कंप्यूटर ऑपरेटर कैसे बनें? 6+ टिप्‍स 2023

कंप्यूटर ऑपरेटर क्या है कंप्यूटर ऑपरेटर किसे कहते हैं. Computer Operator in hindi का मतलब क्या होता है के बारे में इस लेख में पूरी जानकारी आपको नीचे विस्तार से मिलने वाला है. कंप्यूटर ऑपरेटर का मतलब होता है कि जो भी व्यक्ति कंप्यूटर को अच्‍छी तरह से चला ले ऑपरेट कर ले उसे कंप्यूटर ऑपरेटर कहते हैं.

कंप्यूटर ऑपरेटर कैसे बनें

कंप्यूटर को जिसके द्वारा ऑपरेट किया जाए चलाया जाए उसको कंप्यूटर ऑपरेटर कहते हैं. कंप्यूटर का मतलब संगणक होता है और ऑपरेटर का मतलब होता है चलाने वाला. हिंदी में कंप्यूटर ऑपरेटर का मतलब संगणक मशीन को चलाने वाले को कंप्यूटर ऑपरेटर कहते हैं.

कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जिसको हम इंसानों के द्वारा चलाया जाता है कंप्यूटर को बताया जाता है कि किस तरह का काम को करना है कंप्यूटर को जिस तरह से यूजर के द्वारा गाइड किया जाता है उस तरह से कंप्यूटर काम करता है.

एक ऑपरेटर जो होते हैं जो कंप्यूटर को चलाते हैं उनके द्वारा कंप्यूटर में जिस तरह का इनपुट दिया जाता है उस हिसाब से कंप्यूटर इनपुट को प्रोसेस करता है और उसके बाद उसका आउटपुट देता है.

एक कंप्यूटर ऑपरेटर को कहा जाता है जो कंप्यूटर के जो फंडामेंटल काम होता है जो बेसिक काम होता है जैसे कि कंप्यूटर में कॉपी करना पेस्ट करना कट करना फोल्डर क्रिएट करना फाइल बनाना कंप्यूटर को चालू करना कंप्यूटर में एमएस ऑफिस के बारे में जानकारी रखना. जिसमें माइक्रोसॉफ्ट वर्ड माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल माइक्रोसॉफ्ट पावरप्वाइंट और इंटरनेट की बेसिक जानकारी होना एक कंप्यूटर ऑपरेटर के लिए जरूरी है.

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Computer Operator in hindi

Computer operator work details in Hindi

एक कंप्यूटर ऑपरेटर का काम क्या होता है आइए नीचे एक-एक करके उसके बारे में जानते हैं.

1. Fundamental computer

एक कंप्यूटर ऑपरेटर को कंप्यूटर के जो बेसिक चीज है. जैसे कि कंप्यूटर को चालू करना कीबोर्ड के बारे में जानकारी रखना कंप्यूटर में फोल्डर क्रिएट करना फाइल क्रिएट करना और भी कंप्यूटर के जो जरूरी चीजें हैं उसके बारे में जानना एवं उस पर काम करना होता है.

2. Data entry

कंप्यूटर ऑपरेटर के लिए डाटा इंट्री का भी काम करना होता है. जिसमें उनको माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल पर डाटा तैयार करना होता है. उसमें फार्मूला फंक्शन का उपयोग करना होता है. या जो भी माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल में डाटा इंट्री का जो फंडामेंटल काम होता है उसको करना पड़ता है.

3. Documentation

एक कंप्यूटर ऑपरेटर को डॉक्यूमेंटेशन का काम करना पड़ता हैं. जैसे कि माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में एप्लीकेशन तैयार करना, Label, Envelop, या वर्ड में किसी भी तरह का I – card या और भी जो बेसिक जरूरी काम होता है. उसके बारे में भी आपको काम करना पड़ता है सीखना पड़ता है. तथा प्रमुख रूप से माइक्रोसॉफ्ट वर्ड पर आपको काम करना पड़ता है.

4. MS PowerPoint

कंप्यूटर के बेसिक कामों में एक काम होता है. प्रेजेंटेशन तैयार करना और प्रेजेंटेशन तैयार करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट पावर पॉइंट पर काम करना होता है. एक कंप्यूटर ऑपरेटर के लिए पीपीटी भी तैयार करना पड़ता है. जिसको पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के नाम से जानते हैं.

कंप्यूटर ऑपरेटर कोर्स

कंप्यूटर के बारे में जानने के लिए कंप्यूटर ऑपरेटर बनने के लिए आप कंप्यूटर का 6 महीने का कोर्स 1 साल का कोर्स कर सकते हैं. बहुत सारे ऐसे कंप्यूटर के इंस्ट्यूशन है जहां पर 6 महीना का या साल भर का डिप्लोमा कोर्स कराया जाता है. जैसे डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशन या और भी तरह के 6 महीने या 1 साल का कोर्स कराया जाता है जिसको आप कर सकते हैं. 

