इस लेख में Computer kya hai in hindi, Computer in hindi के बारे में जानकारी दी गई हैं कंप्यूटर एक ऐसा शब्द है जिससे दुनिया के सभी लोग जरूर परिचित होंगे. कंप्यूटर क्या है कंप्यूटर कैसे काम करता है कंप्यूटर का अविष्कार किसने किया कंप्यूटर का अविष्कार कब हुआ कंप्यूटर कैसे काम करता है.
इस लेख में आपको Computer kya hai के बारे में पूरी जानकारी नीचे विस्तार से मिलने वाला है.
आज हर कोई चाहता है कि हम कंप्यूटर सीखे कंप्यूटर से काम करें Computer से काम करके पैसा कमाए क्योंकि कंप्यूटर एक ऐसा मशीन है जिसको यदि आप सीख जाते हैं आप चलाना जानते हैं कंप्यूटर पर काम करना जानते हैं तो आप एक अच्छी नौकरी पा सकते हैं इसलिए कंप्यूटर हर किसी के जीवन का हिस्सा बन गया है.
Contents
- 1 Computer kya hai
- 2 What is Computer in hindi कंप्यूटर क्या हैं
- 3 कंप्यूटर का इतिहास Computer in hindi
- 4 कंप्यूटर का अविष्कार किसने किया
- 5 कंप्यूटर की पीढ़ियां Computer in hindi
- 6 First Generations – Vacuum Tubes – 1940-1956
- 7 Second Generations – Transistor – 1956-1963
- 8 Third Generations – Integrated Circuit – 1964-1971
- 9 Fourth Generations – Microprocessor – 1971-1985
- 10 Fifth Generations – Artificial Intelligence – 1985- in present
- 11 कंप्यूटर कैसे काम करता हैं
- 12 कंप्यूटर कैसे चलाते हैं
- 13 कंप्यूटर सीपीयू के प्रमुख पार्ट्स
- 14 Cabinet
- 15 Motherboard
- 16 Processor
- 17 Ram
- 18 Hard disk
- 19 SMPS power supply
- 20 Expansion card
- 21 Graphics
- 22 कंप्यूटर के प्रकार
- 23 डेस्कटॉप कंप्यूटर
- 24 Laptop computer
- 25 Tablet
- 26 कंप्यूटर की विशेषता (Computer kya hai)
- 27 गति
- 28 सटीकता
- 29 स्वचालित
- 30 विश्वसनीयता
- 31 बहु: कायण
- 32 कार्यकुशलता
- 33 कर्मठता
- 34 यादाश्त
- 35 गोपनीयता
- 36 स्फूर्ति
- 37 पुनरावृति
- 38 विविधता
- 39 तुरंत निर्णय लेने की क्षमता
- 40 बहुत ही ज्यादा भंडारण क्षमता
- 41 कंप्यूटर का उपयोग uses of computer in different area
- 42 स्कूल में उपयोग
- 43 सामान्य जीवन में कंप्यूटर का उपयोग
- 44 चिकित्सा के क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग
- 45 बैंकिंग क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग
- 46 व्यापार के क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग
- 47 रक्षा के क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग
- 48 सरकारी कार्यालय में कंप्यूटर का उपयोग
- 49 मनोरंजन के क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग
- 50 कंप्यूटर का फुल फॉर्म
- 51 कंप्यूटर का फुल फॉम अग्रेंजी में
- 52 कंप्यूटर के दो महत्वपूर्ण अंंग
- 53 Hardware
- 54 Software
- 55 सेकेंडरी मेमोरी क्या है (सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस क्या है)
- 56 सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस की विशेषता
- 57 कैचे मेमोरी क्या है
- 58 कंप्यूटर मेमोरी यूनिट्स को कैसे मापते हैं
- 59 कंप्यूटर से नुकसान
- 60 कंप्यूटर का भविष्य
- 61 कंप्यूटर क्या हैं एक नजर में
- 62 साराशं
- 63 Share this:
- 64 Related
Computer kya hai
कंप्यूटर एक अभिकलक यंत्र है प्रोग्रामेबल मशीन है जिसको हिंदी में संगणक कहते हैं. कंप्यूटर के पास ऐसी क्षमता है जो किसी भी तरह के गणितीय तार्किक कामों को बहुत ही आसानी से और बेहतर तरीके से कर सकता है.
कंप्यूटर अंकगणितीय कैलकुलेशन को बहुत ही आसानी से और कम समय में कर देता है. कंप्यूटर एक विद्युत संचालित यंत्र है मशीन है जो किसी भी तरह के गणनाओ को प्रोसेसिंग करता हैं. कंप्यूटर जोड़ घटाव गुणा भाग या कैलकुलेशन को बहुत ही तेज गति से सही-सही कैलकुलेट कर देता है.
कंप्यूटर एक ऐसा यंत्र है मशीन है जिससे आप एक सॉफ्टवेयर बना सकते हैं एक वेबसाइट बना सकते हैं एक ऐसा टेक्नोलॉजी का निर्माण कर सकते हैं जो किसी भी तरह के कामों को करने के लिए सक्षम है.
उदाहरण के लिए बहुत सारे ऐसे आप शॉपिंग सेंटर देखे होंगे जहां पर जाने के बाद ऑटोमेटिक डोर ओपन हो जाता है और निकलने के बाद क्लोज हो जाता है इस तरह के जो काम होते हैं या और भी तरह के जो ऑटोमेटिक कंप्यूटराइज वर्क होते हैं वह सभी कामों को करने के लिए कंप्यूटर सक्षम है.
