉलेज से 60 परसेंट मार्क्स के साथ 12 वीं पास होना अनिवार्य है। 
  • 12वीं के बाद 50 परसेंट मार्क्स के साथ किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी या कॉलेज से ग्रेजुएशन कंप्लीट होना जरूरी है। 
  • ग्रेजुएशन के बाद किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या यूनिवर्सिटी से b.ed पास करना अनिवार्य है तभी सीटीईटी का दूसरा पेपर दे सकते हैं।

सीटीईटी के लिए उम्र सीमा

इस परीक्षा को देने के लिए किसी भी उम्मीदवार का उम्र सीमा 18 वर्ष से ऊपर होना चाहिए। इसके लिए अधिकतम उम्र कोई भी निर्धारित नहीं किया गया है। 18 वर्ष से ज्यादा उम्र के जो भी व्यक्ति अगर CTET परीक्षा देने की योग्यता है तो दे सकते हैं।

CTET प्रमाण पत्र की वैधता अवधि

सरकार के द्वारा जब CTET परीक्षा शुरू किया गया था उस समय इसके प्रमाण पत्र का वैधता 7 साल तक रखी गई थी।

यानी कि अगर कोई व्यक्ति CTET का परीक्षा पास करता है तो 7 साल तक किसी भी स्कूल लिया में शिक्षक के रूप में नियुक्ति ले सकता है। लेकिन अब CTET परीक्षा सर्टिफिकेट का अवधि आजीवन कर दिया गया है।

अगर कोई उम्मीदवार यह परीक्षा देता है और पास नहीं करता है तो वह फिर से अगले परीक्षा में बैठ सकता है। इसमें इस तरह का कोई भी वैधता नहीं है एक बार परीक्षा देने के बाद दूसरा बार परीक्षा नहीं दे सकते है।

CTET की तैयारी कैसे करें

अगर किसी मिडिल स्कूल या प्राइमरी स्कूल में शिक्षक बनना चाहते हैं तो उसके लिए सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट पास करना होता है।

इस परीक्षा को पास करने के लिए पहले अच्छे से तैयारी करना पड़ता है। क्योंकि इसमें एक से आठ तक के विषय के क्वेश्चन आते हैं।

सबसे पहले इस परीक्षा को पास करने के लिए जो भी इसमें सब्जेक्ट का क्वेश्चन आता है उन सब सब्जेक्ट के बारे में जानकारी रखना आवश्यक है। उसके बाद ही इस परीक्षा का तैयारी अच्छे से कर पाएंगे।

1. कोचिंग ज्वाइन करें

CTET में जो भी सब्जेक्ट अनिवार्य है उसके बारे में अच्छे से जानकारी लेने के लिए हर एक क्वेश्चन के बारे में जानने के लिए किसी भी कोचिंग को ज्वाइन करके अच्छे से तैयारी कर सकते हैं। कई ऐसे कोचिंग है जिसमें CTET परीक्षा की तैयारी कराई जाती है।

2. पिछले साल का क्वेश्चन पेपर देखें

पिछले साल में जो CTET का परीक्षा हुआ है उसका क्वेश्चन पेपर देखकर अपने आप से सॉल्व करें।

3. टाइम टेबल बनाएं

किसी भी एग्जाम को पास करने के लिए या अच्छे से पढ़ाई करने के लिए एक टाइम टेबल बनाना जरूरी है. जब टाइम टेबल से पढ़ाई करेंगे तो हर एक सब्जेक्ट के बारे में अच्छे से तैयारी हो जाता है।

4. एनसीईआरटी बुक पढ़े

इसमें जो भी क्वेश्चन आता है वह एनसीईआरटी बुक से ही लगभग आता है। इसलिए अगर एनसीईआरटी बुक को अच्छे से पढ़ेंगे तो सीटीईटी परीक्षा क्वालीफाई करने में किसी तरह का कठिनाई नहीं होगा।

5. परीक्षा के लिए प्रैक्टिस करें

इस परीक्षा में 150 क्वेश्चन रहता है हर एक क्वेश्चन के लिए 1 मिनट का समय दिया जाता है, तो अपने घर पर ही बैठकर एक क्वेश्चन के लिए 1 मिनट समय देकर अच्छे से प्रैक्टिस करें।

6. ऑनलाइन तैयारी करें

आज के समय में हर एक चीज के बारे में जानने के लिए गूगल और यूट्यूब एक बेस्ट ऑप्शन है। अगर किसी क्वेश्चन के बारे में पढ़कर जानकारी रखना चाहते हैं, तो गूगल पर सर्च करके पढ़ सकते हैं।

अगर वीडियो के माध्यम से देख कर तैयारी करना चाहते हैं तो यूट्यूब एक बहुत ही बड़ा प्लेटफार्म है। जहां  पर वीडियो के द्वारा तैयारी कर सकते हैं।

CTET में कौन से सब्जेक्ट अनिवार्य है उन सभी सब्जेक्ट के बारे में इंटरनेट पर डाउनलोड कर सकते हैं या फिर पिछले साल का जो क्वेश्चन पेपर है उसको भी डाउनलोड करके तैयारी कर सकते हैं।

पिछले साल का क्वेश्चन पेपर अगर डाउनलोड करना चाहते हैं तो उसके लिए सीबीएसई के ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं।

