कैश क्‍या होता हैं फायदें और नुकसान

Cache क्या है वेब प्लेटफार्म पर Cache का क्या काम है Cache एक प्रकार का स्टोरीज सिस्टम है जो सूचनाओं को तुरंत प्राप्त करने में मदद करता है। कैश एक प्रकार का अलग-अलग देशों के समूह का एक कॉपी होता है जोकि अलग-अलग डिवाइसों में स्टोर हो जाता है।

इंटरनेट पर मौजूद अलग-अलग वेबसाइटों में जब कोई भी यूजर विजिट करता है और उस वेबसाइट पर कैश सिस्टम को लागू किया जाता है। जब आप उस वेबसाइट पर जाकर विजिट करेंगे तो उसमें साइट का कॉपी आपके भी डिवाइस में स्टोर हो जाता है। उसके बाद जब भी आप उसी वेबसाइट पर जाते हैं तो तुरंत आपके Device में store उस वेबसाइट का कॉपी, डाटा, इमेज, सब कुछ आसानी से लोड हो जाता है जिसमें बहुत ही कम समय लगता है।

कैश का काम किसी भी वेबसाइट के पेज को यूजर के द्वारा विजिट किए गए डिवाइस में स्टोर करना होता है।

कैश क्या है – What is Cache in Hindi

Cache एक प्रकार का स्टोरेज मेकैनिज्म है जो वेबसाइट के पेजेस को अस्थाई रूप से जल्दी पहुंचने वाले स्थान पर संग्रहित करता है। इसका उपयोग डाटा को तुरंत उपयोग वाले स्थान पर पहुंचाने के लिए किया जाता है। जिससे समय और संसाधन को कम किया जा सकता है।

वेबसाइट मैं कैश का उपयोग वेब पेजेस, स्क्रिप्ट्स, फोटोस एवं वेबसाइट के अन्य जरूरी संसाधनों को कॉपी करके उपयोग किए जाने वाले स्थान पर संग्रहित करने के लिए किया जाता है। ताकि जब भी कोई यूजर उस वेबसाइट के पेजेस को उपयोग करना चाहे तो उसे तुरंत वेबसाइट के पेज प्राप्त हो।

जब कोई भी यूजर किसी वेबसाइट पर विजिट करता है और वहां पर किसी इंफॉर्मेशन को प्राप्त करना चाहता है तो वेबसाइट से डाटा प्राप्त करने के लिए यूजर के द्वारा request भेजा जाता है। जिसके बाद वेबसाइट के इंफॉर्मेशन को पाने के लिए web-server के पास सूचना प्राप्त होता है जिसके बाद वेब सर्वर सूचनाओं को यूजर के कंप्यूटर पर भेजता है।

Cache kya hota hai

कैश कई स्तरों पर लागू किया जाता हैं

ब्राउज़र कैश

किसी भी वेबसाइट के पेजेस को विजिट करने के लिए ब्राउज़र का उपयोग किया जाता है जब ब्राउज़र से हम किसी वेबसाइट को ओपन करते हैं और उस वेबसाइट में कैश सिस्टम को लागू होता है। 

उस ब्राउज़र से वेबसाइट को विजिट करते हैं तब उस वेबसाइट के वेब पेज ,फोटो, स्क्रिप्ट ब्राउज़र के पास संग्रहित हो जाते हैं जिससे जब हम फिर से अपने ब्राउज़र के द्वारा उसी वेबसाइट पर विजिट करते हैं तो हमारे वेब ब्राउज़र में मौजूद उस वेबसाइट के इंफॉर्मेशन हमारे ब्राउज़र में तुरंत दिखाई देने लगते हैं इसे ब्राउज़र कैश कहते हैं।

Proxy Cache

जब हम कंटेंट डिलीवरी नेटवर्क का उपयोग करते हैं तब हमारे वेबसाइट के इंफॉर्मेशन प्रॉक्सी कैश में Store हो जाते हैं जब कोई भी विजिटर हमारे वेबसाइट पर विजिट करता है और किसी पेज को पढ़ने का प्रयास करता है उस समय उस चीज को लोड करने के लिए वेबसाइट के तरफ से प्रॉक्सी कैश के पास इंफॉर्मेशन जाता है. 

जिसको सीडीएन के नाम से जानते हैं जिसके बाद  CDN के पास उपलब्ध प्रॉक्सी कैश इंफॉर्मेशन को तुरंत यूजर के कंप्यूटर पर भेज दिया जाता है. 

इस तरह से बार-बार किसी भी इंफॉर्मेशन को किसी भी यूजर के द्वारा प्राप्त करने के लिए सूचनाओं को web-server के पास नहीं भेजना पड़ता है. क्योंकि प्रोक्सी server के पास वेबसाइट के सारे डेटा मौजूद रहते हैं.