What is Computer in hindi कंप्यूटर क्या हैं
Computer kya hai आसान भाषा में Computer एक मशीन है. जिसकी सहायता से सभी प्रकार के कार्यों को बहुत ही आसानी से और कम समय में किया जा सकता है. Computer अग्रेंजी के compute शब्द से बना हैं. जिसका अर्थ गणना करना होता हैं.
कप्यूटर को हिन्दीं में संगणक भी कहा जाता हैं. वैसे कंप्यूटर क्या है इसके बारे में परिभाषित किया जाए तो इसका परिभाषा अनंत हो सकता हैं.
लेकिन मुख्य रूप से कंप्यूटर क्या है इसके बारे में अभी बताया जाए तो Computer एक इल्केट्रोनिक्स डिवाइस है मशीन हैं. जिसकी सहायता से किसी भी प्रकार की कैलकुलेशन को बिलकुल आसानी से कर सकते हैं.
कंप्यूटर का अविष्कार सन 1833 ई० में हुआ था. जिसका अविष्कार इंग्लैंड के वेज्ञानिक चार्ल्स बैबेज के द्वारा किया गया था. कंप्यूटर को एक हार्डवेयर मशीन भी कहा जाता है.
कंप्यूटर का इतिहास Computer in hindi
कंप्यूटर का इतिहास 5000 वर्ष पुराना है उस समय चीन के द्वारा abacus को केलकुलेटर का आकार दिया गया था जिसके द्वारा कुछ गणितीय जोड़ का काम किया जाता था लेकिन उस केलकुलेटर के द्वारा गुणा भाग या अन्य प्रकार के जो कैलकुलेशन होते थे वह नहीं हो पाता था.
फिर वर्ष 1916 में एक नेपियर बोंस के नाम से दूसरा केलकुलेटर का आविष्कार किया गया जिस कैलकुलेटर से घटाव गुणा भाग जोड़ आदि का काम किया जाता था और ऐसे ही धीरे-धीरे केलकुलेटर का जो मशीन होता था उसमें बदलाव करते करते एक मशीन के रूप में आकार दिया जाने लगा फिर पास्कल नाम से एक मशीन का आविष्कार किया गया.
जिस मशीन से कैलकुलेशन को बहुत ही तेजी से किया जा सकता था इस मशीन का नाम मैकेनिकल कैलकुलेटर रखा गया था और इस मशीन को बनने के बाद जो गणितीय कैलकुलेशन था वह बहुत ही आसानी से किया जाने लगा. ऐसे ही कैलकुलेटर मशीन से संबंधित एक दो और अविष्कार हुए और धीरे-धीरे कुछ दिनों के बाद डिफरेंस इंजन नाम के एक मशीन का आविष्कार कंप्यूटर के रूप में हुआ.
कंप्यूटर का अविष्कार किसने किया
कंप्यूटर का आविष्कार चार्ल्स बैबेज ने किया था. सबसे पहले 1822 में चार्ल्स बैबेज ने डिफरेंशियल इंजन के नाम से एक मैकेनिकल कंप्यूटर का आविष्कार किया. उसके बाद वर्ष 1938 में United States नेवी के द्वारा एक इलेक्ट्रो मैकेनिकल कंप्यूटर बनाया गया था.
उसके बाद से कंप्यूटर के क्षेत्र में कई तरह के और भी आविष्कार किया गया. कंप्यूटर का वर्तमान समय में पांचवा जेनरेशन के रूप में कंप्यूटर का उपयोग किया जा रहा है. जिसका नाम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है.
कंप्यूटर की पीढ़ियां Computer in hindi
First Generations – Vacuum Tubes – 1940-1956
सबसे पहले जब पहला जनरेशन कंप्यूटर का आविष्कार किया उस कंप्यूटर का नाम Vacuum Tubes है इस कंप्यूटर का आकार बहुत ही बड़ा था! जिस को चलाने के लिए ज्यादा बिजली की भी खपत होता था.
Second Generations – Transistor – 1956-1963
दूसरे जनरेशन का कंप्यूटर ट्रांजिस्टर कंप्यूटर के नाम से विकसित हुआ. दूसरे जनरेशन के कंप्यूटर को चलाने के लिए कम बिजली की खपत करना पड़ता था. तथा यह तेज काम करता था इसका साइज भी पहले जनरेशन के तुलना में छोटा था
Third Generations – Integrated Circuit – 1964-1971
तीसरे जनरेशन की कंप्यूटर का निर्माण Integrated Circuit कंप्यूटर के रूप में किया गया. जिसमें छोटे छोटे सिलिकॉन चिप लगाया गया था. इस कंप्यूटर को आसानी से चलाया जा सकता था और इसका साइज भी और छोटा था .
Fourth Generations – Microprocessor – 1971-1985
चौथे जनरेशन कंप्यूटर में बहुत ही ज्यादा बदलाव करते हुए इस कंप्यूटर को बनाया गया. जिसका नाम माइक्रोप्रोसेसर है. इस कंप्यूटर को बहुत ही बेहतर तरीके से बनाया गया. इस कंप्यूटर को एक मॉडर्न कंप्यूटर के रूप में बनाया गया.
Fifth Generations – Artificial Intelligence – 1985- in present
वर्तमान समय में फिफ्थ जनरेशन कंप्यूटर का उपयोग किया जा रहा है. जिस कंप्यूटर का नाम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है. इस कंप्यूटर में नए तरीके से टेक्नोलॉजी को विकसित करके बनाया गया है. जो कि एडवांस तकनीक के रूप में काम कर रहा है.