कंप्यूटर कोर्स प्रमुख चीजों को अवश्य सीखना चाहिए

1. Computer typing

एक कंप्यूटर ऑपरेटर के लिए सबसे जरूरी है कि आपको कंप्यूटर में हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में अच्छी टाइपिंग आना चाहिए. अच्छी टाइपिंग का मतलब यह नहीं कि आप एक उंगली से टाइपिंग कर रहे हैं. आप अपने दोनों हाथों का उपयोग करके और एक टाइपिंग का जो प्रॉपर तरीका होता है उसके तहत आपको टाइपिंग आना चाहिए.

2. Typing speed

हिंदी और अंग्रेजी में केवल टाइपिंग आपको सीखना ही नहीं है. साथ ही साथ अपने टाइपिंग का स्पीड को भी आप को बेहतर बनाना है. आपको अंग्रेजी में 35 वर्ड 1 मिनट में कम से कम टाइप करने आना चाहिए. तथा हिंदी में 1 मिनट में कम से कम 30 शब्द सही सही टाइप करना चाहिए तब आप एक कंप्यूटर ऑपरेटर के लिए योग्य होंगे.

3. Basic computer knowledge

कंप्यूटर के बारे में आपको जानकारी प्राप्त करना होता है. जिसमें आपको कंप्यूटर के जो आधार हैं जो प्रमुख बेसिक चीजें हैं. उसके बारे में आपको जानकारी करना पड़ता है जैसा कि ऊपर भी हमने बताया है.

4. Microsoft word

एमएस वर्ड के बारे में भी अच्छी जानकारी प्राप्त करना होता है. जिसमें आप एप्लीकेशन तैयार कर सकते हैं डॉक्यूमेंटेशन का काम कर सकते हैं.

5. Microsoft Excel

एक्‍सेल एक स्प्रेडशीट सॉफ्टवेयर है जिसमें डाटा इंट्री का काम होता है. फार्मूला फंक्शन का उपयोग किया जाता है एक्सेल के बारे में भी आपको अच्छी जानकारी प्राप्त करना जरूरी है.

6. Internet

एक कंप्यूटर ऑपरेटर के लिए इंटरनेट के बारे में जानना बहुत ही जरूरी है. क्योंकि इंटरनेट से आपको ईमेल करना आना चाहिए. इंटरनेट पर बेसिक कामों को आपको सीखना पड़ता है क्योंकि इंटरनेट पर आपको कई तरह के काम करना पड़ता है. 

कंप्यूटर ऑपरेटर चयन प्रक्रिया

किसी भी सरकारी सेवा के लिए सबसे पहले फॉर्म को अप्लाई करना पड़ता है. उसके बाद कंप्यूटर ऑपरेटर के लिए Written Exam होता हैं. जिसमें कंप्यूटर के बारे में सवाल पूछा जाता है. साथ ही साथ माइक्रोसॉफ्ट वर्ड माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल माइक्रोसॉफ्ट पावरप्वाइंट इंटरनेट से संबंधित सवाल पूछे जाते हैं जब आप कंप्यूटर ऑपरेटर का रिटेन एग्जाम क्वालीफाई कर लेते हैं.

उसके बाद आपको हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में टाइपिंग की परीक्षा देनी पड़ती है. टाइपिंग के लिए आपको 1 मिनट में हिंदी में 30 शब्द टाइप करना होता है. और अंग्रेजी में 1 मिनट में 35 शब्द कम से कम सरकारी एक्जाम में कंप्यूटर ऑपरेटर बनने के लिए टाइपिंग करना पड़ता है.

Keyboard

रिटेन और टाइपिंग दोनों क्वालीफाई करने के बाद आप का मेरिट लिस्ट तैयार होता है. और मेरिट लिस्ट में आपका नाम आने के बाद आप कंप्यूटर ऑपरेटर का नौकरी प्राप्त कर लेते हैं.

कंप्यूटर ऑपरेटर सैलेरी

किसी भी सरकारी कार्यालय में काम करने वाले कंप्यूटर ऑपरेटर का सैलरी शुरू में लगभग 15000 से 20000 तक मिलता है. जब आप धीरे-धीरे कुछ दिन नौकरी कर लेते हैं. तब आपका सैलरी बढ़ाया भी जाता है. जहां तक प्राइवेट कंपनी में कंप्यूटर ऑपरेटर की सैलरी के बारे में बात की जाए तो प्राइवेट कंपनी में एक एवरेज सैलेरी भी 15000 से शुरू होता है.

कंप्यूटर ऑपरेटर उम्र

कोई भी व्यक्ति जिसका उम्र 18 से 30 वर्ष या 18 से 35 वर्ष के बीच के हैं. तो कंप्यूटर ऑपरेटर के लिए अप्लाई कर सकते हैं. या कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी पा सकते हैं. जहां तक उम्र की बात की जाए तो जब कंप्यूटर ऑपरेटर के लिए वैकेंसी निकाला जाता है. उसमें उम्र की सीमा बताई जाती है उसी को देखते हुए आपको फॉर्म को अप्लाई करना होता है. 

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