CDN का उपयोग करने से हमारे वेबसाइट पर आने वाली यूजर को डाटा प्राप्त करने के लिए डायरेक्ट सर्वर को रिक्वेस्ट नहीं करना पड़ता है क्योंकि वेब सर्वर के सारे इंफॉर्मेशन प्रोक्सी सर्वर के पास एक कॉपी के रूप में मौजूद रहता है. और जब कोई यूजर किसी डाटा को प्राप्त करना चाहता है तो वह प्रोक्सी सर्वर से ही इंफॉर्मेशन को प्राप्त कर लेता है।

सर्वर साइड

यह एक प्रकार का ऐसा कैश होता है जो server में उपलब्ध डाटा को एक कॉपी के रूप में तैयार करके रखता है जिससे सरवर पर दबाव कम होता है। 

किसी भी वेबसाइट का डाटा डाटा बेस में स्टोर होता है जब भी कोई यूजर वेबसाइट को विजिट करता है और उसमें इंफॉर्मेशन पाना चाहता है तो वहां से सूचना server के पास जाता है लेकिन जब सर्वर साइड में भी एक कैश कॉपी उपलब्ध रहता है तो उसी कॉपी ही का उपयोग बार-बार सूचनाओं को देने के लिए किया जाता है.

जिससे हमारे server पर दबाव कम रहता है। Server में एचटीएमएल के रूप में कई टुकड़ों में डाटा मौजूद रहती हैं यदि server-side कैश का उपयोग नहीं करते हैं तो बार-बार उन एचटीएमएल फाइल के टुकड़ों को पढ़ना पड़ता है और उसमें समय लगता है जिससे हमारे server पर भी दबाव पड़ता है. 

और समय भी अधिक लगता है लेकिन यदि हम server साइड cache का उपयोग करते हैं तो हमारे पास एसटीएमएल के सभी टुकड़ों का एक डाटा कॉपी हो करके मौजूद रहता है। सर्वर साइड कैश डाटाबेस के क्वेरी के जवाब को तुरंत कैश फाइल से प्रदान कर देता है।

फायदे

  • वेबसाइट पर आने वाले visitor का अनुभव बेहतर होता है
  • वेबसाइट के उपयोग को आसान बनाता है
  • इससे server पर लोड कम होता है
  • वेबसाइट का प्रदर्शन सर्च इंजन में बेहतर होता है
  • बहुत ही कम समय में वेबसाइट के page लोड हो जाते हैं
  • हमारे वेबसाइट को गतिशील बनाकर रखता है
  • वेब होस्टिंग के रिसोर्सेज को कम करता है जिससे हमारे वेबसाइट के होस्टिंग रिसोर्सेज का उपयोग कम होता है।

इस का उपयोग क्यों करना चाहिए

Cache प्लॉगइन का उपयोग करने से हम अपने वेबसाइट को पूरी तरह से ऑप्टिमाइज कर सकते हैं जिससे हमारा वेबसाइट का स्पीड बहुत तेज हो सकता है। इसमें हमें कई प्रकार के ऑप्शन मिलता है जिससे हम अपने सीएसएस, एचटीएमएल, जावास्क्रिप्ट कोड को ऑप्टिमाइज कर सकते हैं 

अपने वेबसाइट को फास्ट बना सकते हैं। कैश प्लॉगइन के माध्यम से हम अपने इमेज optimize कर सकते हैं. लिंक को अप्टिमाइज कर सकते हैं। वेबसाइट के हार्ट बीट को कंट्रोल कर सकते हैं। और भी कई प्रकार के महत्वपूर्ण सेटिंग है जिसको करके अपने वेबसाइट को पूरी तरफ से मोबाइल फ्रेंडली बना सकते हैं।

नुकसान

वेबसाइट मैं कैश प्रणाली का उपयोग करते हैं जिससे कभी-कभी कई प्रकार के समस्याओं वेबसाइट के अंदर उत्पन्न हो सकते हैं। जब भी वेबसाइट में कैश को उपयोग करें तो उसका सेटिंग आपको अच्छे से करना चाहिए. नहीं तो किसी भी एक गलत सेटिंग की वजह से आपके वेबसाइट का पूरा सिस्टम अस्त-व्यस्त हो सकता है। 

इसीलिए चाहे आप किसी भी कैश plugin का उपयोग करें उसके सेटिंग के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करें और उसके बाद अपने वेबसाइट पर उस कैश plugin का उपयोग करें।

  • वेबसाइट का डिजाइन खराब हो सकता है
  • आपके वेबसाइट का पूरा स्ट्रक्चर खराब हो सकता है
  • वेबसाइट में टेक्निकल error आ सकता है
  • वेबसाइट में इंडेक्सिंग का भी issue हो सकता है
  • कभी-कभी कैश फाइल किलियर नहीं होने के कारण पुराना page गूगल सर्च कंसोल में भी इंडेक्स हो जाता है
  • जोकि वेबसाइट के रैंकिंग के लिए अच्छा नहीं है
  • वेबसाइट के फोटो टेक्स्ट इत्यादि का दिखावट अलग प्रकार का हो सकता है
  • कैश के कारण वेबसाइट ओवर ऑप्टिमाइज हो सकता है।

वैसे इसका सही तरीके से उपयोग किया जाए तो इसके बहुत सारे फायदे हैं जिसके बारे में ऊपर बताया गया है लेकिन एक चीज आपको ध्यान रखना है कि किसी भी कैश plugin का सेटिंग आपको बहुत ही सही तरीके से करना है. 

उसको कुछ दिनों तक चेक भी करते रहना है कि हमारे साइड पर इसका किसी प्रकार का कोई गलत प्रभाव तो नहीं पड़ रहा है तब आप इसको अच्छे से उपयोग कर सकते हैं।

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