कंप्यूटर कैसे काम करता हैं
कंप्यूटर काम कैसे करता है जब कभी भी हम लोग कंप्यूटर को कुछ भी इनपुट देते हैं तो अपने मशीन के अंदर उस इनपुट किए गए डाटा को प्रोसेस करके और उसका रिजल्ट हम लोगों को आउटपुट के माध्यम से प्रदान करता है.
INPUT | PROCESSING | OUTPUT |
इस कार्य को करने में Computer को बहुत ही कम समय लगता है.और कंप्यूटर बहुत ही फास्ट आउटपुट रिजल्ट देता है.इसीलिए कंप्यूटर को फास्ट आउटपुट्स मशीन भी कहते हैं.
Computer में किसी प्रकार के डाटा को इंटर करते हैं उसके बाद सॉफ्टवेयर के जो कमांड होते हैं वह जिस तरह का कार्य होता है उसके लिए और निर्देशित करते हैं और फिर कंप्यूटर की सीपीयू के माध्यम से प्रोसेस होता है.
कंप्यूटर में किसी भी प्रकार के इनपुट देने के लिए कीबोर्ड या माउस इत्यादि डिवाइस का उपयोग किया जाता है और यह एक इनपुट डिवाइस के रूप में काम करता है.
आउटपुट
कंप्यूटर में जब किसी प्रकार के डाटा या किसी प्रकार के कार्यों के लिए Computer में कोई इनपुट दिया जाता है तब कंप्यूटर के सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट में मेमोरी यानी कि रीड ओनली मेमोरी के द्वारा कार्य को प्रोसेस किया जाता है.
और उसके बाद कंप्यूटर उस डाटा को प्रोसेस करके आउटपुट प्रदान करता है कंप्यूटर में जो आउटपुट हम लोग देख पाते हैं उस डिवाइस को मॉनिटर के नाम से जानते हैं मॉनिटर एक आउटपुट डिवाइस है जो कि कंप्यूटर के डाटा का आउटपुट को प्रस्तुत करता है.
कंप्यूटर कैसे चलाते हैं
कंप्यूटर को चलाना बहुत ही आसान है. यदि आप पहली बार कंप्यूटर चलाना चाहते हैं. तो आप बिल्कुल आसानी से कंप्यूटर को चला सकते हैं. नीचे दिए गए नहीं स्टेप्स को आप फॉलो करें.
- कंप्यूटर को चालू करें
- कंप्यूटर में काम करने के लिए आपको माउस और कीबोर्ड दो चीजों का उपयोग करना है.
- माउस से किसी भी प्रोग्राम को यदि चालू करना चाहते हैं तो वहां माउस ले जा करके प्रेस करे.
- उसके बाद यदि किसी प्रोगाम को माउस से ओपन कर लिया है
- अब उसमें कुछ लिखना चाहते हैं तो
- कीबोर्ड से Key को प्रेस करें.
- इस तरह से आप कंप्यूटर को चला सकते हैं.
कंप्यूटर सीपीयू के प्रमुख पार्ट्स
Cabinet
कंप्यूटर में सीपीयू सबसे प्रमुख अंग होता है. सीपीयू में सबसे पहला पार्ट्स को कैबिनेट के नाम से जाना जाता है कैबिनेट के अंदर ही सीपीयू के सारे पार्ट्स रहते हैं.
Motherboard
कंप्यूटर का प्रमुख बोर्ड मदरबोर्ड होता है. मदरबोर्ड से ही सभी पार्ट्स जुड़े हुए रहते हैं. मदरबोर्ड सीपीयू का मेन बोर्ड होता है.
Processor
प्रोसेसर नाम से ही पता चलता है कि जो भी कंप्यूटर में इनपुट प्रोसेस किया जाता है वह प्रोसेसर के द्वारा ही होता है. प्रोसेसर को कंप्यूटर के दिमाग के रूप में जाना जाता है. प्रोसेसर कंप्यूटर के अंदर जितने भी तरह के काम होते हैं. उन सभी कामों को प्रोसेस करता रहता है.
Ram
रैम को रेंडम एक्सेस मेमोरी के नाम से जाना जाता है. यह कंप्यूटर में जो भी काम होता है उसको access करता है. जिस तरह से मनुष्य तरह-तरह के बातों को सुनता है और फिर कुछ दिनों के बाद भूल जाता है. ठीक उसी प्रकार जब कंप्यूटर में कुछ काम किया जाता है उस समय रैम उसको प्रोसेस करता है. लेकिन जैसे ही कंप्यूटर बंद हो जाता है तब रैम में प्रोसेस किए हुए डाटा भी खत्म हो जाता हैं.
RAM का फुल फॉर्म रीड ओनली मेमोरी होता है और यह परिवर्तनशील मेमोरी होता है जिसको भोला टाइल मेमोरी कहते हैं कंप्यूटर में जब किसी भी प्रकार के डाटा को प्रोसेस किया जाता है उस समय रैम डाटा को प्रोसेस करता है.
और डाटा को अपने पास यह स्टोर नहीं करता है रैम का इस्तेमाल कंप्यूटर में डाटा को प्रोसेस करने के लिए किया जाता है. रैम में जो भी डाटा को प्रोसेस किया जाता है उस डाटा को रैम अपने पास स्टोर नहीं करता है और जब Computer बंद हो जाता है तब वे डाटा नष्ट हो जाते हैं.