7. Mock टेस्ट करें

लैपटॉप या कंप्यूटर पर मॉक टेस्ट के द्वारा भी अपने परीक्षा का तैयारी कर सकते हैं। Mock टेस्ट करने से अपने आप से ही पता चल जाएगा कि कितने क्वेश्चन का आंसर आपको पता है और कितने समय में आप वह क्वेश्चन सॉल्व कर लेते हैं।

सीटीईटी में कौन-कौन से सब्जेक्ट होते हैं

इस परीक्षा को देने के लिए बच्चों के विकास बच्चों के शिक्षा पर्यावरण से संबंधित विषयों को पढ़ना पड़ता है।

ताकि अगर किसी स्कूल में शिक्षक बनते हैं तो बच्चों के विकास के लिए क्या क्या कर सकते हैं उन्हें किस तरह का शिक्षा दे सकते हैं के बारें में अच्‍छे से जानकारी हो पाये। 

ताकि बच्चों का शिक्षा विकसित हो उनमें आत्मनिर्भरता उत्पन्न हो। आगे चलकर वह एक योग्य व्यक्ति बन सके।

सीटेट परीक्षा के लिए कुछ विषय अनिवार्य है।

  1. गणित
  2. बाल विकास
  3. शिक्षाशास्त्र
  4. सामाजिक अध्ययन
  5. सामाजिक विज्ञान
  6. पर्यावरण अध्ययन।

सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट देने के बाद कैरीयर स्कोप

  • इस परीक्षा को देने के बाद किसी भी प्राइमरी या मिडिल स्कूल में शिक्षक के रूप में अपना कैरियर बनाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
  • किसी भी केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, सैनिक विद्यालय में टीचर बनने के लिए आवेदन करने के योग्य बन जाते हैं।
  • सीटीईटी प्रमाण पत्र की वैधता अवधि 7 साल से बढ़ाकर आजीवन कर दिया गया है। जिससे आप कभी भी किसी भी स्कूल में टीचर के रूप में नियुक्त हो सकते हैं।
  • किसी प्राइवेट स्कूल में भी अगर प्राइवेट टीचर के रूप में नियुक्त होना चाहते हैं तो आवेदन कर सकते हैं।

सीटीईटी परीक्षा पैटर्न

परीक्षा का नामसेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट या केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा
आयोजन कर्तासीबीएसई बोर्ड
प्रश्नों के प्रकारMCQ
परीक्षा का मोडOnline
परीक्षा में पेपरपेपर 1 और पेपर 2
परीक्षा की समय अवधि2 घंटे 30 मिनट
परीक्षा में प्रश्न150 प्रश्न
परीक्षा पास करने के बाद पदप्राइमरी व मिडिल स्कूल में टीचर

FAQ

सीटीईटी परीक्षा क्या है

यह सीबीएसई द्वारा आयोजित होने वाला एक नेशनल लेवल का परीक्षा होता है।

सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट का उद्देश्य क्या है।

इस परीक्षा का उद्देश्य एक योग्य शिक्षकों को नियुक्त करना है। किसी भी स्कूल में पढ़ाने के लिए शिक्षक की मानसिकता और व्यावहारिकता का आकलन करना है।

सीटीईटी करने से क्या होता है

इस परीक्षा को पास करने के बाद किसी भी प्राइमरी या मिडिल स्कूल में टीचर बनने के लिए योग्य हो जाते हैं।

सीटीईटी में नेगेटिव मार्किंग होती है क्या।

इस परीक्षा में कोई भी नेगेटिव मार्किंग नहीं होती है।

क्या सीटीईटी परीक्षा के लिए बीएड अनिवार्य हैं।

वैसे इस परीक्षा को देने के लिए b.ed अनिवार्य नहीं है लेकिन इस परीक्षा में कम से कम 50 परसेंट तक के अंक के साथ ग्रेजुएशन और बीएड पास करने वाले उम्मीदवार ही बैठ सकते हैं।

सीटीईटी पास होने के लिए कितना नंबर आवश्यक है।

इस परीक्षा में लगभग 150 प्रश्न पूछे जाते हैं जिसमें 90 परसेंट मार्क्स लाना आवश्यक है।

सीटीईटी की परीक्षा कितने भाषाओं में होती हैं।

यह परीक्षा लगभग 20 भाषाओं में आयोजित किया जाता है। लेकिन 2 भाषा का चयन उम्‍मीद्वार कर सकते हैं।

इसे भी पढ़ें

सारांश

CTET kya hai पहले लोगों को पढ़ने लिखने में ज्यादा रुचि नहीं था। लेकिन आज के समय में सरकार के द्वारा भी कई योजना लाया गया है जिससे सभी साक्षर हो सके। इसीलिए स्कूल में टीचर को भी नियुक्त करने से पहले उनका एलिजिबिलिटी टेस्ट किया जाता है।

जिसको सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट कहा जाता है। CTET क्‍या हैं, इस परीक्षा का सब्जेक्ट कौन-कौन सा हैं इसका तैयारी कैसे करें सभी जानकारी को इस लेख में दी गई है। इस जानकारी को अपने दोस्त मित्रों को शेयर जरूर करें।

Leave a Comment