Rom :- रीड ओनली मेमोरी को ROM कहते हैं इसका काम Computer के डाटा को रीड करना यानी कि पढ़ना होता है कंप्यूटर मेमोरी में रोम एक स्थाई मेमोरी होता है जिस को परमानेंट मेमोरी कहते हैं रोम में स्टोर किए गए डाटा कंप्यूटर बंद हो जाने के बाद भी नष्ट नहीं होता है क्योंकि ROM एक (non volatile storage memory है इसको आप परिवर्तनशील मेमोरी) कहते हैं.
रोम के कुछ प्रकार
PROM:- programmable read only memory यह एक ऐसा मेमोरी है जिसको Computer के बंद हो जाने के बाद भी जो इसमें डाटा मौजूद रहता है उसे मिटाया नहीं जा सकता या उस में कुछ बदलाव नहीं किया जा सकता है जो डाटा एक बार इसमें संग्रहित कर दिया जाता है उसे मिटाया नहीं जा सकता है.
EPROM:- Erasable programmable read only memory ई प्रोम मेमोरी में स्टोर किए गए डाटा को पराबैगनी किरणों के द्वारा मिटाया या हटाया जा सकता है और इसमें नए प्रोग्राम को स्टोर भी किए जा सकते हैं. EEPROM:- electrical programmable read only memory फुल फॉर्म होता है इस मेमोरी में जो प्रोग्राम या डाटा होते हैं उसको विद्युतीय विधि से मिटाया हटाया जा सकता है.
Hard disk
कंप्यूटर में किसी भी तरह के डाटा को रखने के लिए हार्ड डिक्स की आवश्यकता होती है. हार्ड डिक्स में ही सभी डाटा को स्टोर किया जाता है. किसी भी तरह का कोई डेटा हो चाहे वह ऑडियो हो वीडियो हो इमेज हो वे सभी को हार्ड डिक्स में स्टोर किया जाता है.
SMPS power supply
कंप्यूटर को चलाने के लिए पावर की जरूरत होता है. कंप्यूटर में पावर को सप्लाई करने के लिए एसएमपीएस का उपयोग किया जाता है. जिसके द्वारा कंप्यूटर के जितने भी पार्ट्स होते हैं उनमें पावर को सप्लाई किया जाता है.
Expansion card
इस कार्ड को कंप्यूटर या सीपीयू के अंदर इसलिए लगाया जाता है कि बाद में यदि कंप्यूटर में किसी भी पार्ट्स को जोड़ना हो तो उस समय आसानी से लगाया जा सकता है.
Graphics
कंप्यूटर में किसी भी तरह के फोटो संबंधी या वीडियो Editing से संबंधित काम करने के लिए, या फिर ऑनलाइन गेम खेलने के लिए ग्राफिक्स की जरूरत होती है. क्योंकि बिना ग्रैफिक्स के आप इस तरह के कामों को नहीं कर सकते हैं.
इसलिए जो गेमिंग पीसी होता है उसमें ग्रैफिक्स कार्ड का उपयोग किया जाता है. जिससे आसानी से आप किसी भी तरह के गेम खेल सकते हैं. वीडियो एडिटिंग सॉफ्टवेयर का उपयोग कर सकते हैं.
कंप्यूटर के प्रकार
मुख्य रूप से कंप्यूटर तीन प्रकार का उपयोग किया जाता है
- Desktop computer
- Laptop computer
- Tablet
डेस्कटॉप कंप्यूटर
डेस्कटॉप कंप्यूटर एक ऐसा कंप्यूटर होता है जिसमें मॉनिटर सीपीयू कीबोर्ड माउस यूपीएस होता है. इस तरह के जो डेस्कटॉप कंप्यूटर होते हैं उसको किसी एक स्थान पर रख कर के काम कर सकते हैं. क्योंकि डेस्कटॉप कंप्यूटर में अलग-अलग तरह के पार्ट्स होते हैं जिसको एक जगह से दूसरी जगह ले जाना आसान नहीं है.
डेक्सटॉप कंप्यूटर एक बेहतरीन कंप्यूटर होता है. इसका लाइफ भी ज्यादा होता है तथा डेस्कटॉप कंप्यूटर बहुत ही कम खर्चीला होता है. डेस्कटॉप कंप्यूटर का दाम भी अन्य कंप्यूटर के तुलना में कम होता है.
Laptop computer
लैपटॉप कंप्यूटर एक ऑल इन वन कंप्यूटर होता है. जिसमें कंप्यूटर के जितने भी अलग-अलग पार्ट्स होते हैं वह सभी पार्ट्स एक साथ जुड़े हुए रहते हैं. लैपटॉप कंप्यूटर एक अच्छा कंप्यूटर है यदि आप लैपटॉप कंप्यूटर को एक जगह से दूसरे जगह पर ले जाना चाहते हैं तो बहुत ही आसानी से इसको लेकर जा सकते हैं.
क्योंकि इसका वजन बहुत ही कम होता है. लैपटॉप कंप्यूटर में अलग से कीबोर्ड माउस मॉनिटर यूपीएस लगाने की जरूरत नहीं होता है. क्योंकि इसमें सब कुछ एक ही साथ लगा हुआ रहता है. डेस्कटॉप कंप्यूटर के तुलना में लैपटॉप कंप्यूटर महंगा होता है. लैपटॉप कंप्यूटर के रखरखाव में थोड़ा सावधानियां भी बरतना पड़ता है क्योंकि लैपटॉप कंप्यूटर में किसी भी तरह का कोई ज्यादा खराबी हो जाने के बाद इसको रिपेयर नहीं किया जा सकता है.
Tablet
लैपटॉप कंप्यूटर के बाद टेबलेट उससे भी एक छोटा डिवाइस है. जिससे कंप्यूटर के कामों को आप कर सकते हैं. लेकिन एक कंप्यूटर या लैपटॉप की तुलना में टेबलेट पर इतना ज्यादा काम नहीं कर सकते हैं.
फिर भी यदि आप इंटरनेट ब्राउजिंग करना चाहते हैं तो आसानी से टेबलेट पर कर सकते हैं टेबलेट पर आसानी से छोटे-मोटे किसी भी तरह के डॉक्यूमेंट बनाना चाहते हैं तो भी बना सकते हैं. लेकिन बहुत ही ज्यादा बड़े कामों के लिए टेबलेट उपयुक्त नहीं है.
On behalf of computer size | |
Micro computer | Mini computer |
Mainframe computer | Supercomputer |
On behalf of mechanism of computer | |
Analogue computer | Digital computer |
Hybrid computer |
On behalf of general uses of computer | |
Generally used computer | Specially used computer |
Mobile device computer | Tab used as computer |
कंप्यूटर की विशेषता (Computer kya hai)
गति
किसी भी काम को करने में जितना ज्यादा समय लगता है उस काम को कंप्यूटर सेकेंड से भी कम समय में कर सकता है क्योंकि कंप्यूटर कि काम करने की गति बहुत ही ज्यादा तेज है.
सटीकता
कंप्यूटर जब भी किसी भी प्रकार का कोई रिजल्ट देता है तो सौ पर्सेंट सही होता है. क्योंकि कंप्यूटर कभी भी गलत रिजल्ट नहीं देता है. कभी-कभी ऐसा होता है कि जब इनपुट गलत देते हैं तब उसका आउटपुट गलत हो सकता है नहीं तो कंप्यूटर पूरी तरह से सही सटीक उत्तर देता है.
स्वचालित
कंप्यूटर एक स्वचालित मशीन है क्योंकि कंप्यूटर पर जब कभी भी लगातार 100 पेजों को Print देते हैं तो एक बार कंप्यूटर को बता देते हैं उसके बाद कंप्यूटर अपने आप स्वयं उन सभी पेजों को प्रिंट कर देता है.
विश्वसनीयता
कंप्यूटर एक भरोसेमंद विश्वसनीय मशीन है. इसीलिए कंप्यूटर पर ही आज हर तरह के कामों को किया जा रहा है क्योंकि कंप्यूटर एक बहुत ही विश्वसनीय डिवाइस मशीन है.
बहु: कायण
कंप्यूटर एक साथ कई तरह के कामों को कर सकता है इसीलिए इसे मल्टीटास्किंग मशीन भी कहा जाता है. क्योंकि कंप्यूटर पर एक समय में कई तरह हो कामों को आप कर सकते हैं.
कार्यकुशलता
कंप्यूटर के काम करने की तरीका इंसानों से अलग है. क्योंकि कभी-कभी इंसान काम करते करते थक जाता है और गलत भी कर सकता है. लेकिन कंप्यूटर को लगातार कितना भी काम करते रहे हैं वह पूरी तरह से कार्य कुशलता के साथ उसका आउटपुट प्रदान करता है.
कर्मठता
कंप्यूटर एक ऐसा मशीन है जो कि 24 * 7 काम कर सकता है. यदि इंसान लगातार काम करते रहे तो थक जाता है और बीमार भी हो जाता है. लेकिन कंप्यूटर एक ऐसा मशीन है जो कि कभी थकता नहीं है 24*7 काम करते रहता है.
यादाश्त
कंप्यूटर का मेमोरी बहुत ही मजबूत है. हम इंसान कभी कभी कुछ बातों को भूल जाते हैं. लेकिन कंप्यूटर में जब एक बार आप कुछ भी इनपुट दे देते हैं तो कंप्यूटर कभी नहीं भूलता है. और उसको प्रोसेस करके उसका आउटपुट प्रदान करता है.
गोपनीयता
गोपनीयता के मामले में कंप्यूटर सर्वोपरि है. क्योंकि Computer में जितने भी तरह के फाइल फोल्डर रखे जाते हैं. उसको यदि कंप्यूटर में लॉक कर दिया जाए तो उसको कोई भी देख नहीं सकता है. कंप्यूटर से ही आज लोग अपने ऑफिस में जितने भी तरह के गोपनीय जानकारियां होते हैं उसको कंप्यूटर में लॉक करके रखते हैं.
स्फूर्ति
मनुष्य काम करते करते थक जाता है और काम यदि करता भी है तो धीरे-धीरे करता है. क्योंकि वह थक जाता है लेकिन कंप्यूटर के साथ कभी ऐसा नहीं होता है. कंप्यूटर से आप लगातार काम लेते रहे तो भी वह उतनी ही शक्ति उतनी ही तेजी के साथ काम करेगा जितना पहले करता था या अभी भी कर रहा है क्योंकि कंप्यूटर कभी थकता नहीं है.
पुनरावृति
कंप्यूटर में एक बार किसी भी तरह का कोई काम को सेट कर दिया जाए. तो बार-बार उस काम को कंप्यूटर स्वयं करता है. क्योंकि कंप्यूटर को एक बार बताने की जरूरत होता है. उसके बाद Computer उस काम को बार-बार रिपीट करते रहता है.
विविधता
कंप्यूटर विविध प्रकार के कामों को कर सकता है. यदि आधुनिक मशीन का कंप्यूटर उपयोग कर रहे हैं तो आप एक साथ विविध प्रकार के कामों को कंप्यूटर में असानी से कर सकते है.
तुरंत निर्णय लेने की क्षमता
कंप्यूटर एक ऐसा डिवाइस है मशीन है जो कि बहुत ही जल्द किसी भी चीज का आउटपुट प्रदान करता है. उसको ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं होता है वह तुरंत प्रोसेस करके उसका आउटपुट प्रदान कर देता है.
बहुत ही ज्यादा भंडारण क्षमता
कंप्यूटर में आप कितना भी चाहे डाटा स्टोर कर सकते हैं. बस उसके लिए आपको हार्ड डिक्स की आवश्यकता होती है. फिर चाहे आप जितना चाहे उतना डाटा को इंस्टॉल कर सकते हैं.
कंप्यूटर का उपयोग uses of computer in different area
स्कूल में उपयोग
जितने भी स्कूल है उन सभी स्कूलों में आज Computer का उपयोग किया जा रहा है. चाहे बच्चों को पढ़ाना हो या फिर कंप्यूटर में जितने भी स्टाफ काम कर रहे हैं, या जितने भी छात्र हैं उन सभी का डाटा कंप्यूटर पर ही तैयार किया जाता है. स्कूल में जितने भी लोग काम करते हैं उन सभी लोगों का सैलरी सीट भी कंप्यूटर पर बनाया जा रहा है. स्कूल में और भी जितने भी तरह के काम है उन सभी कामों के लिए ऑनलाइन कंप्यूटर के माध्यम से उपयोग किया जा रहा है.
सामान्य जीवन में कंप्यूटर का उपयोग
एक सामान्य व्यक्ति भी कंप्यूटर का उपयोग कर रहा है क्योंकि हर कोई आज कंप्यूटर से जुड़ करके काम कर रहा है. चाहे ऑनलाइन कमाई करना हो या कंप्यूटर से किसी भी तरह का कोई जानकारी लोगों को देना हो, बच्चों को पढ़ाना हो, इन सभी कामों के लिए भी लोग कंप्यूटर का उपयोग कर रहे हैं. हर घर में एक सामान्य व्यक्ति कंप्यूटर से ही कामों को कर रहा है.
चिकित्सा के क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग
वर्तमान समय में चिकित्सा के क्षेत्र में कंप्यूटर का बहुत बड़ा योगदान है. क्योंकि आज तरह-तरह की जो भयंकर बीमारियां लोगों को हो रही हैं उन सभी बीमारियों के बारे में पता लगाने के लिए कंप्यूटर के द्वारा जांच किया जा रहा है. चिकित्सा के क्षेत्र में कंप्यूटर का बहुत ही बड़ा उपयोग है.
बैंकिंग क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग
Computer से आज बैंकिंग कार्यप्रणाली बहुत ही आसान हो गया है. वर्तमान समय में बहुत ही आसानी से कहीं भी लोग पैसा का निकासी एटीएम के माध्यम से कर रहे हैं. बैंक में खाता खुलवाना हो या बैंक से किसी भी तरह का काम करना हो तो कम समय में कंप्यूटर के कारण लोग अपने कामों को कर पा रहे हैं.
बैंकिंग क्षेत्र में कंप्यूटर के आने से आज पैसा भेजना बहुत ही आसान हो गया है. पैसा किसी से अपने खाते पर प्राप्त करना भी बहुत आसान हो गया है. कंप्यूटर के बैंकिंग क्षेत्र में आने के कारण आज हर कोई अपने घर से ऑनलाइन खरीदारी अपने खाते के माध्यम से कर रहा है.
व्यापार के क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग
कंप्यूटर से आज व्यापार भी बहुत आसान हो गया है. पहले जब Computer नहीं था. उस समय व्यापार से संबंधित कामों को करना बहुत ही कठिन था. लेकिन वर्तमान समय में व्यापार के क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग करने से एक नई क्रांति का संचार हुआ है. जिससे व्यापार में भी बहुत ही ज्यादा प्रगति हो रहा है तथा ग्राहकों के लिए भी सुविधा आसानी से मुहैया हो पा रहा है.
रक्षा के क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग
आजकल हर जगह सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है. जिससे किसी भी चोरी संबंधी घटनाओं पर नजर रखा जा रहा है. यह तभी संभव हुआ है जब कंप्यूटर का उपयोग किया जा रहा है. आज अपराध चोरी और अन्य तरह के गलत कामों में कंप्यूटर के कारण बहुत कमी आया है.
सरकारी कार्यालय में कंप्यूटर का उपयोग
जितने भी सरकारी कार्यालय हैं वे सभी आज Computer से युक्त हो गए हैं. जिससे किसी भी तरह का काम को कराना बहुत ही आसान हो गया है. पहले जब कंप्यूटर नहीं हुआ करता था तब किसी भी काम को करने के लिए कराने के लिए बहुत ही ज्यादा समय लगता था. लेकिन आज सबकुछ ऑनलाइन कंप्यूटर के माध्यम से आसानी से कर लिया जाता हैं.
मनोरंजन के क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग
मनोरंजन के क्षेत्र में भी आज Computer के कारण बहुत ही ज्यादा विकास हुआ है. क्योंकि मनोरंजन के क्षेत्र में कंप्यूटर के कारण तरह-तरह के अजीबोगरीब दृश्य को दिखाया जाता है. जिसको कंप्यूटर पर ही बनाया जाता है. साथ ही साथ टेक्नोलॉजी इतना आगे बढ़ गया कि आज मनोरंजन के क्षेत्र में तरह-तरह के कारनामे Computer के माध्यम से बना करके दिखाया जा रहा है. जिससे मनोरंजन के क्षेत्र में बहुत ही ज्यादा विकास हुआ है.
कंप्यूटर का फुल फॉर्म
- सी- आम तौर पर
- ओ- संचालित
- एम- मशीन
- पी- विशेष रूप से
- यू- प्रयुक्त
- टी- तकनीकी
- ई- शैक्षणिक
- आर- अनुसंधान
कंप्यूटर के मशीन है जिसका उपयोग आमतौर पर तकनीकी अनुसंधान के लिए किया जाता हैं. Computer का संचालन मानव के डाटा इनपुट के अनुसार होता हैं.
कंप्यूटर का फुल फॉम अग्रेंजी में
Commonly Operated Machine Particularly Used in Technical Educational Research
Computer Full Form in English | |
C | Commonly |
O | Operated |
M | Machine |
P | Particularly |
U | Used |
T | Technical |
E | Educational |
R | Research |
कंप्यूटर के दो महत्वपूर्ण अंंग
कंप्यूटर के दो महत्वपूर्ण भाग होते हैं पहले भाग को हार्डवेयर कहा जाता हैं. और दूसरे भाग को सॉफ्टवेयर कहा जाता हैं.हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर मिलकर के किसी भी कंप्यूटर के कार्य को करते हैं.
Hardware
हार्डवेयर किसे कहते हैं हार्डवेयर वैसे वस्तु जिनको हम लोग देख सकते हैं छू सकते हैं. वैसे वस्तुओं को हमलोग हार्डवेयर कहते हैं. जैसे मॉनिटर, सीपीयू, यूपीएस, कीबोर्ड, माउस, प्रिंटर, स्पीकर,पेन ड्राईव,एक्सरे मशीन आदि ये सभी हार्डवेयर के पार्टस होते हैं.
Software
सॉफ्टवेयर किसे कहते हैं सॉफ्टवेयर हम उसे कहते हैं जिसको हम लोग देख नहीं सकते, छू नहीं सकते. लेकिन महसूस कर सकते हैं. उसे हम लोग सॉफ्टवेयर कहते हैं. सॉफ्टवेयर दो प्रकार के होते हैं. सिस्टम सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर सिस्टम सॉफ्टवेयर किसे कहते हैं सिस्टम सॉफ्टवेयर कंप्यूटर को मुख्य सॉफ्टवेयर होता हैं.
सिस्टम सॉफ्टवेयर:- Computer सिस्टम का कन्ट्रोंलर होता हैं. ये सारे एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को कंट्रोल करता हैं. एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर पर हमलोग काम करते हैं. ये सर्विस प्रोभाईडर का काम करता हैं. एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का उदाहरण हैं जैसे कि माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस,जावा,टैली,फोटोसॉप और पीएचपी ये सारे एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर हैं.
सेकेंडरी मेमोरी क्या है (सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस क्या है)
Computer kya hai – रीड ओनली मेमोरी की तरह है सेकेंडरी मेमोरी यानी कि सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस जो होता है वह नॉन वोलेटाइल मेमोरी के नाम से जाना जाता है जिसको हिंदी में और परिवर्तनशील स्टोरेज डिवाइस के नाम से जानते हैं सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस में डाटा को परमानेंटली स्टोर कर सकते हैं.
इसमें डाटा को संग्रहित करना सुरक्षित होता है और इस डाटा को Computer के यूजर कभी भी एक्सेस कर सकते हैं सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस यानी कि सेकेंडरी मेमोरी जो होता है वह कंप्यूटर का मुख्य भाग नहीं होता हैसेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस के रूप में हार्ड डिक्स सीडी डीवीडी पेन ड्राइव इत्यादि का उपयोग किया जाता है.
सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस की विशेषता
- इसका डाटा स्थाई रूप से मेमोरी में स्टोर रहता है.
- इसमें स्टोर किए गए डाटा हमेशा के लिए मौजूद रहता है.
- सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस का स्टोरेज क्षमता बहुत ज्यादा होता है.
- इसका स्टोरेज गति थोड़ा धीमा होता है.
- कंप्यूटर बंद हो जाने के बाद भी डाटा सुरक्षित रहता है.
कैचे मेमोरी क्या है
कैचे मेमोरी एक मेमोरी होता है जो सीपीयू के साथ तेजी गति से डाटा को प्रोसेस करने के लिए काम करता है सीपीयू में जब किसी प्रकार के डाटा को प्रोसेस करने के लिए इनपुट दिया जाता है तो उसके लिए कैचे मेमोरी बहुत ही तेजी गति से डाटा को प्रोसेस करता है.
कैचे मेमोरी मेन मेमोरी के साथ जुड़ा रहता है और यह काम को बहुत ही तेज गति से करने में मदद करता है. कैचे मेमोरी में कार्य करने की क्षमता अधिक होता है और इसमें प्रोग्राम या डाटा को बार-बार साफ करना पड़ता है क्योंकि इसका स्टोरेज क्षमता जो होता है वह कम होता है.
कंप्यूटर मेमोरी यूनिट्स को कैसे मापते हैं
Computer kya hai – कंप्यूटर पूर्ण रूप से बायनरी नंबर को ही है समझता है Computer में किसी भी लैंग्वेज में डाटा को प्रोसेस करते हैं तो वह डाटा कंप्यूटर अपने भाषा यानी कि बायनरी नंबर में परिवर्तित कर लेता है जिसको कंप्यूटर जीरो और एक के रूप में परिवर्तित कर के डाटा को प्रोसेस करता है.
Binary digits कोही bits मैं कैलकुलेट किया जाता है कंप्यूटर का सबसे छोटी इकाई bit होता है.
अलग-अलग प्रकार के मापने की प्रक्रिया अलग होती है उसी प्रकार Computer में मेमोरी को मापने के लिए बाइट के हिसाब से मापा जाता है कंप्यूटर के स्टोरेज क्षमता को नापने के लिए मात्रकों का निर्धारण किया गया है जिसे कंप्यूटर के मेमोरी को नापा जाता है.
कंप्यूटर मेमोरी को बाइनरी डिजिट का एक सेट बनाया जाता है जिसकी संख्या 8 डिजिट में होती है और यही 8 डिजिट्स यानी कि 8 bit बराबर एक Byte होता है.
कंप्यूटर से नुकसान
Computer kya hai – जिससे जितना ज्यादा फायदा होता है उससे कुछ ना कुछ नुकसान भी जरूर होता है. वर्तमान समय में कंप्यूटर के उपयोग के कारण लोगों का के जीवन पर गलत प्रभाव पड़ रहा है.
क्योंकि कंप्यूटर पर काम करने से आंख में परेशानी के साथ-साथ शरीर में ऊर्जा की कमी महसूस होता है. ज्यादा देर तक कंप्यूटर पर काम करने वाले लोगों को थकान के साथ-साथ कमजोरी भी महसूस होता है. क्योंकि मशीन से निकलने वाली जो हानिकारक ध्वनि होती है उससे शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
Technology जितना ज्यादा आगे बढ़ा है उतना ही ज्यादा लोग भी Computer का गलत तरीके से इस्तेमाल कर रहे हैं. आज तकनीक के माध्यम से लोग किसी के खाते से पैसा निकाल रहे हैं यह भी एक कंप्यूटर का ही नुकसान है.
कंप्यूटर टेक्नोलॉजी आगे बढ़ जाने के कारण लोगों के पास आज एक दूसरे से बात करने का समय नहीं है. लोग अब कंप्यूटर मोबाइल पर ही लगे रहते हैं जिससे आपसी सामंजस्य में कमी हुआ है.
फिर भी कंप्यूटर के नुकसान कम है. क्योंकि कंप्यूटर के बहुत ही ज्यादा फायदे हैं. इसलिए Computer के फायदे को देखते हुए Computer के सकारात्मक सोच के साथ देखना चाहिए.
कंप्यूटर का भविष्य
Computer kya hai – आने वाले समय में कंप्यूटर का और भी ज्यादा क्रेज़ होगा. क्योंकि अभी भी गांव में Computer का इस्तेमाल लोग कम ही करते हैं. लेकिन कंप्यूटर का भविष्य बहुत ही सुनहरा होने वाला है. आने वाले समय में कंप्यूटर के क्षेत्र में और भी नई नई क्रांति अविष्कार के रूप में होगा.
जिसका उपयोग करके दुनिया में लोग बहुत ही तरह-तरह के कामों को आसानी से कर पाएंगे. जहां तक कंप्यूटर के भविष्य की बात की जाए तो कंप्यूटर का भविष्य और भी बेहतर होने वाला है.
कंप्यूटर क्या हैं एक नजर में
Computer kya hai – कंप्यूटर शब्द का निर्माण Compute शब्द से हुआ है. जिसका मतलब गणना करना होता है. आज दुनिया में जो भी विकास हो रहा है जो नए नए अविष्कार हो रहे हैं. वह सभी कंप्यूटर के द्वारा ही किए जा रहे हैं. इसलिए आज कंप्यूटर के बिना विकास की कल्पना नहीं किया जा सकता है.
ये भी पढ़े
- कंप्यूटर साइंस क्या है
- कंप्यूटर के जनक कौन थें
- नेटवर्क क्या है और कितने प्रकार के होते हैं
- कंप्यूटर का विशेेषता क्या हैं
- लैपटॉप खरीदना से पहले इसे पढि़यें
साराशं
इस लेख में Computer kya hai, Computer in hindi, कंप्यूटर का इतिहास क्या है Computer को किसने बनाया है कंप्यूटर काम कैसे करता है कंप्यूटर क्या हैं के बारे में पूरी जानकारी दी गई है फिर भी कंप्यूटर क्या हैं से संबंधित किसी भी प्रकार का सवाल आपके मन में हो तो कृपया कमेंट करके जरूर पूछें.
तथा कंप्यूटर क्या हैं के बारे में दी गई जानकारी कैसा लगा कृपया करके जरूर बताएं और इस जानकारी को अपने दोस्त मित्रों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर भी जरूर करें.
नमस्कार मैं रवि शंकर तिवारी ज्ञानीटेक रविजी ब्लॉग में आपका स्वागत करता हूँ। मैं एक एमबीए आईटी प्रोफेशनल एवं इस वेबसाईट का फाउंडर हूँ। मैं पिछले तीन सालों से डिजीटली कंप्यूटर ,टेक्नोलॉजी, इन्टरनेट ,ब्लॉगिेग एवं अन्य तकनीकी शिक्षा का प्रचार प्रसार अपने ब्लॉग और यूट्यूब चैनल Gyanitechraviji के माध्यम से कर रहा हूँँ।